देश में छिपे कितने गद्दार? नूंह से अरमान के बाद तारीफ गिरफ्तार; 2 पाकिस्तानी अफसरों पर भी FIR
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को धूल चटा देने के बाद अब भारत में ऐसे लोगों की तलाश तेज हो गई है जो दुश्मन पड़ोसी देश के साथ गद्दारी कर रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को धूल चटा देने के बाद अब भारत में ऐसे लोगों की तलाश तेज हो गई है जो दुश्मन पड़ोसी देश के साथ गद्दारी कर रहे थे। हरियाणा से एक और ऐसे ही शख्स को गिरफ्तार किया गया है जिस पर पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप है। यह हरियाणा से पांचवीं और नूंह जिले से दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हिसार और अरमान को नूंह से पकड़ा गया था।
हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने नूंह के तावड़ू सब डिवीजन के कंगारका गांव से तारीफ नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस मामले में तावड़ू सदर पुलिस थाने में तारिफ के अलावा पाकिस्तानी हाई कमीशन के दो अफसरों पर भी केस दर्ज किया गया है।
वॉट्सऐप के जरिए दे रहा था सूचना, बदले में मिलते थे पैसे
पुलिस जांच में सामने आया है कि तारीफ वॉट्सऐप के जरिए दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में काम कर रहे दो पाकिस्तानी नागरिकों आसिफ बलोच और जाफर को भारत की सैन्य गतिविधियों की गुप्त जानकारी भेज रहा था। इस काम के बदले उसे पैसों की भी मदद मिलती थी।
चैट डिलीट करने की कोशिश
गुप्त सूचना के आधार पर चंडीगढ़ पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने तावडू सीआईए और सदर थाना पुलिस के साथ मिलकर रविवार शाम उसे गांव बावला के पास से पकड़ा। पुलिस को देखते ही तारीफ ने अपने मोबाइल से कुछ चैट डिलीट करने की कोशिश की, लेकिन टीम ने मोबाइल जब्त कर जांच शुरू कर दी।
मोबाइल में मिले गद्दारी के सबूत
जांच में उसके मोबाइल में पाकिस्तानी नंबरों से की गई चैटिंग, फोटो, वीडियो और सैन्य गतिविधियों से जुड़ी तस्वीरें मिलीं। तारीफ दो अलग-अलग सिम कार्ड से लगातार पाकिस्तान के संपर्क में था। पुलिस का कहना है कि तारीफ ने पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात आसिफ बलोच और जाफर को भारत की खुफिया जानकारियां देकर देश की सुरक्षा को खतरे में डाला। इस मामले में नूंह जिले के तावडू सदर थाने में भारतीय दंड संहिता, ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 और देशद्रोह की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
डॉक्टर वाला काम, दो बार जा चुका पाकिस्तान
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में हरियाणा के नूंह जिले में पकड़ा गया मोहम्मद तारीफ गांव में डॉक्टर बनकर काम करता है। उसके पास डॉक्टर की डिग्री है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। तारीफ दो बार पाकिस्तान जा चुका है। वर्ष 2023 और 2024 में। उसका दादा का भाई भी पाकिस्तान में रहता है। जिनसे मिलने के लिए वह गए थे। आरोपी पर आरोप है कि वह भारत की सैन्य गतिविधियों की गोपनीय जानकारी व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारियों को भेजता था।
पिता ने किया बचाव
बेटे की गिरफ्तारी के बाद तारीफ के पिता हनीफ ने कहा कहा कि पुलिस उसे उठाकर ले गई है। उन्हें कुछ बताया नहीं गया है। जासूसी के आरोपों को लेकर हनीफ ने बेटे का बचाव किया। पीटीआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में उनकी रिश्तेदारी है। हनीफ ने कहा, 'पाकिस्तान में मेरे ताऊ रहते हैं। हम वहां जाते हैं। मैं, मेरा बेटा और बहू डेढ़ साल पहले गए थे। लेकिन जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो गलत हैं।'
दो दिन पहले राजाका गांव से पकड़ा गया था अरमान
नूंह जिले के राजाका गांव में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में दो दिन पहले ही 26 साल के अरमान को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी अरमान को दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक कर्मचारी के जरिए भारतीय सेना और अन्य सैन्य गतिविधियों से संबंधित सूचनाएं पाकिस्तान को देने के आरोप में पकड़ा गया। अरमान वॉट्सऐप और सोशल मीडिया के जरिए खुफिया जानकारी शेयर कर रहा ता। पुलिस ने बताया कि जब उसके मोबाइल फोन की तलाशी ली गई तो उसमें पाकिस्तानी नंबरों से की गई बातचीत, फोटो और वीडियो मिले। आरोप है कि वह पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स को सिम भी मुहैया कराता था।