यूपीआई प्रणाली में बार-बार हो रही गड़बड़ी ने चिंता बढ़ाई
डिजिटल लेनदेन प्रणाली यूपीआई के सर्वर में बार-बार खराबी के कारण लेनदेन प्रभावित हो रहा है। एनपीसीआई ने तकनीकी टीम को जांच का जिम्मा सौंपा है। मार्च में सर्वर गिरने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसमें 95 मिनट...

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। आम लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुके डिजिटल लेनदेन यानी यूपीआई को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। बीते एक महीने से भी कम समय में तीन बार देश भर में यूपीआई का लेनदेन प्रभावित हुआ है। सर्वर बैठ जाने के कारण लोग दैनिक यात्रा से लेकर खान-पान और खरीदारी करते समय भुगतान नहीं कर पाए। राष्ट्रीय भुगतान निगम लिमिटेड (एनपीसीआई) द्वारा शुरू किए गए यूपीआई सिस्टम की वर्ष 2016 शुरुआत के बाद यह पहली दफा है, जब लेनदेन पूरी तरह से ठप हो गया हो या सर्वर में कोई खराबी आई हो। अब चिंता इस बात को लेकर है कि अगर भविष्य में सर्वर के चलते लेनदेन कुछ घंटों की जगह दिन भर प्रभावित रहा तो देश भर में व्यापक स्तर पर लोगों का जन-जीवन प्रभावित हो सकता है।
लगातार सर्वर खराब होने की समस्या के बीच एनपीसीआई ने तकनीकी टीम को मामले की गहन जांच करने का जिम्मा सौंपा है। सूत्रों के मुताबिक तकनीकी टीम ने सर्वर बैठने के पीछे एक वजह किसी एक समय अवधि के दौरान भारी संख्या में लेनदेन होने का बताया है। हालांकि साथ में यह भी कहा गया है कि हमारे सर्वर की क्षमता काफी अधिक है इसलिए ऐसी समस्या नहीं आनी चाहिए थी लेकिन शुरुआती छानबीन के बाद ओवरलोड ही समस्या है।
फरवरी तक रोजाना करीब 51-52 करोड़ लेन-देन होते थे, लेकिन मार्च में इनकी संख्या बढ़कर 60 करोड़ के पार हो गई। ऐसे में सर्वर की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। एनपीसीआई से जुड़े उच्च अधिकारियों ने स्थिति को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि जब यूपीआई के इस्तेमाल को बढ़ाने की दिशा में काम चल रहा है तो उस समय पर ऐसी दिक्कतें नहीं आनी चाहिए। खासकर जब भारत दूसरे देशों में भी यूपीआई के सेवाएं दे रहा हो और भविष्य में बाकी देशों को भी इससे जोड़ने की योजना हो। अगर भविष्य में समस्या ज्यादा समय के लिए खड़ी होती है तो उससे देशभर में नए तरीके की परेशानी खड़ी हो सकती है।
-------
मार्च में 95 मिनट तक प्रभावित रही सेवा
सर्वर की गड़बड़ी के पीछे दूसरी वजह सर्वर में चल रहे काम को भी बताया गया। आठ अप्रैल को एनपीसीआई ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूपीआई के लिए क्यूआर कोड के इस्तेमाल को सीमित किया जा रहा है। इसमें कई तरह के बदलाव किए जा रहे हैं जिसके लिए यूपीआई के बैंकएंड में काम चल रहा है। हो सकता है कि उसकी वजह से घरेलू स्तर पर लेनदेन प्रभावित हुआ हो। लेकिन उसके बाद भी लेनदेन प्रभावित हुआ है। एनपीसीआई ने स्वयं स्वीकार किया है कि मार्च में 95 मिनट तक लेनदेन प्रभावित हुआ।
-----------------
कब-कब हुआ लेनदेन प्रभावित
26 मार्च - तीन घंटे से अधिक
02 अप्रैल - करीब दो घंटे
12 अप्रैल - तीन से चार घंटे (बीच-बीच में प्रभावित होता रहा)
---------------
इंफो
प्रतिदिन यूपीआई से लेन-देन - 60 करोड़ से अधिक
प्रतिदिन धनराशि का लेन-देन - 82.5 हजार करोड़ से अधिक
------------
यूपीआई का इस्तेमाल करने वाले देश
भारत, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस, सिंगापुर, यूएई, फ्रांस में इस्तेमाल हो रहा है। जबकि रूस के साथ समझौते पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।
-------------
क्या है एनपीसीआई की तैयारी
एनपीसीआई से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि यह सिर्फ तकनीकी गड़बड़ी है, जिसे ठीक करने के लिए हमारी तकनीकी टीम काम कर रहा है। भविष्य में लोगों को यूपीआई के इस्तेमाल में कोई परेशानी न हो, इसके लिए कमी का पता लगाने और उसे ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।