गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर औरंगजेब समझ बहादुर शाह जफर की पेंटिंग पर पोती कालिख- VIDEO
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर शुक्रवार को औरंगजेब समझ कर बहादुर शाह जफर की पेंटिंग पर कालिख पोतने की घटना सामने आई है। अब इस बारे में रेलवे का बयान भी सामने आया है।

गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर दीवार बनी एक पेंटिंग को औरंगजेब की तस्वीर समझ एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने कालिख पोत दी और हंगामा किया। पेंटिंग पर कालिख पोतने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि बाद में पता चला कि कार्यकर्ता जिसे औरंगजेब की तस्वीर समझ रहे थे वह असल में बहादुर शाह जफर की पेंटिंग थी जिसे प्लेटफार्म की सुंदरता बढ़ाने के लिहाज से दीवार पर पेंट किया गया था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को हिंदू रक्षा दल से जुड़े कार्यकर्ता सुबह करीब साढ़े 11 बजे गुपचुप तरीके से रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंचे और यहां एक दीवार पर बने बहादुरशाह जफर के चित्र को औरंगजेब का बताकर उस पर कालिख पोत दी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुछ युवा हाथ में भगवा झंडा लहराते हुए नजर आ रहे हैं। इनमें से कुछ के हाथ में ब्लैक कलर का स्प्रे नजर आ रहा है।
इससे ये लोग पेंटिंग पर कालिख पोतते नजर आ रहे हैं। दीवार पर लाल रंग से हिन्दू रक्षा दल लिखा नजर आ रहा है। ये युवा जिस झंडे को लहराते नजर आ रहे हैं उस पर भी हिन्दू रक्षा दल लिखा नजर आ रहा है। बैक ग्राउंडर में रेलवे एनाउंसमेंट की आवाज भी सुनाई दे रही है। बताया जाता है कि सूचना मिलने पर फोर्स भी पहुंची थी। आरपीएफ ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बताया जाता है कि मौके पर करीब 20 लोग पहुंचे थे। घटना के बाद जीआरपी के पहुंचते ही ये सभी आरोपी घटनास्थल से गायब हो गए। इन लोगों का कहना था कि रेलवे स्टेशन पर मुस्लिम आक्रांताओं की पेंटिंग का कोई औचित्य नहीं है। खासकर ऐसे आक्रांताओं का जिन्होंने देश के मंदिरों को लूटा और हिन्दू समुदाय पर जुल्म ढाए।
पहले ऐसी खबरें सामने आई कि हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की पेंटिंग पर कालिख पोती। इसके बाद रेलवे का बयान सामने आया। इसमें साफ किया गया कि आरोपी जिसे औरंगजेब की पेंटिंग समझ रहे थे वह असल में बहादुर शाह जफर की थी। उत्तर रेलवे के दिल्ली डिवीजन के डीआरएम पुष्पेश रमन त्रिपाठी ने कहा कि यह पेंटिंग औरंगजेब की नहीं, बहादुर शाह जफर की थी। किसी भी सार्वजनिक संपत्ति को खराब करना सही नहीं है। इसके लिए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।