कूनो राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में चार शावकों के साथ छोड़ी गई मादा चीता गामिनी
श्योपुर, एजेंसी मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) से एक मादा चीता को उसके

श्योपुर, एजेंसी मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) से एक मादा चीता को उसके चार शावकों के साथ जंगल में छोड़ा गया। इसके बाद अब क्षेत्र के जंगल में खुले में विचरण करने वाले चीतों की संख्या 17 हो गई है। वहीं नौ चीतों को अभी भी बाड़े में रखा गया है।
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तम कुमार शर्मा ने एक बयान में बताया कि दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी को उसके चार शावकों के साथ श्योपुर जिले के खजुरी वन क्षेत्र में सफलतापूर्वक छोड़ा गया है। शावकों में से दो नर व दो मादा हैं। चारों की उम्र 12 महीने है और सभी चीते स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में चीतों को छोड़े जाने के बाद अब आगंतुकों को सफारी के दौरान अधिक चीतों को देखने का अवसर मिल सकता है। अधिकारियों के अनुसार गामिनी ने 10 मार्च 2024 को छह शावकों को जन्म दिया था, लेकिन बाद में दो शावकों की मौत हो गई थी। इससे पहले 21 फरवरी को चीता ज्वाला और उसके चार शावकों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में छोड़ा गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़कर चीता पुनर्वास परियोजना की शुरुआत की थी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 'एक्स' पर लिखा कि सफारी के दौरान पर्यटकों को चीतों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का अवसर मिलेगा जिससे पर्यटकों की संख्या में निश्चित ही वृद्धि होगी। मध्यप्रदेश सरकार वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए संकल्पित है।
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