भ्रष्टाचार घोटाले के बाद नैक ने 1000 से अधिक सदस्यों को हटाया
राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने भ्रष्टाचार घोटाले के बाद एक हजार से अधिक सदस्यों को हटा दिया है। यह कार्रवाई सीबीआई द्वारा सात सदस्यों की गिरफ्तारी से संबंधित है, जिन्होंने आंध्र...

- पिछले दिनों प्रोटोकॉल उल्लंघनों के कारण 800 सदस्य भी हटाए गए थे नई दिल्ली, एजेंसी।
भ्रष्टाचार घोटाले के बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने लगभग एक हजार से अधिक सदस्यों या मूल्यांकनकर्ताओं को हटा दिया है। नैक कार्यकारी समिति के अध्यक्ष ने यह जानकारी दी।
दरअसल, नैक देश के उच्च शिक्षा, अन्य शिक्षा संस्थानों का आकलन और मान्यता का कार्य करती है। यह कार्रवाई फरवरी में सीबीआई द्वारा नैक सहकर्मी टीम के सात सदस्यों की गिरफ्तारी से जुड़े भ्रष्टाचार मामले पर की गई। इसको लेकर गठित 10 सदस्यीय विशेष समिति ने यह सिफारिश की थी। बता दें, नैक ने रिश्वत घटना से पहले भी प्रोटोकॉल उल्लंघनों के कारण 6100 मूल्यांकनकर्ताओं में से लगभग 800 को हटा दिया था। इसके बाद यह संख्या घटकर 5,364 रह गई थी।
आंध्र प्रदेश के संस्थान से ली थी रिश्वत
सीबीआई ने भ्रष्टाचार मामले में गुंटूर स्थित कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन (केएलईएफ) के तीन पदाधिकारियों और एनएएसी पीयर टीम के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया था। नैक निरीक्षण के दौरान पता चला था कि इन आरोपियों ने आंध्र प्रदेश में केएलईएफ को ए रेटिंग दिलाने के लिए रिश्वत लिया था।
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