Water Supply Crisis Looms in Faridabad Ambitious Munak Canal Project Stalled गुरुग्राम की मुनक नहर से पानी लाने की योजना सिरे नहीं चढ़ी , Faridabad Hindi News - Hindustan
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गुरुग्राम की मुनक नहर से पानी लाने की योजना सिरे नहीं चढ़ी

फरीदाबाद में मुनक नहर से पानी लाने की योजना अब तक पूरी नहीं हुई है, जिससे पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है। एफएमडीए ने यमुना किनारे रेनीवेल लगाने की योजना बनाई है और 2030 तक पानी की आपूर्ति क्षमता...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादFri, 11 April 2025 12:21 AM
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गुरुग्राम की मुनक नहर से पानी लाने की योजना सिरे नहीं चढ़ी

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। गुरुग्राम की मुनक नहर से स्मार्ट सिटी में पानी लाने की महत्वाकांक्षी योजना अभी तक जमीन पर नहीं उतर सकी है। इससे आने वाले समय पर लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ सकता है। स्मार्ट सिटी की बढ़ती आबादी और औद्योगिक विस्तार के चलते भविष्य की पेयजल जरूरतों को देखते हुए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण

ने गुरुग्राम की मुनक नहर से अरावली की पहाड़ियों के रास्ते बड़ी पाइप लाइनों के जरिए करीब 200 एमएलडी पानी लाने की योजना तैयार की थी।योजना को मूर्त रूप देने के लिए पिछले साल सर्वे भी करवाया था। यह पाइपलाइन एनआईटी और बड़खल विधानसभा क्षेत्रों तक पानी पहुंचाने में सहायक होती, जहां अभी भी पानी की आपूर्ति असमान और अपर्याप्त मानी जाती है। योजना का उद्देश्य आने वाले दो दशकों तक शहर को पेयजल संकट से उबारना था, लेकिन अब तक इसमें कोई खास प्रगति नहीं हो पाई है। जबकि वर्ष 2022-23 बनी योजना को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था।--

यमुना किनारे लगाए जा रहे रेनीवेल

मुनक नहर की योजना ठप पड़ने के बाद अब यमुना नदी के किनारे रेनीवेल के माध्यम से पानी की आपूर्ति बढ़ाने की दिशा में काम शुरू किया गया है। एफएमडीए के अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल 9 रेनीवेल लगाए जा रहे हैं, जबकि 12 रेनीवेल लगाने की योजना है। इन रेनीवेलों के माध्यम से यमुना के किनारे भूमिगत जल को पंप कर शुद्ध करके पेयजल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। इनका काम तेजी से जारी है।

वर्ष 2030 तक 750 एमएलडी पानी की क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य

एफएमडीए की दीर्घकालिक योजना के तहत वर्ष 2030 तक स्मार्ट सिटी में पानी की आपूर्ति क्षमता को 750 एमएलडी तक बढ़ाया जाना है। इस समय शहर में पानी की आपूर्ति की मांग करीब 450 एमएलडी है। जबकि सप्लाई 330 एमएलडी के आसपास हो रहा है, मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण कई इलाकों में गर्मी बढ़ने के साथ पेयजल समस्या बढ़नी शुरू हो गई है। पेयजल की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए रेनीवेलों के अलावा, एफएमडीए शहर में पुराने जल आपूर्ति नेटवर्क को भी आधुनिक बनाने पर जोर दे रही है, ताकि लीकेज और वितरण की समस्याओं को भी कम किया जा सके।

लगातार बढ़ रही है जल मांग

जिले की आबादी लगातार बढ़ रही है। शहरीकरण और औद्योगिक विस्तार के कारण पानी की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति समय पर नहीं हो रही है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्मियों के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है। ऐसे में जल आपूर्ति की वैकल्पिक और स्थायी योजनाओं की अत्यंत जरुरत है।

नगर निगम के पूर्व मुख्य अभियंता एनके कटारा ने बताया कि फरीदाबाद जैसे तेजी से बढ़ते शहर के लिए जल आपूर्ति की दीर्घकालिक योजनाएं बेहद जरूरी हैं। मुनक नहर से पानी लाने की योजना भले ही फिलहाल अधर में हो, लेकिन यमुना किनारे लगाए जा रहे रेनीवेल और 2030 तक 750 एमएलडी क्षमता बढ़ाने की योजना भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में सहायक हो सकती है। इसके साथ ही, जल संरक्षण और पुराने जलापूर्ति नेटवर्क के आधुनिकीकरण की दिशा में भी तेजी से कदम उठाए जाने की जरूरत है।

मुनक नहर से पानी लाने की योजना अभी तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से आगे नहीं बढ़ पाई है। हालांकि, यमुना किनारे रेनीवेल से पानी निकालने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है और उम्मीद है कि आने वाले एक-दो वर्षों में यह परियोजना पूरी हो जाएगी।

- विशाल बंसल, मुख्य अभियंता, एफएमडीए

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