दूसरे के साथ देख लड़की को मारी गोली, GTB एन्क्लेव हत्याकांड का आरोपी हरियाणा से अरेस्ट
दिल्ली पुलिस ने जीटीबी एन्क्लेव में युवती की सरेआम गोली मारकर हत्या करने की गुत्थी 48 घंटे में सुलझाते हुए आरोपी रिजवान को हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया है।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जीटीबी एन्क्लेव में युवती की सरेआम गोली मारकर हत्या करने की गुत्थी 48 घंटे में सुलझा ली है। इस संबंध में 19 साल के रिजवान को हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया गया है। युवती के दूसरे लड़के के साथ दोस्ती खत्म करने से मना करने को लेकर हुई कहासुनी के बाद आरोपी ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात गत 14 अप्रैल की रात जीटीबी एंक्लेव इलाके में पॉकेट में हुई थी।
हरियाणा के करनाल में छिपा था आरोपी
इस संबंध में स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरंभ की। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी रिजवान सुंदर नगरी का रहने वाला है और वह घटना के बाद हरियाणा के करनाल में छिपा है। सूचना पर पुलिस ने उसे धर दबोचा।
इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती
पूछताछ में आरोपी रिजवान ने बताया कि उसने युवती को पहली बार दिल्ली के आनंद ग्राम इलाके में लगभग दो से तीन महीने पहले देखा था। उस वक्त वह वहां काम कर रहा था। इसके बाद उसने युवती को इंस्टाग्राम पर फॉलो करना शुरू किया। जान-पहचान होने के बाद वह उससे ऑनलाइन चैट करने लगा।
गुस्से में आकर रची हत्या की साजिश
फिर कुछ दिनों बाद उसने युवती को प्रपोज कर दिया। इस दौरान रिजवान ने उसे एक अन्य लड़के के साथ देखा तो उससे दोस्ती खत्म करने को कहा, लेकिन लड़की ने कथित तौर पर दूसरे लड़के के साथ अपना रिश्ता खत्म करने से इनकार कर दिया तो गुस्से में आकर उसने उसकी हत्या की साजिश रची।
घटना से दो दिन पहले खरीदी पिस्तौल
घटना से दो दिन पहले उसने एक दोस्त के जरिए देसी पिस्तौल और कारतूस खरीदे। इसके बाद 14 अप्रैल की रात को उसने इंस्टाग्राम के जरिए लड़की से संपर्क किया और उसे रात करीब आठ बजे मिलने के लिए बुलाया।
वारदात के बाद मौके से फरार
थोड़ी देर बातचीत के बाद दोनों जनता फ्लैट्स इलाके की ओर चल दिए। वहां दोस्ती खत्म करने को लेकर उसकी युवती से तीखी नोकझोंक हुई। उसके मना करने पर रिजवान ने उस पर दो गोलियां चला दी। वारदात के बाद वह मौके से फरार हो गया और बाद में उसने हथियार अपने एक दोस्त को सौंप दिया।