25 हजार सैलरी, फिक्स टारगेट; दिल्ली के जनकपुरी में कॉल सेंटर से यूं चलता था ठगी का कारोबार
फरीदाबाद के साइबर थाना सेंट्रल की पुलिस ने मंगलवार दोपहर दिल्ली के जनकपुरी स्थित एक किराए के फ्लैट में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर 11 युवतियों समेत 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 15 मोबाइल फोन आदि बरामद हुए हैं।

फरीदाबाद के साइबर थाना सेंट्रल की पुलिस ने मंगलवार दोपहर दिल्ली के जनकपुरी स्थित एक किराए के फ्लैट में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर 11 युवतियों समेत 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 15 मोबाइल फोन आदि बरामद हुए हैं। कॉल सेंटर बीते छह महीने से चलाया जा रहा था। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार गिरफ्तार आरोपी दिल्ली दक्षिण-पश्चिम के निवासी बताए जाते हैं। इनकी पहचान साक्षी नेगी, दीपिका, बबीता, समरा, प्रिया मेहरा, कोमल, ज्योति भारती, अमिसा, सोनम कौर, परमीत कौर, नांगलोई के अब्दुल वाहिद और बिहार निवासी चंचल के रूप में हुई है। गिरफ्तार लोगों की फोटो फरीदाबाद पुलिस ने मुहैया कराई है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी और कॉल सेंटर संचालक बिहार के पूर्णिया निवासी खुशहाल उर्फ रौनक की तलाश की जा रही है। आरोपियों के पास से 15 मोबाइल फोन और 12 डिवाइस आदि बरामद किए गए हैं। पुलिस ने मंगलवार को आरोपियों को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया है । मास्टर माइंड की गिरफ्तारी से और भी खुलासे होने की संभावना है।
देशभर के लोगों को ठगा
अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों से बरामद मोबाइल फोन की जांच की जा रही है। साथ ही उनके बैंक खातों की डिटेल भी निकाली जा रही है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने देशभर के करीब 105 लोगों से ठगी की है। सभी को क्रेडिट कार्ड की लिमिट आदि को बढ़ाने का झांसा देते थे और खाता हैक कर रकम निकाल लेते थे।
आरोपियों ने इनसे की थी ठगी
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बल्लभगढ़ स्थित श्याम कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने बीते दिन शिकायत दी थी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि उनके मोबाइल फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले अपने-आपको एक बैंक का कर्मचारी बताया। साथ ही क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा दिया। साथ ही आरोपियों ने मोबाइल फोन पर भेजा गया ओपीटी नंबर पूछकर क्रेडिट कार्ड से दो बार में करीब 83 हजार रुपये निकाल लिए। शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी थी।
ठगी का लक्ष्य दिया जाता था
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से सात ने स्नातक तक की पढ़ाई की है। बाकी दसवीं-बारहवीं पास हैं। मास्टरमाइंड खुशहाल गिरफ्तार सभी आरोपियों करीब 25 हजार मासिक वेतन देता था। इसके अलावा सभी को ठगी करने का टारगेट फिक्स था। एक को कम से कम तीन लोगों से ठगी करने का टारगेट दिया जाता था।
किराए के फ्लैट में चला रहा था सेंटर
फर्जी कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड बिहार के पूर्णिया का खुशहाल उर्फ रौनक है। उसकी अनुपस्थिति में अब्दुल वाहिद और चंचल चलाता था। खुशहाल जनकपुरी में किराए पर फ्लैट लेकर मार्च-2024 से कॉल सेंटर चला रहा था। वह क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने, हेल्थ इंश्योरेंस व क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड्स पॉइंट्स आदि का झांसा देकर ठगी करता था।
एक महीने में दूसरे कॉल सेंटर का खुलासा
गौरतलब है कि नौ मार्च को भी साइबर थाना की पुलिस ने दिल्ली में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था। आठवीं पास नितेश कुमार ठाकुर दिल्ली के पीरागढ़ी में कॉल सेंटर चला रहा था। पुलिस ने मालिक और दो महिला समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 14 मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद किए गए थे।