अगर आप गर्मियों की छुट्टी में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं लेकिन कहां जाएं ये सोचकर थोड़े कंफ्यूज हैं तो आपकी यह परेशानी हम दूर किए देते हैं। अपनी इस खबर में आपको 5 ऐसे भारतीय शहरों के बारे में बताएंगे जिनके नाम पौराणिक कथाओं में बताए गए राक्षसों के नाम पर रखे गए।
ज्यादातर शहरों के नाम देवी-देवताओं या फिर उस शहर के राजा या उसकी खासियत को देखते हुए रखे जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कई ऐसे भी शहर हैं जिनका नाम राक्षसों के नाम पर रखा गया है। आइए जानते हैं उनके बारे में।
मैसूर का नाम राक्षस महिषासुर के नाम पर पड़ा है, जिसे देवी चामुंडेश्वरी ने मारा था। प्राचीन काल में इसे महिषा-ऊरु कहा जाता था, जो बाद में मैसूर बन गया। 2014 में मैसूर को आधिकारिक रूप से मैसुरु नाम दिया गया। Pic Credit: Freepik
जालंधर शहर का नाम राक्षस जलंधर के नाम पर रखा गया, जो प्राचीन काल में इस क्षेत्र की राजधानी का शासक था। पौराणिक कथाओं के अनुसार जलंधर एक शक्तिशाली असुर था, जिसकी पत्नी का नाम वृंदा था। वृंदा के सतित्व के कारण जलंधर का वध विष्णु भगवान तक नहीं कर पाए थे। जिसके बाद छल पूर्वक वृंदा का सतित्व तोड़कर जलंधर का वध किया गया था। Pic Credit: Incredibleindia
बिहार के 'गया' का नाम राक्षस गयासुर के नाम पर पड़ा है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, गयासुर ने यज्ञ के लिए अपना शरीर दान कर दिया था, जिसकी वजह से यह स्थान पवित्र माना जाता है। गया आज एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। Pic Credit: Freepik
हरियाणा में स्थित पलवल शहर का नाम राक्षस पलंबासुर के नाम पर रखा गया। प्राचीन समय में इसे पलंबपुर कहा जाता था, जो समय के साथ बदलकर पलवल हो गया। पलंबासुर का वध श्रीकृष्ण के भाई बलराम ने किया था। Pic Credit: Haryana Tourism
इस शहर का नाम राक्षस थिरिसिरन के नाम पर रखा गया, जिसने भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी। प्राचीन काल में इसे थिरि-सिकरपुरम कहा जाता था, जो बाद में बदलकर तिरुचिरापल्ली हो गया। वर्तमान समय में यह लोगों के लिए तमिलनाडु का एक प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र है। Pic Credit: Freepik