Nehru also considered Aurangzeb a cruel and fanatic ruler statement of Defense Minister Rajnath Singh नेहरू भी औरंगजेब को क्रूर और कट्टरपंथी शासक मानते थे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान, Maharashtra Hindi News - Hindustan
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नेहरू भी औरंगजेब को क्रूर और कट्टरपंथी शासक मानते थे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान

  • Rajnath Singh: केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी को देश का नायक बताया। उन्होंने कहा कि जो भी औरंगजेब को नायक मानते हैं उन्हें पंडित नेहरू कि किताब पढ़नी चाहिए, जिन्होंने औरंगजेब को एक क्रूर और कट्टरपंथी शासक माना है।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानSat, 19 April 2025 03:33 PM
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नेहरू भी औरंगजेब को क्रूर और कट्टरपंथी शासक मानते थे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज को राष्ट्रीय नायक बताया। औरंगजेब को अपना आदर्श मानने वालों को नसीहत देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि औरंगजेब एक नायक था उन्हें भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की किताब पढ़ना चाहिए, जिन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि मुगल बादशाह औरंगजेब एक क्रूर और कट्टरपंथी शासक था।

महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर में मेवाड़ शासक महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे रक्षा मंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप अतुल्यनीय साहस और देश भक्ति के प्रतीक थे। उन्होंने अपने स्वाभिमान और अपनी धरती की रक्षा के लिए मुगल सम्राट अकबर को सीधी चुनौती दी थी।

वरिष्ठ भाजपा नेता ने दावा किया कि स्वतंत्रता के बाद वामपंती इतिहासकारों ने महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी दोनों को ही उचित श्रेय नहीं दिया, बल्कि औरंगजेब जैसे क्रूर शासकों का महिमामंडन किया। ऐसा क्रूर और कट्टरपंथी व्यक्ति नायक नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब का भाई दारा शिकोह एक धार्मिक व्यक्ति था। उसने उपनिषदों का अनुवाद किया था और औरंगजेब ने सत्ता के लिए उनकी हत्या कर दी।

महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में बात करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा, "अपनी वीरता के अलावा महाराणा प्रताप ने समाज के सभी वर्गों को एकजुट किया था। उनकी सेना में आदिवासी और मुसलमान सभी शामिल थे। हकीम खान सूरी ने हल्दीघाटी में मुगलों से राणा प्रताप के लिए लड़ते हुए अपने जीवन की आहूति दी थी, वहीं एक मुस्लिम युवक छत्रपति शिवाजी महाराज का अंगरक्षक था।"

भाजपा नेता ने कहा कि राणा प्रताप और शिवाजी महाराज दोनों ही मुस्लिम विरोधी नहीं थे। न ही वह किसी धर्म को लेकर कट्ट्रर थे। वह सभी का सम्मान करते थे।

रक्षा मंत्री ने कहा, "आज हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम देश के युवाओं को बताएं कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी केवल इतिहास की किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रेरणा के जीवित स्त्रोत हैं।"

उन्होंने कहा कि बाबर, तैमूर, औरंगजेब, गौरी, गजनवी का महिमामंडन करने से किसी को भी मुस्लिम वोट नहीं मिलेगा। जो लोग इन लोगों की प्रशंसा करते हैं, वे भारतीय मुसलमानों का अपमान करते हैं। भाजपा के लिए सभी भारतीय समान हैं और वह किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। उन्होंने कहा, ‘‘हमने यह अपने पूर्वजों से सीखा है।’’