सरकारी स्कूलों के छात्र पांच विदेशी भाषाएं सीखेंगे
फरीदाबाद में सरकारी स्कूलों में छात्र पांच विदेशी भाषाओं का ज्ञान अर्जित कर सकेंगे। इस सत्र से फ्रेंच भाषा पढ़ाई जाएगी, जबकि अगले सत्र से जापानी, चाइनीज, कोरियन और जर्मन भाषाएं भी शुरू होंगी। ये...

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता । सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र पांच विदेशी भाषाओं का ज्ञान अर्जन कर सकेंगे। इसके शिक्षा निदेशालय स्कूलों में कक्षाएं शुरू करने की दिशा में प्रयास कर रहा है। इस सत्र से छात्रों को फ्रेंच भाषा से सिखाई जाएगी। राजकीय विद्यालयों के छात्रों को शिक्षा का बेहतर माहौल देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। स्कूलों में पुस्तकालयों के साथ आधुनिक स्तर की प्रयोगशालाओं को निर्माण किया जा रहा है। वहीं उनके कौशल विकास के लिए एनएसक्यूएफ (नेशनल स्किल्स क्वलीफिकेशन फ्रेमवर्क) सहित कई तरह की योजना चलाई जा रही है। प्रदेश सरकार एनएसक्यूएफ के छात्रों को रोजगार भी उपलब्ध कराती है।
एनएसक्यूएफ के तहत कौशल विकास करने वाले छात्रों को स्कूल शिक्षा के बाद अतिरिक्त कोर्स करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके अलावा सुपर-100 और मिशन बुनियाद जैसी योजनाओं से छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जा रही है। अब इस क्रम में सरकारी स्कूलों में विदेशी भाषाओं के ज्ञान पर ध्यान दिया जाने लगा है। यह छात्रों के करियर को और बेहतर बनाने की दिशा में काम करेगी। इसके अलावा छात्रों को सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि इसके लिए उन्हें अलग से कोई कोचिंग लेने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे उनके अभिभावकों का पैसा भी बचेगा। ------- बेहतर करियर के विकल्प मिलेंगी सरकारी स्कूल के बच्चों के सामने भाषायी ज्ञान एक सबसे बड़ी चुनौती होती है। कई बार छात्रों को स्कूल के दौरान बहु राष्ट्रीय कंपनियों में भी नौकरी मिल जाती है, लेकिन भाषायी ज्ञान नहीं होने की वजह से नौकरी से वंचित रह जाता है। भाषायी ज्ञान छात्रों की करियर ग्रोथ पर ब्रेस लगा देता है। इसके चलते प्रदेश सरकार ने राजकीय स्कूलों में विदेशी भाषाओं को शुरू करने का फैसला किया है। विद्यालयों में भाषायी ज्ञान शुरू होने से सरकारी स्कूलों के बच्चे भी विदेशों में नौकरी का सपना देख सकेंगे। ----------- अभी मॉडल संस्कृति विद्यालयों में शुरू होगी शिक्षा निदेशालय अभी केवल मॉडल संस्कृति व पीएमश्री विद्यालयों में ही विदेशी भाषाओं को पाठ्यक्रम के रूप में शुरू करने जा रहा है। इस वर्ष फ्रेंच भाषा को शुरू किया जाएगा। इसके बाद अगले सत्र से छात्रों को जापानी, चाइनीज, कोरियन और जर्मन जैसी भाषाएं का ज्ञान शुरू होगा। यह भाषायी ज्ञान से छठी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दिया जाएगा। ----------- अध्यापकों को तैयार किया जाएगा विदेशी भाषाओं को ज्ञान देने के लिए शिक्षा निदेशालय पहले अध्यापकों को तैयार करेगी। इसके लिए प्रदेश के 40 अध्यापकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा। वह फिर अपने जिले में मास्टर ट्रेनर तैयार करेंगे।शिक्षा निदेशालय ने विदेशी भाषाओं का ज्ञान देनी वाली संस्थाओं से संपर्क कर रही हैं। जल्द ही एमओयू साइन होगा। -------------- सरकार की एक अच्छी योजना है। आज के समय विदेशी भाषा का ज्ञान बहुत ही आवश्यक है। इसके लिए छात्रों को अलग से कोई कोर्स नहीं करना होगा। इससे करियर को भी बढ़ावा मिलेगा। -एसके दलाल, पूर्व प्रधानाचार्य -------- इस सत्र में फ्रेंच को लागू किया जाएगा। अगले सत्र से अन्य चार भाषाओं को लागू किया जाएगा। निदेशालय के आदेश के अनुसार ही कार्य किया जाएगा। फ्रेंच के अलावा जापानी, चाइनीज, कोरियन और जर्मन भी सिखाई जाएगी। -अजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।