दूसरे लड़के के साथ देखने पर नहीं, सुपारी लेकर की थी सायरा की हत्या; जीटीबी एनक्लेव मामले में बड़ा खुलासा
- पुलिस ने मुख्य आरोपी रिजवान उर्फ लाला के अलावा फिरोज खान उर्फ अमन और राहुल के चाचा किशन कुमार उर्फ किशना को गिरफ्तार कर लिया है। फिरोज खान उर्फ अमन राहुल का दोस्त था

दिल्ली के जीटीबी एनक्लेव में पिछले हफ्ते 20 साल की सायरा परवीन नाम की महिला की हत्या में एक नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि मुख्य आरोपी रिजवान ने लड़की की हत्या एक लाख रुपये की सुपारी लेकर की थी। जबकि मामले में आरोपी रिजवान को जब अपराध शाखा ने पकड़ा था तो उसने प्यार न मिलने पर हत्या करने की झूठी कहानी सुनाई थी। फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी रिजवान उर्फ लाला के अलावा फिरोज खान उर्फ अमन और राहुल के चाचा किशन कुमार उर्फ किशना को गिरफ्तार कर लिया है। फिरोज खान उर्फ अमन राहुल का दोस्त था।
किशन पर तीन आपराधिक मामले दर्ज मिले हैं। इनके पास से वारदात में इस्तेमाल तमंचा, एक कारतूस, सुपारी के 15 हजार और सायरा और रिजवान के दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम के मुताबिक, लड़की नवंबर माह में नंद नगरी इलाके में छेड़छाड़ का विरोध करने पर राहुल नामक युवक की गला रेतकर हत्या मामले में प्रमुख गवाह थी। लेकिन राहुल की हत्या के बाद उसके चाचा किशन को पता चला कि राहुल के हत्यारोपियों सलमान उर्फ सीलमपुरिया और अरबाज से सायरा के नजदीकी रिश्ते हैं। इसके चलते राहुल के चाचा किशन कुमार को शक होने लगा कि वह अदालत में गवाही के दौरान मुकर सकती है और फिर उसने गवाही देने से पहले ही सायरा की हत्या की साजिश रची। फिर अपने एक जानकार बदमाश रिजवान को एक लाख रुपये की सुपारी दे डाली। जबकि एक अन्य आरोपी फिरोज खान उर्फ अमन ने वारदात को अंजाम देने के लिए हथियारों का इंतजाम किया।
हत्या से पहले रिजवान ने साजिश के तहत की सायरा से दोस्ती
रिजवान को अपने इलाके में वर्चस्व कायम करने और बड़ा दादा बनने का शौक था। किशन की ओर से हत्या की सुपारी मिलने पर उसने सुपारी ले ली। इसके बाद साजिश के तहत उसने पहले सायरा से दोस्ती की। फिर काफी समय नजदीक रहने के बाद वह अपनी मर्जी से सायरा को घर से बाहर बुलाने लगा। वारदात से एक हफ्ते पहले भी रिजवान ने सायरा की हत्या की कोशिश की थी। इस बीच किशन ने रिजवान को 15 हजार रुपये दिए। बाकी रकम हत्या के बाद मिलनी थी। वहीं, अमन ने तमंचे और चार कारतूसों का इंतजाम किया। अंत में 14 अप्रैल की रात को रिजवान ने सायरा को घर से बाहर बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी।
अपराध शाखा को सुनाई थी प्यार न मिलने पर हत्या की झूठी कहानी
गौरतलब है कि 17 अप्रैल को अपराध शाखा की टीम ने मुख्य आरोपी रिजवान को गिरफ्तार किया था। तब उसने पुलिस को प्यार पाने के लिए सायरा की हत्या की कहानी सुनाई थी। अपराध शाखा को रिजवान ने बताया कि कुछ महीने पहले उसने सायरा को देखा था। तभी से उसे उससे प्यार हो गया था। उसने सोशल मीडिया पर उसकी तलाश कर उससे चैट करने के अलावा कॉल पर बातचीत शुरू कर दी थी। इस बीच सायरा को एक अन्य लड़के साथ देखकर उसे गुस्सा आया था। उसने सायरा से लड़के को छोड़ने के लिए कहा। उसके मना करने पर उसने योजना बनाकर सायरा की हत्या कर दी। इसके बाद रिजवान को अदालत में पेश करने के बाद जीटीबी एन्क्लेव पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया और फिर पूछताछ के दौरान पूरी कहानी बदल गई।