मेडिकल कॉलेज: डॉक्टर को दिखाने से लेकर जांच कराने तक करनी पड़ रही मशक्कत
Deoria News - महर्षि देवरहा बाबा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में रोगियों की भीड़ के चलते संसाधनों की कमी महसूस की जा रही है। डॉक्टरों तक पहुंचने में समय लग रहा है और औषधि वितरण काउंटर पर भी लंबी कतारें हैं।...
देवरिया, निज संवाददाता। महर्षि देवरहा बाबा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में रोगियों की भीड़ के चलते संसाधन कम पड़ने लगे हैं। यहां विभिन्न विभागों में रोगियों को डॉक्टर तक पहुंचने में काफी समय लग रहा है। वहीं औषधि वितरण काउंटर पर दवा मिलने में भी समय लग रहा है। इन सबके बीच पैथालॉजी जांच कराना रोगियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रही है। यहां जीरो बिलिंग सिस्टम लागू होने के बाद एक घंटे तक कतार में खड़े होना रोगियों व उनके परिजनों की विवशता बन गई है। वहीं एक्सरे केंद्र पर जांच के लिए जूझना अलग चुनौती है। इसका समुचित समाधान निकाले बगैर सुविधा की बात बेमानी लग रही है।
जीरो बिलिंग काउंटर पर छूट रहे रोगियों व परिजनों के पसीने मेडिकल कालेज के हास्पिटल ब्लॉक में ओपीडी में दिखाने के बाद चिकित्सके परामर्श पर रोगी रक्त और अन्य जांच कराने के लिए काउंटर संख्या छ: व सात से गुजरना होता है। इसके बाद पैथालॉजी व संबंधित जगहों पर इस पर्ची को दिखाकर आगे की जांच होती है। इसमें एक काउंटर महिला व दूसरा पुरुष के लिए निर्धारित है। शुक्रवार को दोनो काउंटरों पर काफी भीड़ रही। यहां जांच के लिए कतार में खड़ी बैकुंठपुर से आईं सविता देवी (32) ने बताया कि आधे घंटे से लाइन में खड़े हैं। अभी नंबर नहीं आया है। साथ आए सविता के पति काफी परेशान दिखे। उन्होंने कहाकि यहां काउंटर की संख्या बढ़नी चाहिए। रामगुलाम टोला के अनिल सिंह (50) खून जांच कराने के लिए काउंटर जीरो बिलिंग कराने के लिए खड़े थे। उन्होंने बताया कि एक घंटे तक लाइन में खड़ा होना पड़ता है। बाकी व्यवस्था कुछ हद तक ठीक है। हड्डी रोग में कतार तोड़ने पर आपस में उलझे रोगी मेडिकल कालेज की ओपीडी में डॉक्टर तक पहुंचना बहुत परिश्रम का कार्य है। यहां चिकित्सक तक पहुंचने में आधे से लेकर दो घंटे तक लग जाते हैं। सबसे अधिक समय हड्डी रोग विभाग में लगता है। इसके बाद मेडिसीन, सर्जरी, ईएनटी, चर्म रोग में भी डॉक्टर तक पहुंचने में समय लगता है। शुक्रवार को हड्डी रोग विभाग के कक्ष संख्या 19 के सामने काफी लंबी कतार लगी रही। दोपहर करीब 12:45 बजे चिकित्सक कक्ष के सामने से लेकर एक्सरे केंद्र के आगे तक लोग कतार में खड़े रहे। सदर ब्लॉक के फुलवरिया करन से इलाज कराने आई रमावती देवी (60) ने बताया कि दो घंटे से आई हूं। कूल्हे से लेकर नीचे पैर तक दर्द है। कतार में आगे वाली महिला से बोलकर किनारे बैठी थी। दो घंटे हो गए। अब डॉक्टर के पास पहुंचने का समय आया है तो लाइन में खड़ी हूं। इतना समय नहीं लगना चाहिए। भीखमपुर गांव की सविता भी परेशान दिखीं। पथरदेवा से आईं पूनम देवी ने बताया कि 11 बजे से लाइन में हूं। गर्दन में दर्द है। खड़े होकर इंतजार करने में दर्द बढ़ जाता है। इतना समय नहीं लगना चाहिए। औषधि वितरण काउंटर पर लगता है समय मेडिकल कालेज में औषधि वितरण के लिए छ: काउंटर संचालित हैं। इसके बावजूद लोगों को दवा लेने में आधा से अधिक लग जाता है। चिकित्सक की लिखी सभी दवाईंया मिलना भी मुश्किल है। बिहार के विजयीपुर से बहन का इलाज कराने आए दीपक कुमार ने एमसीएच विंग में महिला चिकित्सक को दिखाया। वहां पर डॉक्टर ने दवा लिखी। काउंटर पर पहुंचे तो एक विटामिन की गोली मिली। बाकी दो दवाईंया बाहर से लेने के लिए कहा गया। यहां दवा लेने पहुंचे दिनेश श्रीवास्तव ने बताया कि अभी भीड़ कम हो गई है। 11-12 बजे तो दवा लेने में हालत खराब हो जाती है। आधे से एक घंटे का समय लग जाता है। इससे काफी दिक्कत होती है। मेडिकल कालेज प्रशासन को काउंटर की संख्या बढ़ानी चाहिए। बोले लोग मां का इलाज कराने आया हूं। यहां सुविधा अच्छी है। पर सबसे अधिक मुश्किल जीरो बिलिंग कराने में होती है। चाहे जांच के लिए रुपया लग रहा हो या नि:शुल्क जांच हो। सभी के लिए काउंटर पर पर्ची देकर जांच कर दर्ज कराना होता है। कालेज प्रशासन ने काउंटर संख्या छ: व सात बनाया है। इसकी संख्या बढ़ाकर कम से कम चार की जाए। अभिषेक, भीखमपुर रोड मेरे दांत में दर्द है। दंत रोग विभाग में दिखाया था। वहां से डॉक्टर ने एक दवा लिख दी है। यहां लेने आया हूं। अभी तो भीड़ कम है। दवा मिल गई। पर अक्सर यहां पर काफी समय लग जाता है। इसका समाधान मिलना चाहिए। मुझे अभी दांत के एक्सरे के लिए रुपया जमा करना है। वहां अलग से लाइन लगानी पड़ेगी। इलाज करानो में आधा दिन चला जा रहा है। दिनेश कुमार श्रीवास्तव, उमा नगर बिटिया का पैर टूट गया था। डॉक्टर के कहने पर कच्चा प्लास्टर हुआ है। अब प्लास्टर कटवाने के लिए डॉक्टर को दिखाना है। दो घंटे लाइन में खड़ा हूं। बेटी नीचे बैठी है। अभी तक नंबर नहीं आया है। डॉक्टर के देखने के बाद प्लास्टर कटवाकर फिर एक्सरे कराना है। अगर देर हुई तो एक्सरे केंद्र बंद हो जाएगा। कल फिर आना पड़ेगा। बिट्टू तिवारी, भीखमपुर रोड
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