सख्ती: बीजापुर में 50 नक्सलियों का आत्मसमर्पण
- 14 नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम था बीजापुर, एजेंसी। प्रधानमंत्री

- 14 नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम था बीजापुर, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे से कुछ घंटे पहले बीजापुर में 50 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में से 14 नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम था। बीजापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि सभी नक्सलियों ने सीआरपीएफ और पुलिस के समक्ष हथियार डाले।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार सरेंडर करने वाले 50 में से छह नक्सलियों पर आठ-आठ लाख रुपये जबकि तीन पर 5-5 लाख ओर पांच पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के सरेंडर में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी), सीआरपीएफ, कोबरा यूनिट की भूमिका अहम थी। अब सरकारी व्यवस्था के अनुसार इनको मुख्यधारा में लाने की प्रक्रिया शुरू होगी। मालूम हो कि शनिवार को सुरक्षाबलों ने सुकमा में 17 जबकि बीजापुर में एक नक्सली को मार गिराया था। केंद्र सरकार 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। पुलिस के अनुसार बस्तर क्षेत्र में वर्ष 2024 में कुल 792 नक्सलियों ने सरेंडर किया था।
..........
हेडिंग: साल की पहले तीन महीने में रिकॉर्ड 280 नक्स्लियों का सरेंडर
- 280 नक्सलियों ने वर्ष 2025 की पहली तिमाही में किया है सरेंडर
- वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 124 नक्सलियों ने डाले थे हथियार
नई दिल्ली/रायपुर, एजेंसी। केंद्र सरकार की कोशिशों और सुरक्षाबलों की सख्ती के कारण आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या तेजी से बढ़ रही। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2025 की पहली तिमाही में छत्तीसगढ़ में 280 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इसमें बहुत सारे नक्सली इनामी थे। वहीं वर्ष 2024 की पहली तिमाही में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या सिर्फ 124 थी।
नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान से जुड़े अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2024 में कुल 787 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। पिछले साल की पहली तिमाही की तुलना में इस साल की पहली तिमाही में दोगनुा नक्सलियों ने हथियार छोड़ा है। ये सब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और उसकी कमांडो यूनिट कोबरा की कोशिशों से संभव हो सका है। सीआरपीएफ की सक्रियता और खुफिया जानकारी के जरिए नक्सलियों पर सुरक्षाबल लगातार प्रहार कर रहे।
हिंसा छोड़ने के लिए प्रेरित
नक्सल विरोधी अभियान के तहत खुफिया विभाग के अधिकारियों को नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़ने के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी मिली है। इसके तहत वे नक्सलियों को विचारधारा के खतरों के बारे में बता उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने का काम कर रहे। मालूम हो केंद्र सरकार मार्च 2026 तक नक्सवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में हर स्तर पर सभी तरह की कोशिशें की जा रही हैं।
तीन स्तर पर अभियान जारी
सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि एजेंसी नक्सवाद के खात्मे के लिए बीते कुछ महीनों से तीन स्तर पर काम कर रही। इसके तहत नक्सलवाद के खिलाफ बड़े पैमाने पर ऑपरेशन, दूर-दराज के क्षेत्रों में बेस बनाकर नक्सलवाद की कमर तोड़ी जा रही। इसके अलावा क्षेत्रीय स्तर पर कैंप लगाकर नक्सलवाद के रास्ते पर चलने वालों को सरेंडर करने और हथियार छोड़ने की कोशिशें करवाई जा रही हैं।
सरेंडर से हिंसा का स्तर घटा
सीआरपीएफ का मानना है कि जितने ज्यादा नक्सली सरेंडर करेंगे हिंसा का प्रभाव उतना ही कम होगा। सीआरपीएफ नक्सलियों के आत्मसमर्पण के प्रयास में जुटी है। इसी कड़ी में नक्सली लगातार हथियार छोड़ रहे हैं। केंद्र सरकार इस संबंध में पहले ही बता चुकी है कि नक्सली हिंसा के मामले 81 फीसदी तक कम हुए हैं, वहीं हिंसा के कारण मौतों का ग्राफ भी 85 फीसदी तक घटा है।
...........
हेडिंग: मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में अफ्सपा छह महीने बढ़ा
- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्र सरकार ने मौजूदा हालात को देखते हुए मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफ्सपा) को छह महीने के लिए बढ़ा दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के बाद 5 जिलों के 13 थानों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों को छोड़कर पूरे राज्य में एक अप्रैल से अफ्सपा लागू होगा। नगालैंड के आठ जिलों और पांच अन्य जिलों के 21 थाना क्षेत्रों में अफ्सपा को विस्तार दिया है। अरुणाचल प्रदेश के तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग जिलों तथा राज्य के तीन पुलिस थाना क्षेत्रों में अफ्सपा छह महीने के लिए बढ़ा है। मालूम हो कि अफ्सपा के तहत अशांत क्षेत्रों में सैन्यबलों को गिरफ्तार करने और तलाशी अभियान शुरू करने और जरूरत पड़ने पर गोली चलाने का अधिकार है।
.............
हेडिंग:: मणिपुर में तीन उग्रवादी गिरफ्तार
- एक अन्य व्यक्ति के पास से 117 सिम बरामद
इंफाल, एजेंसी। मणिपुर में पुलिस ने एक अभियान चलाकर तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को बताया कि प्रतिबंधित संगठन प्रेपक-प्रो से जुड़े तीन उग्रवादियों को इंफाल के पश्चिमी जिले खुरकुल से गिरफ्तार किया गया है। सभी पर फिरौती और वसूली करने का आरोप है। एक अन्य ऑपरेशन में पुलिस ने एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है जो दूसरे के नाम पर सिम लेकर उग्रवादियों को बेचता था। पुलिस ने उसके पास से 117 सिम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान तीन हैंड ग्रेनेड, सिंगल बैरल राइफल, 9 एमएम पिस्तौल के साथ बड़ी संख्या में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया है।
.............
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।