पहलगाम हमले पर चीन की देरी से आई प्रतिक्रिया, दिल्ली दूतावास से जारी कराया बयान, क्या कहा
- यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी में है और पाकिस्तान की भूमिका को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले पर देरी से ही सही, चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है। भारत में स्थित चीनी दूतावास की ओर से जारी बयान में हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया गया है और पीड़ितों तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदना जताई गई है। चीनी दूतावास ने कहा, "पहलगाम में हुए हमले से स्तब्ध हूं और इसकी निंदा करता हूं। पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना और घायलों और शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक सहानुभूति। सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करें।"
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी में है और पाकिस्तान की भूमिका को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही है। बयान को भारत-चीन संबंधों की संवेदनशीलता और क्षेत्रीय स्थिरता के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण माना जा सकता है। आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद का दौर चल रहा है।
कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विटरलैंड’ नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है।
उरी में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, दो घुसपैठिए ढेर
उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बुधवार को घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई। सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। यह कोशिश जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर सबसे घातक आतंकवादी हमले के एक दिन बाद नाकाम की गई, जिसमें अनंतनाग जिले के पहलगाम के प्रसिद्ध रिसॉर्ट के पास एक घास के मैदान में 25 पर्यटक और एक स्थानीय व्यक्ति मारे गए थे।
सेना के श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने कहा कि दो से तीन अज्ञात आतंकवादियों ने उरी नाला के पास सरजीवन के सामान्य क्षेत्र से घुसपैठ की कोशिश की। एलओसी की सुरक्षा में तैनात सतर्क सैनिकों ने इस प्रयास का पता लगाया और उसे रोक दिया, जिसके बाद गोलीबारी हुई।