बंगाल हिंसा में हुआ महिलाओं का शारीरिक उत्पीड़न? हरकत में राष्ट्रीय महिला आयोग; करेगी जांच
- मुर्शिदाबाद के धुलियान इलाके के मंदिरपाड़ा में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और शारीरिक उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। इस मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग करेगी।

मुर्शिदाबाद में वक्फ क़ानून के विरोध में भड़की हिंसा अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की निगाहों में आ गई है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के बाद अब महिला आयोग ने भी इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए एक चार सदस्यीय जांच कमिटी गठित की है। खुद राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन विजया रहाटकर पीड़ित इलाकों का दौरा करेंगी और जमीनी हालात का जायजा लेंगी।
पिछले कुछ दिनों से मुर्शिदाबाद के कई इलाकों में वक्फ कानून को लेकर जबरदस्त तनाव फैला हुआ है। कई जगहों पर हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। दो लोगों की चाकू मारकर हत्या की गई, जबकि एक को गोली लगने से मौत हुई। हिंसा के बाद हालात को संभालने के लिए पुलिस, बीएसएफ और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। प्रशासन का कहना है कि फिलहाल हालात काबू में हैं और धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
महिलाओं का हुआ उत्पीड़न?
राष्ट्रीय महिला आयोग की तरफ से बताया गया है कि मुर्शिदाबाद के धुलियान इलाके के मंदिरपाड़ा में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और शारीरिक उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। जान बचाने के लिए कई महिलाएं भागीरथी नदी पार कर दूसरी जगहों पर पहुंची हैं और अब मालदा जिले में राहत शिविरों में रह रही हैं। लेकिन वहां भी डर का माहौल बना हुआ है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए विजया रहाटकर की अगुवाई में बनी जांच टीम 17 अप्रैल की शाम को कोलकाता पहुंचेगी। अगले दिन यानी 18 अप्रैल को टीम मालदा जाएगी और वहां शरण लिए हुए पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगी। साथ ही, स्थानीय पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी और दूसरे अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात की जानकारी ली जाएगी।
19 अप्रैल को जांच टीम मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों, जैसे कि शमशेरगंज और जाफराबाद का दौरा करेगी। टीम स्थानीय लोगों से भी संवाद करेगी और यह समझने की कोशिश करेगी कि प्रशासन ने अब तक क्या-क्या कदम उठाए हैं। विजया रहाटकर के साथ इस टीम में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार और डिप्टी सेक्रेटरी शिवानी दे भी शामिल हैं।