Technology and Tradition Must Coexist Jaishankar at WAVES Conference ब्यूरो ::: ‘वेव्ज पैकेज ::: ‘वेव्स मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र के लिए भावी रोडमैप तैयार करेगा : जयशंकर, Delhi Hindi News - Hindustan
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ब्यूरो ::: ‘वेव्ज पैकेज ::: ‘वेव्स मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र के लिए भावी रोडमैप तैयार करेगा : जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुंबई में WAVES सम्मेलन में कहा कि प्रौद्योगिकी और परंपरा को एक साथ चलना चाहिए। उन्होंने युवाओं को रचनात्मकता और कौशल विकास के माध्यम से तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 2 May 2025 07:03 PM
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ब्यूरो ::: ‘वेव्ज पैकेज ::: ‘वेव्स मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र के लिए भावी रोडमैप तैयार करेगा : जयशंकर

वैकल्पिक हेडिंग 1: प्रौद्योगिकी व परंपरा को साथ-साथ चलना चाहिए : जयशंकर वैकल्पिक हेडिंग 2 : नवाचार विकसित भारत के निर्माण की कुंजि --------------------------------------------------------- -प्रौद्योगिकी के जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग पर दिया जोर -वैश्विक कार्यस्थल व कार्यबल के लिए मानसिकता में बदलाव जरूरी मुंबई, विशेष संवाददाता। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि वेव्स सम्मेलन मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र के लिए भविष्य का रोडमैप तैयार करेगा। यहां शुक्रवार को वैश्विक मीडिया संवाद को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि ‘वेव्स वैश्विक समुदाय का एक छोटा स्वरूप है। सम्मेलन मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र के भावी रोडमैप पर चर्चा के लिए कंटेंट क्रिएटर्स, नीति निर्माताओं, अभिनेताओं, लेखकों, निर्माताओं और कलाकारों को एक मंच पर ला रहा है।

जयशंकर ने मीडिया संवाद की विचाराधीन रुपरेखा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि विश्व व्यवस्था जिसका एक मजबूत सांस्कृतिक आयाम है, आज परिवर्तन के दौरान से गुजर रही है। इसलिए यह आवश्यक है कि हम अपनी परंपराओं, विरासत, विचारों, प्रथाओं एवं रचनात्मकता को आवाज दें। उन्होंने कहा कि प्रौद्यौगिकी एवं परंपरा को साथ-साथ चलना चाहिए क्योंकि प्रौद्यौगिकी हमारी विशाल विरासत के बारे में जागरुकता को मजबूत कर सकती है। साथ ही इसके बारे में चेतना को खासकर युवा पीढ़ी के लिए और गहरा कर सकती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि युवा प्रतिभाओं को प्रासंगिक कौशल विकास के माध्यम से रचनात्मक सहयोग के युग के लिए तैयार किया जाए। नवाचार उस छलांग की कुंजी है जो विकसित भारत का निर्माण करेगी। उन्होंने कहा कि एआई के उभरते युग में संभावनाएं कल्पना से परे हैं। फिर भी उभरती प्रौद्यौगिकियों का जिम्मेदारी से उपयोग करने की आवश्यकता है। साथ ही पूर्वाग्रह को कम करना, विषय-वस्तु का लोकतंत्रीकरण करना और इसकी नैतिकता को प्राथमिकता देना भी आवश्यक है। उन्होंने निष्कर्ष देते हुए कहा कि वैश्विक कार्यस्थल और वैश्विक कार्यबल के लिए मानसिकता, रूपरेखा, नीतियों और प्रथाओं में बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने वैश्विक मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के समक्ष प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक मंच के रूप में वेव्स पर भरोसा जताया।

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