फटकार के बाद जागे निगम अधिकारी, अब सफाई को लेकर कर रहे निरीक्षण
गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था को लेकर निगम के अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। आयुक्त विकास गुप्ता की फटकार के बाद अधिकारियों ने निरीक्षण शुरू कर दिया है। जुर्माना भी लगाया जा रहा है। निगम ने सफाई पर...

गुरुग्राम। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के सचिव एवं आयुक्त की फटकार के बाद निगम के अधिकारी जागे हैं। शहर में बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर निगम के सभी अधिकारी क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। निरीक्षण करने के साथ लापरवाही मिलने पर जुर्माना लगा रहे हैं। शहर में रोड स्वीपिंग, बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर एक अप्रैल को शहरी स्थानीय निकाय विभाग के सचिव एवं आयुक्त विकास गुप्ता ने निगम अधिकारियों की चंडीगढ़ में समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस दौरान शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर निगम अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। शहर में रोड स्वीपिंग, घरों से कूड़ा उठाने में लापरवाही, कूड़ाघरों से कूड़ा उठाने में, कर्मचारियों और मशीनरी का विवरण पोर्टल पर अपलोड नहीं समेत हर तरह से लापरवाही मिली। इसको लेकर सचिव एवं आयुक्त ने निगम के उच्च अधिकारियों तक को फटकार लगाई थी। इस फटकार का असर अब निगम अधिकारियों में दिख रहा है, लेकिन इसके बाद भी शहर के हालातों में ज्यादा बदलाव नजर नहीं आ रहा है। नगर निगम के अतिरिक्त निगमायुक्त महाबीर प्रसाद ने एक दिन पहले ही सनसिटी कॉलोनी में जाकर वहां पर कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया को देखा। इस दौरान उन्होंने पाया कि सोसायटी में कूड़े का बड़े ही बेहतरीन तरीके से कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है। अपनी सोसायटी के अलावा अन्य सोसायटियों के कूड़े का भी निस्तारण किया जा रहा है। अतिरिक्त निगमायुक्त महाबीर प्रसाद ने बताया कि सफाई व्यवस्था को लेकर निगम गंभीरता से काम कर रहा है। बल्क जनरेटरों को भी उन्होंने हिदायत दी है कि सभी बल्क जनरेटर अपने स्तर पर ही कूड़ा निस्तारण करें। अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सचिव एंव आयुक्त की फटकार के बाद निगम के दोनों अतिरिक्त निगमायुक्त, चारों जोन के संयुक्त आयुक्त सभी फील्ड में जाकर अपने-अपने क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। संयुक्त आयुक्त सुमित कुमार ने रोड स्वीपिंग का निरीक्षण किया था, जिसमें लापरवाही मिलने पर एजेंसी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था। इसके अलावा निगम ने बंधवाड़ी में कूड़ा निस्तारण में लापरवाही बरतने वाली एजेंसी पर भी पौने दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
सभी संयुक्त आयुक्त फील्ड में करेंगे सफाई की जांच
चंडीगढ में बैठक के बाद निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी जोन अनुसार अपने क्षेत्र में सुबह-शाम जाकर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करें और जांच करे। सफाई कर्मचारियों की हाजिरी की जांच करें। निगमायुक्त खुद भी रविवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करके सफाई व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे थे। निगमायुक्त ने सख्त हिदायत दी है कि सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एक साल में कर दिए 290 करोड़ खर्च
नगर निगम ने वित्त वर्ष 2024-25 में सफाई व्यवस्था पर 290 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं। निगम द्वारा यह खर्चा तब किया है जब शहर में 14 जून को कूड़े का आपातकाल लागू हो गया था। इसके बाद भी निगम ने सफाई व्यवस्था पर इतने करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं। मंगलवार को हुई सदन की बैठक में निगम पार्षदों ने इसका पूर जोन विरोध किया और इसकी जांच करने की मांग की है।
शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर निगम की तरफ से गंभीरता से काम किया जा रहा है। बल्क जनरेटरों के यहां जाकर कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया की जांच की जा रही है। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जा रही है। लोगों से अपील है कि वह सफाई व्यवस्था में सहयोग करें और कूड़े को इधर-उधर नहीं फेंके।
- महाबीर प्रसाद, अतिरिक्त निगमायुक्त, नगर निगम, गुरुग्राम।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।