देश में फिर बढ़ रहे कोरोना के केस, क्या लेना होगा बूस्टर डोज? एम्स के डॉक्टर ने दिया जवाब
देश के कुछ हिस्सों में एक बार फिर कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या लोगों फिर बूस्टर डोज लेने की जरूरत है।

देश के कुछ हिस्सों में एक बार फिर कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या लोगों फिर बूस्टर डोज लेने की जरूरत है। इस बात का जवाब देते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक डॉक्टर और प्रोफेसर ने कहा कि वैक्सीन की बूस्टर डोज बुजुर्गों और बीमार लोगों में संक्रमण को रोकने में मदद कर सकती है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. रंजन ने बताया कि सभी लोगों के लिए बूस्टर डोज की तुरंत जरूरत नहीं है लेकिन बुजुर्गों और मेडिकली कमजोर लोगों में सक्रमण फैलने से रोकने के लिए बूस्टर डोज महत्वपूर्ण हो सकती है।
ओमिक्रॉन-संबंधित वेरिएंट को लक्षित करने के लिए बूस्टर खुराक की आवश्यकता है क्योंकि वे अस्पताल में भर्ती होने, गंभीर बीमारी और मृत्यु को कम करने में महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हल्के या बिना लक्षण वाले संक्रमण को रोकने में बूस्टर कम प्रभावी हो सकते हैं।
एम्स के प्रोफेसर ने कहा कि बूस्टर खुराक की तुरंत जरूरी नहीं हो सकती है, लेकिन जिन लोगों ने एक साल से अधिक समय से इसे नहीं लिया है, उन्हें कमजोर होती इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए इसे लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, जेएन.1 या इससे मिलते-जुलते स्ट्रेन को टारगेट करने वाले अपडेटेड मोनोवैलेंट वैक्सीन से एलएफ.7 और एनबी.1.8 के कारण होने वाली गंभीर बीमारी से सुरक्षा मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली में कोरोना के 23 नए मामले
बता दें, देश के अन्य हिस्सों की तरह दिल्ली एनसीआर में भी कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली से कोरोना के 23 नए मामले सामने आए जबकि गाजियाबाद में चार मामलोम की पुष्टि हुई है।