दिल्ली: सीवर सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा पर जोर; 4000 को मिलेगी 42 आइटम वाली PPE किट
बताया गया है कि इस किट में 42 सुरक्षा आइटम शामिल होंगे जैसे कि रोशनी वाले हेलमेट, गैस सुरक्षा मास्क, गमबूट, सुरक्षात्मक कपड़े, दस्ताने और खतरनाक गैसों और त्वचा को परेशान करने वाले पदार्थों से बचाने के लिए डिज़ाइन की गई खास क्रीम।

पहली बार दिल्ली में लगभग 4,000 मैनुअल स्कैवेंजरों को मानसून के मौसम से पहले पीपीई किट प्रदान किए जाएंगे। ये एक ऐसी किट होती है जिसमें सुरक्षा से जुड़े छोट-मोटे सामान शामिल होते हैं। बताया गया है कि इस किट में 42 सुरक्षा आइटम शामिल होंगे जैसे कि रोशनी वाले हेलमेट, गैस सुरक्षा मास्क, गमबूट, सुरक्षात्मक कपड़े, दस्ताने और खतरनाक गैसों और त्वचा को परेशान करने वाले पदार्थों से बचाने के लिए डिज़ाइन की गई खास क्रीम।
आपको बताते चलें कि यह पहल केंद्र की 'नमस्ते' (नेशनल एक्शन फॉर मैकेनाइज्ड सैनिटेशन इकोसिस्टम) योजना का हिस्सा है। इसे 2023-24 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य सफाई कर्मचारियों, खासकर सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई में लगे लोगों के लिए सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियाँ, वित्तीय सहायता और सामाजिक सुरक्षा लाभ सुनिश्चित करना है।
दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविंदर इंद्राज सिंह ने पीटीआई को बताया कि बारिश शुरू होने से पहले करीब 4,000 सफाईकर्मियों को पीपीई किट मिल जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि सभी मैनुअल स्कैवेंजर आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत नामांकित हों।
यह पहल केंद्र की 'नमस्ते' पहल का हिस्सा है। सिंह ने कहा कि इसके अलावा, विभागों को मैनुअल सीवर सफाई में शामिल लोगों के लिए प्रशिक्षण और पुनर्वास प्रयासों में तेजी लाने और पर्याप्त आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वच्छता इकाइयों की स्थापना करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी जिला मजिस्ट्रेटों को सीवर और सेप्टिक टैंक में हुई मौतों से संबंधित लंबित मुआवजे के मामलों को समयबद्ध तरीके से हल करने का आदेश दिया गया है। मंत्री ने कहा, "हर सफाई कर्मचारी की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। मानसून से पहले उन्हें पीपीई किट और स्वास्थ्य बीमा मिलना चाहिए।"