दुनिया में तमाम अजीबोगरीब परंपराएं हैं, मगर कुछ ऐसी भी हैं जो इंसानियत के नाम पर धब्बा हैं। ऐसी ही एक हैरान और रूह कंपा देने वाली परंपरा सामने भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में काफी वक्त से चली आ रही है।
बांग्लादेश में 'मंडी' नाम के एक आदिवासी समुदाय की रिवायत सुनकर किसी को भी हैरानी जरूर होगी। जी हां! मंडी समुदाय में एक शख्स अपनी ही बेटी से शादी कर सकता है। यकीन करना मुश्किल है लेकिन ये परंपरा वहां कई सालों से चली आ रही है।
अगर कोई पुरुष किसी विधवा महिला से शादी करता है, तो बाद में वह पुरुष महिला की पहली शादी से हुई बेटी से भी विवाह कर सकता है। यानी जो बच्ची कभी उसे पिता कहती होगी, वही एक दिन उसकी बीवी बन जाती है।
मंडी समाज इस अजीब रिवाज के पीछे दलील देता है कि इससे विधवा महिला और उसकी बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। उनका कहना है कि इस तरह से पुरुष परिवार की देखभाल करता है।
मगर सच्चाई ये है कि यह परंपरा नाबालिग बच्चियों के शोषण और उनके बचपन को कुचलने का एक जरिया बन चुकी है। इस अमानवीय परंपरा में सबसे अधिक पीड़ित होती हैं वो मासूम बेटियां जिन्हें पहले पिता का प्यार चाहिए होता है, लेकिन जिनसे बाद में विवाह कर लिया जाता है।