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एयूडी ने पांच और छात्रों को किया निलंबित

डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने अनुशासनहीनता के चलते पांच छात्रों को निलंबित किया है। छात्रों पर कुलपति और रजिस्ट्रार की गाड़ियों को रोकने, एक वाहन को क्षतिग्रस्त करने और विश्वविद्यालय के कामकाज...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 13 April 2025 07:46 PM
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एयूडी ने पांच और छात्रों को किया निलंबित

- पहले भी तीन छात्रों को एयूडी ने किया है निलंबित अनुशासनहीनता करने वाले छात्रों पर हुई कार्रवाई

नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता

डा.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली (एयूडी) ने अनुशासनहीनता के कारण पांच छात्रों को निलंबित कर दिया है। इन छात्रों के ऊपर पूर्व निलंबित तीन छात्रों का निलंबन वापस लेने की मांग करते समय अनुशासनहीनता के गंभीर आरोप हैं।

प्रशासन का कहना है कि छात्रों ने शुक्रवार को कुलपति और रजिस्ट्रार की गाड़ियों को रोका, एक वाहन को क्षतिग्रस्त किया और विश्वविद्यालय के कामकाज में बाधा पहुंचाई।

एयूडी के एक अधिकारी का कहना है कि मेरी गाड़ी को छात्रों ने घेर लिया, उस पर लटक गए और उसे आगे नहीं बढ़ने दिया। उन्होंने कुलपति अनु सिंह लाथर की कार को भी रोका और मेरी गाड़ी को नुकसान पहुंचाया। सुरक्षाकर्मियों और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। हमने औपचारिक शिकायत दर्ज कर दी है, एफआईआर भी दर्ज होगी।

प्रशासन का कहना है कि निलंबित छात्र सरकारी कार्यों में बाधा डालने, हमले का प्रयास करने और परिसर कर्मियों की सुरक्षा को खतरे में डालने में शामिल थे। जिन छात्रों को निलंबित किया गया है, उनमें छात्रसंघ की कोषाध्यक्ष शारन्या वर्मा, पीएचडी शोधार्थी शुभोजीत डे, एसएफआई की सचिव शेफाली, कीर्तना और अजय शामिल हैं।

ज्ञात हो कि यह विवाद मार्च में तीन छात्रों आनन, हर्ष और नादिया के निलंबन के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शन की कड़ी में सामने आया है। इन छात्रों को एक आत्महत्या प्रयास से जुड़े कथित बुलीइंग केस को राजनीतिक रंग देने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर बयान देने के आरोप में निलंबित किया गया था।

हालांकि इस मामले में प्रदर्शनकारी छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने प्रशासन के आरोपों को खारिज करते हुए विश्वविद्यालय की कार्रवाई को तानाशाहीपूर्ण और दमनकारी बताया है। संगठन का कहना है कि यह सब असहमति की आवाजों को दबाने की साजिश है। एसएफआई के अनुसार प्रदर्शन के दौरान महिला छात्रों के साथ सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने बदसलूकी, छेड़छाड़ और हिंसा की।

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