बिश्नोई समाज के लोगों ने सांसद हनुमान बेनीवाल का क्यों फूंका पुतला? जाने क्या है पूरा मामला ?
RLP सुप्रीमों सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से मंत्री K.K. बिश्नोई पर लगातार लगाए जा रहे गंभीर आरोपों के विरोध में आज राजस्थान के नागौर में बिश्नोई समाज ने उनका पुतला फूंका। मंत्री बिश्नोई कल ही नागौर दौरे पर थे।

RLP सुप्रीमों सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से मंत्री K.K. बिश्नोई पर लगातार लगाए जा रहे गंभीर आरोपों के विरोध में आज राजस्थान के नागौर में बिश्नोई समाज ने उनका पुतला फूंका। मंत्री बिश्नोई कल ही नागौर दौरे पर थे। एसआई भर्ती 2021 पेपर लीक मामले में लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से मंत्री केके विश्नोई पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद मामला गरमा गया है। बेनीवाल की ओर से बार-बार मंत्री विश्नोई का नाम लेने पर मंत्री पहली बार मीडिया के सामने आए जयपुर में मंत्री ने भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री के साथ भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी और कैलाश वर्मा भी मौजूद थे।
मंत्री केके विश्नोई ने भी पलटवार करते हुए कहा कि एसआई भर्ती 2021 कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थी। इस पूरी प्रक्रिया में उनका कोई रोल नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया है कि हनुमान बेनीवाल बेबुनियाद बातें कर प्रदेश के युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। विश्नोई ने कहा कि जब यह भर्ती प्रक्रिया हुई, तब बेनीवाल खुद कांग्रेस के समर्थन में थे और उस दौरान उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई। अब जब चुनाव नजदीक हैं, तो वे राजनीति चमकाने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं।
इस बीच नागौर में मंत्री केके विश्नोई के खिलाफ बिश्नोई समाज में आक्रोश देखने को मिला। बेनीवाल के समर्थन में समाज के लोगों ने नागौर में विश्नोई का पुतला जलाकर विरोध जताया। गौरतलब है कि मंत्री विश्नोई एक दिन पहले ही नागौर दौरे पर थे।
सांसद हनुमान बेनीवाल पिछले आठ दिनों से जयपुर के शहीद स्मारक पर युवाओं के आंदोलन में भाग ले रहे हैं। यह आंदोलन कांग्रेस शासनकाल में हुई विभिन्न भर्तियों में कथित फर्जीवाड़े के खिलाफ चल रहा है। दो दिन पहले बेनीवाल ने एसआई भर्ती मामले में गिरफ्तार आरोपी संतोष बिश्नोई के एसओजी पूछताछ नोट को मीडिया के सामने पेश किया था। उसमें संतोष ने स्वीकार किया कि उसने अपने स्थान पर छम्मी विश्नोई को 13 लाख रुपए में डमी उम्मीदवार के रूप में बैठाया था, जिसमें से 6 लाख रुपए मंत्री केके विश्नोई से लेकर दिए गए।
इसी बयान के आधार पर बेनीवाल ने मंत्री पर घोटाले में संलिप्त होने का आरोप लगाया है। हालांकि, मंत्री ने इसे झूठा और साजिशन फैलाया गया आरोप बताया है और जांच एजेंसियों से निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस पूरे प्रकरण से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
रिपोर्ट- सचिन कुमार