पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार UPSC के नए चेयरमैन नियुक्त, प्रीति सूदन की लेंगे जगह
अजय कुमार की नियुक्ति प्रीति सूदन के कार्यकाल की समाप्ति के बाद हुई है। पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को जुलाई 2024 में UPSC अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के रिटायर्ड अधिकारी और पूर्व रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने मंगलवार देर रात एक आधिकारिक आदेश जारी कर उनकी नियुक्ति की जानकारी दी। आदेश में कहा गया, "राष्ट्रपति को संविधान के अनुच्छेद 316(1) के तहत डॉ. अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त करते हुए प्रसन्नता हुई है।" यह अनुच्छेद लोक सेवा आयोगों के सदस्यों की नियुक्ति से संबंधित है।
डॉ. अजय कुमार 1985 बैच के केरल कैडर के IAS अधिकारी हैं। उनकी UPSC अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति उसी दिन से प्रभावी होगी, जिस दिन वह कार्यभार ग्रहण करेंगे। डॉ. अजय कुमार ने रक्षा मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्य किया है और अपने कार्यकाल के दौरान कई अहम रक्षा सुधारों में भूमिका निभाई। अब वह UPSC जैसे प्रतिष्ठित आयोग की कमान संभालेंगे, जो देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं का आयोजन करता है।
प्रीति सूदन का कार्यकाल समाप्त
अजय कुमार की नियुक्ति प्रीति सूदन के कार्यकाल की समाप्ति के बाद हुई है। पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को जुलाई 2024 में UPSC अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, जब तत्कालीन अध्यक्ष मनोज सोनी ने अचानक इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 29 अप्रैल को समाप्त हुआ। मनोज सोनी जून 2017 से मई 2023 तक UPSC के सदस्य रहे। उन्होंने अध्यक्ष बनने के कुछ ही समय बाद जून 2024 की शुरुआत में निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था।
विपक्ष के सवाल
हालांकि, सोनी के इस्तीफे को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई नेताओं ने मांग की कि सरकार यह स्पष्ट करे कि सोनी का इस्तीफा आखिर किस कारण हुआ। उन्होंने पूछा कि क्या यह इस्तीफा UPSC से जुड़ी कथित “घोटालों” से जुड़ा था?
पूजा खेडकर विवाद की छाया
गौरतलब है कि UPSC पिछले साल जुलाई में उस समय विवादों में आ गया था जब ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर पर फर्जी पहचान के आधार पर अतिरिक्त सिविल सेवा परीक्षा प्रयास प्राप्त करने का आरोप लगा। आयोग ने बाद में खेडकर की अस्थायी उम्मीदवारी रद्द कर दी और उन्हें भविष्य की सभी परीक्षाओं और चयन प्रक्रियाओं से प्रतिबंधित कर दिया। हालांकि यह विवाद सोनी के इस्तीफे के बाद सामने आया, लेकिन इसकी टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठे।
UPSC की भूमिका
संघ लोक सेवा आयोग न केवल सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है, बल्कि विभिन्न सेवाओं में पदोन्नति, प्रतिनियोजन और अनुशासनात्मक मामलों को भी देखता है। अब डॉ. अजय कुमार इस महत्वपूर्ण संस्था का नेतृत्व करेंगे।