पीरागढ़ी और अंधेरिया मोड़ पर खत्म होगा ट्रैफिक, PWD बनाएगा अंडरपास; प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को क्या दिया आदेश
दिल्ली में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) दो सबसे बिजी (व्यस्त) चौराहों- पश्चिमी दिल्ली में पीरागढ़ी चौक और दक्षिणी दिल्ली में अंधेरिया मोड़- पर भीड़भाड़ कम करने के लिए अंडरपास बनाने की योजना बना रहा है।

दिल्ली में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) दो सबसे बिजी (व्यस्त) चौराहों- पश्चिमी दिल्ली में पीरागढ़ी चौक और दक्षिणी दिल्ली में अंधेरिया मोड़- पर भीड़भाड़ कम करने के लिए अंडरपास बनाने की योजना बना रहा है। पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि उन्होंने अधिकारियों को अंडरपास के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का निर्देश दिया है, जिसके लिए जल्द ही एक एजेंसी को काम दिया जाएगा।
वर्मा ने कहा, "मैंने विभाग से इन दोनों चोक पॉइंट्स पर अंडरपास के लिए डीपीआर तैयार करने को कहा है। मुझे रोजाना ट्रैफिक जाम से जुड़ी कई शिकायतें मिल रही हैं। मैंने विभाग से इन पॉइंट्स पर ट्रैफिक समस्या के संभावित समाधानों की वैकल्पिक योजनाएं शेयर करने को भी कहा है, ताकि बजट को उसी हिसाब से आवंटित किया जा सके। हम धीरे-धीरे पीडब्ल्यूडी सड़कों के आसपास ऐसे सभी जाम पॉइंट्स को खत्म करेंगे।"
मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बजट में सड़कों और फ्लाईओवर के लिए 3,800 करोड़ रुपये से ज्यादा का आवंटन किया है, जिसका उपयोग शहर में सड़क के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने और भीड़भाड़ को कम करने के लिए किया जाएगा। वर्मा ने कहा, "मैंने विभाग से इन दोनों चोक पॉइंट पर अंडरपास के लिए डीपीआर तैयार करने को कहा है। मैंने विभाग से इन पॉइंट पर ट्रैफिक समस्या के समाधान की वैकल्पिक योजनाएं साझा करने को कहा है, ताकि बजट को उसके अनुसार आवंटित किया जा सके। हम धीरे-धीरे पीडब्ल्यूडी की सड़कों के आसपास ऐसे सभी भीड़भाड़ वाले पॉइंट पर काम करेंगे।"
मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बजट में सड़कों और फ्लाईओवर के लिए जो फंड आवंटित किया है, उसका उपयोग शहर में सड़क के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने और भीड़भाड़ को कम करने के लिए किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने कहा, "सड़क वर्तमान में इस स्ट्रेच पर भारी यातायात को नहीं संभाल सकती, जो एक तरफ उद्योग नगर, मुंडका और मंगोलपुरी सहित औद्योगिक क्षेत्रों से घिरा हुआ है, और दूसरी तरफ पश्चिम विहार जैसे आवासीय क्षेत्र हैं। एक छोटे से कॉरिडोर पर चार ट्रैफिक चौराहे भीड़भाड़ को बढ़ाते हैं।"