Delhi Budget 2025 : दिल्ली में बजट से पहले CM रेखा गुप्ता ने बनाई खीर, खुद भगवान राम को लगाया भोग
दिल्ली का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। इसके लिए पहली बार दिल्ली विधानसभा में ‘खीर सेरेमनी’ का आयोजन किया गया। इस दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने खुद अपने हाथ से खीर बनाकर सबसे पहले भगवान राम को भोग भी लगाया।

दिल्ली का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। इसके लिए पहली बार दिल्ली विधानसभा में ‘खीर सेरेमनी’ का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने खुद अपने हाथ से खीर बनाकर सबसे पहले भगवान राम को भोग भी लगाया। इस ‘खीर सेरेमनी’ के दौरान तमाम मंत्री, विधायक और विधानसभा के अधिकारी भी मौजूद रहे।
दिल्ली विधानसभा का पांच दिवसीय बजट सत्र सोमवार को 'खीर सेरेमनी' के साथ शुरू हो गया। इस मौके पर भाजपा नेताओं ने कहा कि 'मिठास प्रगति का प्रतीक है'। मुख्यमंत्री पद के साथ वित्त विभाग भी संभाल रहीं रेखा गुप्ता 27 साल बाद दिल्ली में भाजपा सरकार का पहला बजट पेश करेंगी।
इस दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने वहां उपस्थित लोगों से कहा, “यह लगभग वैसा ही है जैसे भगवान राम 14 साल बाद लौटे हों और यह सरकार 27 साल बाद लौटी हो। भगवान राम को भोग लगाकर हमने इस बजट को दिल्ली के विकास के लिए खीर की मिठास से जोड़ा है। दिल्ली के इतिहास में पहली बार इस खीर समारोह के माध्यम से इस बजट से जुड़े समाज के सभी वर्गों- जिन्हें दिल्ली सरकार और उसके बजट से उम्मीदें और अपेक्षाएं हैं- को शामिल किया गया है।”
मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि बजट सत्र का ऐतिहासिक महत्व है। उन्होंने कहा कि आज, व्यवसायी, ऑटो चालक, दलित भाई-बहनों सहित विविध पृष्ठभूमि के लोग एक साथ ‘खीर’ खाएंगे। बजट कल पेश किया जाएगा।
भाजपा नेता सतीश उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दीं और कहा कि बजट दिल्ली के लिए प्रगति का संदेश है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीएम गुप्ता ने महिलाओं और युवाओं से लेकर व्यवसायियों और कॉलोनियों के निवासियों तक के व्यापक लोगों से बात की है और बजट को आकार देने के लिए सुझाव एकत्र किए हैं। उन्होंने कहा कि मिठास प्रगति का प्रतीक है। मुख्यमंत्री संदेश दे रही हैं कि दिल्ली का विकास पटरी पर है। यह बजट महिलाओं, युवाओं, व्यापारियों और यहां तक कि कॉलोनी निवासियों की आवाज को दर्शाता है, यह सुनिश्चित करता है कि उनकी राय प्रक्रिया का हिस्सा हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम समावेशी प्रगति के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बता दें कि, पिछले महीने हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौटी है। 70 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के 48 और ‘आप’ के 22 विधायक चुनकर आए हैं।