पहलगाम:: भारत कूटनीतिक रूप से पाकिस्तान को घेरने में जुटा
- आईएमएफ, विश्व बैंक और एडीबी से संपर्क साध सकता है भारत - पाक को

नई दिल्ली, एजेंसी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को कूटनीति रूप से घेरने की कवायद में जुटा है। जानकारों का कहना है कि भारत पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और संगठनों से मिलने वाले कर्ज पर रोक लगाने की कोशिश में है। इसके जरिए भारत पाक की आर्थिक कमर तोड़ना चाहता है। भारत सरकार के सूत्रों के अनुसार इसी कूटनीतिक रणनीति के तहत भारत ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से कहा है कि पाक को दिए गए कर्ज पर वे एक बार फिर से विचार करे। हालांकि इस मामले में आईएमएफ और भारत सरकार ने कोई बयान नहीं दिया है।
सूत्रों का कहना है कि भारत इसी तर्ज पर एशिएन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) और विश्व बैंक से भी पाक को आवंटित होने वाले पैसे पर रोक की मांग कर सकता है। जानकारों का कहना है कि आईएमएफ आगामी नौ मई को जलवायु से जुड़े कार्यक्रमों के लिए 1.3 अरब डॉलर की कर्ज राशि देने के लिए पाक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेगा। इस दौरान आईएमएफ 7 अरब डॉलर के बेल आउट पैकेज की समीक्षा करेगा। भारत ने इससे पहले ही आईएमएफ से अपने फैसले पर विचार करने की अपील की है जिससे पाक को किसी भी मद में नया पैसा नहीं मिल सके। एडीबी और विश्व बैंक से मिलना है पैसा एडीबी ने दिसंबर 2024 तक अलग-अलग मदों में पाक को 43.4 अरब डॉलर का कर्ज देने का वादा किया है। पाकिस्तान को एडीबी ने अभी तक कुल 53 कर्ज और तीन अनुदान दिए हैं जिसकी कुल लागत 9.13 अरब डॉलर है। खैबर पख्तूनख्वा के ग्रामीण सड़क विकास परियोजना के लिए 32 करोड़ डॉलर देने की बात कही है। इसी तरह इस साल जनवरी में विश्व बैंक ने पाकिस्तान को 20 अरब डॉलर का कर्ज देने की घोषणा की थी। कर्ज पर निर्भर है पाकिस्तान पाकिस्तान को पिछले साल आईएमएफ से 7 अरब डॉलर के बेल आउट पैकेज को मंजूरी मिली थी। मार्च में इसमें से 1.3 अरब डॉलर मिले थे। पाकिस्तान के वित्तमंत्री के सलाहकार खुर्रम सहजाद ने कहा है कि आईएमएफ का कार्यक्रम सही दिशा में है। उन्होंने कहा कि 70 बैठकों के बाद हमें पैसा मिला है। हम इससे अपनी अर्थव्यवस्था को बेहतर करने की हर संभव कोशिश करेंगे। सूत्रों का कहना है कि युद्ध हुआ तो पाक का काफी पैसा इसमें बर्बाद हो सकता है। ........
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