अनुच्छेद 370 हटाने से कश्मीर में नहीं रुकी हिंसा: शिवसेना (यूबीटी)
शिवसेना (यूबीटी) ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को खुफिया तंत्र की विफलता बताया। पार्टी ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के बावजूद कश्मीर में हिंसा जारी है। 2019 के बाद से 197 सुरक्षाकर्मी और 135 नागरिक...

हेडिंग विकल्प: पहलगाम हमला खुफिया तंत्र की विफलता: शिवसेना (यूबीटी) - उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा
मुंबई, एजेंसी। शिवसेना (यूबीटी) ने गुरुवार को दावा किया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ जानलेवा आतंकवादी हमला खुफिया तंत्र की विफलता का परिणाम है। पार्टी ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के मुद्दे केवल पाकिस्तान को धमकाने से नहीं सुलझेंगे।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में तीखे शब्दों में कहा कि अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बावजूद कश्मीर घाटी में हिंसा थमी नहीं है। हिंदुओं को अब भी निशाना बनाया जा रहा है। विपक्षी पार्टी ने अपनी पूर्व सहयोगी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने वर्ष 2019 में संविधान के इस विवादित प्रावधान को हटाए जाने के बाद राजनीतिक उत्सव मनाया था लेकिन घाटी में हिंदुओं को उनके हाल पर छोड़ दिया गया।
पार्टी ने दावा किया कि पांच अगस्त 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर में अब तक 197 सुरक्षाकर्मी, 135 आम नागरिक और 700 आतंकी मारे जा चुके हैं। मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पर्यटक स्थल पहलगाम में आतंकवादियों ने हमला कर दिया था जिसमें 26 लोगों की जान गई। अधिकांश अन्य राज्यों से आए पर्यटक थे।
संपादकीय में सवाल किया गया, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कहां हैं, जो खुद को जेम्स बॉन्ड जैसा दिखाते हैं?सामना ने लिखा, पुलवामा हमले के बाद अब पहलगाम हमला खुफिया एजेंसियों की विफलता है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए पार्टी ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग करती है, लेकिन पहलगाम में हिंदुओं की हत्या की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है।
संपादकीय में कहा गया, प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया था कि वर्ष 2016 की नोटबंदी से आतंकवाद की कमर टूट जाएगी, लेकिन वह झूठ था। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर में आतंकवाद खत्म होने के दावे को भी सामना ने खारिज किया और कहा कि घाटी में अब भी रोज खून बह रहा है।
भाजपा पर सीधा हमला करते हुए सामना ने कहा, ‘हिंदुओं की रक्षा कौन करेगा? हिंदुओं की मौत के बाद रोना-धोना, फिर पाकिस्तान और मुसलमानों पर आरोप लगाना... यह भाजपा का तरीका है। ऐसा ही पुलवामा के बाद भी हुआ था। संपादकीय के अंत में आरोप लगाया गया कि पिछले दस वर्षों से देशभर में धार्मिक आधार पर नफरत फैलाई जा रही है।
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आतंकी हमले के खिलाफ केंद्र की कार्रवाई के साथ
नई दिल्ली। शिवसेना (यूबीटी) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ केंद्र सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का गुरुवार को पूरा समर्थन करने का आश्वासन दिया। शिवसेना (उबाठा) के नेता और लोकसभा में पार्टी के नेता अरविंद सावंत ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिखकर यह आश्वासन दिया। हालांकि, उन्होंने अनिवार्य कारणों के चलते सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने में असमर्थता जताई।
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