दिल्ली के इस इलाके में मिला आधार कार्ड वाला बांग्लादेशी दंपति, पुलिस ने बताया क्या करेगी आगे
- वलसन ने बताया कि हिलाल हुसैन शुरू में अपने माता-पिता के साथ यमुना पुश्ता झुग्गी में रहता था और बाद में बवाना में जेजे कॉलोनी में रहने लगा। वह एक दुकान पर दिहाड़ी कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था।

राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस का अभियान जारी है, इस दौरान पुलिस ने हाल ही में शहर के बाहरी उत्तरी हिस्से में रह रहे एक बांग्लादेशी दंपति को उनके बच्चे के साथ हिरासत में लिया। मामले की जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई नरेला औद्योगिक क्षेत्र में की गई।
इस बारे में एक बयान जारी करते हुए पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तरी) निधिन वलसन ने कहा, ‘मुखबिर से मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में रह रहे इस बांग्लादेशी दंपति तक पहुंची, जो कि यहां किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।'
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 'दंपति की पहचान 36 साल के हिलाल हुसैन और उसकी 32 साल की पत्नी तस्लीमा अख्तर के रूप में हुई है। इनमें से पुरुष यानी हिलाल हुसैन मूल रूप से बांग्लादेश के बरगुना जिले का रहने वाला है और पिछले कई सालों से भारत में रह रहा था।'
वलसन ने बताया कि हिलाल हुसैन शुरू में अपने माता-पिता के साथ यमुना पुश्ता झुग्गी में रहता था और बाद में बवाना में जेजे कॉलोनी में रहने लगा। वह एक स्थानीय दूध की दुकान पर दिहाड़ी कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था।
अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान हिलाल ने खुलासा किया कि उसने करीब पांच साल पहले बांग्लादेशी नागरिक तस्लीमा से शादी की थी। तब से वह दोनों नरेला में रह रहे थे। पुलिस ने पाया कि आधार कार्ड होने के बावजूद हिलाल भारत में कानूनी रूप से रहने की पुष्टि करने वाले कोई भी वैध यात्रा या आव्रजन दस्तावेज पेश नहीं कर सका, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि 'आगे सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इस परिवार को निर्वासन केंद्र भेज दिया जाएगा।’