ऑपरेशन सिंदूर पर भारत को मिला जापान का साथ; संजय झा ने पाकिस्तान को किया बेनकाब
यह प्रतिनिधिमंडल जापान के बाद इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर की यात्रा करेगा, जहां वह अन्य वैश्विक नेताओं से मुलाकात कर भारत के आतंकवाद विरोधी रुख और रणनीतिक साझेदारी को मजबूती प्रदान करने की दिशा में कार्य करेगा।

जापान की राजधानी टोक्यो में भारतीय सांसदों के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया से भेंट की। इस मुलाकात के दौरान भारत के दृढ़ और स्पष्ट रुख को दोहराया गया कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और इसे जड़ से समाप्त किया जाना चाहिए। जापानी मंत्री ने भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का न केवल समर्थन किया बल्कि हालिया पहलगाम आतंकी हमले पर गहरा शोक भी व्यक्त किया।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा ने कहा, “हमने भारत का पक्ष बहुत दृढ़ता से रखा। जापानी विदेश मंत्री ने हमारे विचारों की सराहना की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने संयम दिखाकर एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर द्वारा उन्हें दी गई जानकारी का भी उल्लेख किया और इस लड़ाई में भारत के साथ मजबूती से खड़े होने की बात कही।”
इससे पूर्व प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने टोक्यो के एडोगावा क्षेत्र में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। यह कार्यक्रम भारत-जापान संबंधों के ऐतिहासिक मूल्यों और शांति के प्रतीक महात्मा गांधी के विचारों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
ऑपरेशन सिंदूर पर समर्थन की अपील
संजय झा ने आतंकवाद के प्रायोजक देशों की ओर इशारा करते हुए कहा, "पाकिस्तान एक राज्य प्रायोजित आतंकवाद का उदाहरण है। हमें यह अंतर स्पष्ट करना होगा कि आतंकवादी और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला राज्य, दोनों में फर्क है। यही बात हम दुनिया को समझाना चाहते हैं। पहलगाम हमले के बाद भारत का रुख पूरी तरह स्पष्ट है। आतंकवाद और उसके प्रायोजकों का समूल नाश ही हमारा मकसद है।”
प्रतिनिधिमंडल के दौरे के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जापान के उपविदेश मंत्री टेकहिरो फुनाकोशी के साथ एक उच्चस्तरीय वार्ता की, जिसमें भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को आगे बढ़ाने तथा आतंकवाद के प्रति भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया गया। विक्रम मिस्री ने जापान के वरिष्ठ उपविदेश मंत्री हिरोयुकी नमाजू से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग एवं साझा हितों के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल?
इस प्रतिनिधिमंडल में राजदूत मोहन कुमार, भाजपा सांसद डॉ. हेमांग जोशी, सीपीआई(एम) सांसद जॉन ब्रिटास, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी, भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, भाजपा सांसद बृजलाल तथा भाजपा सांसद प्रदन बरुआ शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य न केवल पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया को साझा करना है, बल्कि ऑपरेशन सिंदूर और सीमा-पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती से पेश करना है।
यह प्रतिनिधिमंडल जापान के बाद इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर की यात्रा करेगा, जहां वह अन्य वैश्विक नेताओं से मुलाकात कर भारत के आतंकवाद विरोधी रुख और रणनीतिक साझेदारी को मजबूती प्रदान करने की दिशा में कार्य करेगा।