जीएसटी संग्रह अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा
अप्रैल 2024 में भारत का जीएसटी संग्रह 2.37 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो अब तक का सर्वाधिक है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 12.6% की वृद्धि दर्शाता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे भारतीय...

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। अप्रैल में देश भर का वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह अब तक के इतिहास में सर्वाधिक रहा है। वर्ष 2017 में जीएसटी को लागू किया गया था। उसके बाद बीते वर्ष अप्रैल (2024) में 2.10 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ रहा था लेकिन बीते महीने में यह रिकॉर्ड भी टूट गया है। अप्रैल में 2.37 लाख करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ है, जो सालाना आधार पर 12.6 फीसदी अधिक रहा है। इससे पहले मार्च 2025 में कर संग्रह 1.96 लाख करोड़ रुपये था। जीएसटी संग्रह अप्रैल में सालाना आधार पर 12.6 प्रतिशत बढ़कर अबतक के उच्चतम स्तर लगभग 2.37 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
यह मजबूत आर्थिक गतिविधियों और कंपनियों के मार्च के अंत में खातों के मिलान को दर्शाता है। टैक्स कनेक्ट एडवाइजरी सर्विसेज एलएलपी के भागीदार विवेक जालान ने कहा, 'वैश्विक शुल्क युद्ध उससे जुड़ी अनिश्चितताओं के बीच, शुद्ध रूप से जीएसटी राजस्व में सालाना आधार पर 9.1 प्रतिशत की वृद्धि देश की इस दृढ़ इच्छा को बताती है कि वह 'विकसित भारत' के सपने को हर परिस्थिति में आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।' वहीं, इस रिकॉर्ड संग्रह की सराहना करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, जीएसटी के आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन को दर्शाते हैं। करदाताओं के प्रति हार्दिक आभार, जिनके योगदान और जीएसटी ढांचे में विश्वास ने देश की प्रगति को गति दी है। सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों और राज्य जीएसटी अधिकारियों के समर्पित प्रयासों को बधाई, जिनके प्रयासों से भारत के जीएसटी ढांचे में समान भागीदार बने हुए हैं। मैं केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड के ईमानदार प्रयासों के लिए धन्यवाद देती हूं।
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