नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: ट्रांसफर किए गए 5 अफसरों में से 2 को मिली नई पोस्टिंग, कहां भेजे गए
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर फरवरी महीने में मची भगदड़ की घटना के बाद हटाए गए रेलवे के 5 अफसरों में से दो को उत्तर रेलवे मुख्यालय में नई तैनाती दी गई है। भगदड़ की घटना में 18 यात्रियों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने कहा कि इन तैनाती को 'पनिशमेंट पोस्टिंग' माना जाता है।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर फरवरी महीने में मची भगदड़ की घटना के बाद हटाए गए रेलवे के 5 अफसरों में से दो को उत्तर रेलवे मुख्यालय में नई तैनाती दी गई है। भगदड़ की घटना में 18 यात्रियों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने कहा कि इन तैनाती को 'पनिशमेंट पोस्टिंग' माना जाता है, क्योंकि इनके पास रेल परिचालन संबंधी कोई अहम अधिकार नहीं होता है।
रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना के बाद रेल प्रशासन ने 4 मार्च 2025 को चार अलग-अलग आदेश जारी करके पांच अधिकारियों को हटा दिया था।
स्टेशन डायरेक्टर के पद से हटाए गए महेश यादव को फिर से नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे मुख्यालय में फ्रेट ऑपरेशंस इन्फॉर्मेंशंस सिस्टम (एफओआईएस) के लिए डिप्टी चीफ ऑपरेशन मैनेजर (डीसीओएम) के पद पर नियुक्त किया गया है।
उत्तर रेलवे द्वारा 12 मार्च 2025 को जारी एक नोटिस के अनुसार, दिल्ली डिवीजन के सीनियर डिवीजनल ऑपरेशन मैनेजर फॉर गुड्स (सीनियर डीओएम जी) का पद एनआर मुख्यालय में ट्रांसफर कर दिया गया और इसे डिप्टी सीओएम (एफओआईएस) एनआर के रूप में फिर से नामित किया गया।
दिल्ली डिवीजन में यात्री सेवाओं के लिए सीनियर डिवीजनल कॉमर्शियल मैनेजर (सीनियर डीसीएम) के पद से हटाए गए दूसरे अधिकारी आनंद मोहन को कोचिंग के डिप्टी चीफ ऑपरेशन मैनेजर के पद पर नियुक्त किया गया है। वहीं, अन्य दो अधिकारियों - डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) सुखविंदर सिंह और एडिशनल डिवीजनल रेलवे मैनेजर (एडीआरएम) विक्रम सिंह राणा को अभी नई तैनाती नहीं मिली है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर के पद पर तैनात रहे पांचवें अधिकारी महेश चंद सैनी को उनके ट्रांसफर ऑर्डर के तुरंत बाद कोटा भेज दिया गया।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ, उनकी जवाबदेही तय करने के लिए उच्च स्तरीय जांच चल रही है।
वहीं, रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को महज तबादले से नहीं छोड़ा जाएगा। उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
गौरतलब है कि यह भगदड़ 15 फरवरी की शाम को उस समय मची जब महाकुंभ मेले में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। इसके चलते वहां मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।