Metro will run till Bodaki before Greater Noida West elevated track will be 2.6 KM long ग्रेटर नोएडा वेस्ट से पहले बोड़ाकी तक चलेगी मेट्रो, 2.6 KM लंबा होगा एलिवेटेड ट्रैक, Ncr Hindi News - Hindustan
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट से पहले बोड़ाकी तक चलेगी मेट्रो, 2.6 KM लंबा होगा एलिवेटेड ट्रैक

ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो चलाने की लंबे समय से मांग की जा रही है। इसके बावजूद ग्रेटर नोएडा वेस्ट से पहले ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से बोड़ाकी तक मेट्रो चलने की उम्मीद है। अगले सप्ताह केंद्रीय शहरी आवास और ऊर्जा मंत्रालय की बैठक में इसकी मंजूरी मिलने की संभावना है।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नोएडा। हिन्दुस्तानTue, 20 May 2025 09:52 AM
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट से पहले बोड़ाकी तक चलेगी मेट्रो, 2.6 KM लंबा होगा एलिवेटेड ट्रैक

ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो चलाने की लंबे समय से मांग की जा रही है। इसके बावजूद ग्रेटर नोएडा वेस्ट से पहले ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से बोड़ाकी तक मेट्रो चलने की उम्मीद है। अगले सप्ताह केंद्रीय शहरी आवास और ऊर्जा मंत्रालय की बैठक में इसकी मंजूरी मिलने की संभावना है।

गौतमबुद्ध नगर में ग्रेटर नोएडा वेस्ट, बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 और ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से बोड़ाकी तक मेट्रो के तीन नए रूट पर काम चल रहा है। इनकी डीपीआर सरकार को भेजी जा चुकी है। केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय की अगले सप्ताह होने वाली बैठक में बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 और ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो के दो प्रोजेक्ट की प्रेजेंटेशन के लिए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ को बुलाया गया है। वहीं, ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो चलाने के बारे में अभी कोई चर्चा नहीं है।

Bodaki metro route

ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से बोड़ाकी तक 2.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक होगा। केंद्र की मंजूरी के बाद नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) इस रूट के लिए डिजाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति करेगा। इसके बाद निर्माण शुरू करने के लिए टेंडर जारी किया जाएगा। एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि यह एक्वा लाइन का एक्सटेंशन रूट होगा। अभी एक्वा लाइन पर नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेनो के डिपो मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो चल रही है।

अब ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो जाएगी। इस रूट पर जुनपत और बोड़ाकी सिर्फ दो मेट्रो स्टेशन होंगे। बोड़ाकी में बड़ा स्टेशन बनाया जाएगा। जिले में मेट्रो का यह सबसे छोटा रूट होगा। इस पर करीब 416 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसका बजट पांच सौ करोड़ से कम होने के कारण इसके लिए कैबिनेट से मंजूरी मिलने की भी आ‌वश्यकता नहीं है और इस परियोजना पर काम जल्द शुरू हो सकेगा।

बोड़ाकी रूट को मंजूरी मिलने के बाद अगले एक-दो महीने में कैबिनेट से सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन रूट को भी मंजूरी मिल सकती है। वहीं, अगले चरण में नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट रूट को मंजूरी मिलेगी।

यहां बहुउद्देशीय ट्रांसपोर्ट हब बनेगा

बोड़ाकी में बनने वाला स्टेशन बड़ा मेट्रो स्टेशन होगा। यहां पर बहुउद्देशीय ट्रांसपोर्ट हब बनना है। लोगों के ठहरने के लिए होटल भी बनेंगे। यहां ट्रेन, मेट्रो, अंतरराज्यीय बस अड्डा और स्थानीय ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं विकसित होंगी। रेलवे और बस टर्मिनल बनाया जाएगा। ऐसे में अधिक संख्या में लोगों की आवाजाही रहेगी। इसको देखते हुए ही इस रूट पर मेट्रो चलाने का निर्णय लिया गया है।

काम शुरू होने के बाद तीन वर्ष में संचालन शुरू होगा

अधिकारियों ने बताया कि काम शुरू होने के बाद इसे पूरा होने में करीब तीन वर्ष का समय लगेगा। केंद्र से इस महीने बोड़ाकी रूट को मंजूरी मिलती है तो अगले महीने डिजाइन कंसल्टेंट के चयन के लिए आरएफपी जारी कर दी जाएगी। डेढ़-दो महीने में एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। इसके बाद अगले चार महीने में एजेंसी प्राथमिक रिपोर्ट दे देगी। इसके आधार पर रूट का निर्माण करने के लिए टेंडर जारी होगा। टेंडर के लिए एजेंसियों को आवेदन करने के लिए करीब तीन माह का समय दिया जाएगा। एजेंसी का चयन होने पर अगले दो से तीन महीने में काम शुरू हो जाएगा। इस हिसाब से काम शुरू होने में एक साल का समय लगेगा।

दो बार मंजूरी मिली

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो विस्तार प्रोजेक्ट की डीपीआर को प्रदेश सरकार दो बार मंजूरी दे चुकी है। दूसरी बार मंजूरी इसी साल 5 फरवरी को मिली थी। इस रूट पर मेट्रो का काम शीघ्र शुरू होने का आश्वासन कई बार मिल चुके हैं, लेकिन अब तक इसका काम शुरू नहीं हो सका।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट रूट के लिए प्रयास

जिले के जनप्रतिनिधि ग्रेटर नोएडा वेस्ट रूट पर मेट्रो का संचालन पहले शुरू कराने के प्रयास में लगे हैं। सांसद डॉ. महेश शर्मा इस मामले को संसद में भी उठा चुके हैं। साथ ही दो बार केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से भी मिल चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने भी उन्हें आश्वस्त किया है कि इस रूट पर शीघ्र काम शुरू कराया जाएगा। इसके बावजूद इसमें वक्त लग रहा है।