BSF Suspends Retreat Ceremony with Pakistan Amidst Heightened Tensions पहलगाम:: ब्यूरो::तनाव: बीएसएफ ने अटारी सहित अन्य सीमाओं पर रीट्रीट को किया सीमित, Delhi Hindi News - Hindustan
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पहलगाम:: ब्यूरो::तनाव: बीएसएफ ने अटारी सहित अन्य सीमाओं पर रीट्रीट को किया सीमित

बीएसएफ ने पहलगाम हमले के बाद पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर रिट्रीट समारोह को स्थगित कर दिया है। सुरक्षा बल ने भारतीय गार्ड कमांडर और उनके समकक्ष के बीच हाथ मिलाने की रस्म को भी रद्द कर दिया है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 24 April 2025 08:05 PM
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पहलगाम:: ब्यूरो::तनाव: बीएसएफ ने अटारी सहित अन्य सीमाओं पर रीट्रीट को किया सीमित

- भारतीय जवान द्वारा पड़ोसी देश के समकक्ष के साथ हाथ मिलाने की रस्म को किया स्थगित नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। बीएसएफ ने पहलगाम हमले को लेकर पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी, हुसैनीवाला और सादकी में रिट्रीट समारोह का आयोजन सीमित कर दिया है।

बीएसएफ के पंजाब फ्रंटियर ने बयान जारी कर कहा कि सुरक्षा बल भारतीय गार्ड कमांडर द्वारा अपने समकक्ष के साथ प्रतीकात्मक रूप से हाथ मिलाने की रस्म को स्थगित कर दिया गया है। कार्यक्रम के दौरान सीमा द्वार बंद रहेंगे। यह फैसला सीसीएस बैठक में लिए गए फैसले के अनुपालन में लागू किया गया है। भारत के साथ पाकिस्तान की कुल 2200 किलोमीटर लंबी सरहद लगती है जिसमें से बीएसएफ का पंजाब फ्रंटियर 532 किलोमीटर लंबी सीमा की रखवाली करता है। इसमें कहा गया है कि ये कदम सीमा पार शत्रुता पर भारत की गंभीर चिंता को दर्शाते हैं और इस बात की पुष्टि करते हैं कि शांति और उकसावे की कार्रवाई साथ-साथ नहीं हो सकती। पाकिस्तान ने भी अपनी तरफ से इसी तरह की रोक लगा दी है।

ध्वज-उतारने का समारोह जारी रहेगा

फैसले के अनुसार आम लोगों को ध्वज-उतारने के दैनिक समारोह को देखने की अनुमति होगी। सबसे बड़ा आयोजन अटारी सीमा पर होता है, जो एक संयुक्त या एकीकृत भूमि सीमा चौकी है। यह अमृतसर से लगभग 26 किमी दूर है। अटारी सीमा पर प्रतिदिन सैकड़ों घरेलू आगंतुक, विदेशी पर्यटक और स्थानीय लोग झंडा उतारने और रीट्रीट कार्यक्रम देखने आते हैं। यह कार्यक्रम बीएसएफ कर्मियों और उनके समकक्ष पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा समन्वित रूप से आयोजित किया जाता है। पाकिस्तान की तरफ की सरहद को वाघा के नाम से जाना जाता है।

बीएसएफ को किया अलर्ट

भारत और पाकिस्तान 1959 से अटारी-वाघा सीमा पर शाम को झंडा उतारने के कार्यक्रम का आयोजन करते आ रहे हैं। इस कार्यक्रम में दोनों देशों के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। यह समारोह 45-50 मिनट तक चलता है। अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण है। बीएसएफ के जवानों को पूरी तरह से अलर्ट किया गया है। ऐसे में जवान के उस तरफ जाने से सुरक्षा बल की चिंता बढ़ गई है। हालांकि कई बार दोनों तरफ के जवान गलती से सीमा पार करते हैं। ऐसे मुद्दों को फ्लैग मीटिंग के माध्यम से सुलझाया जाता है।

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