राजस्थान विधानसभा के बाहर धरना पर बैठी कांग्रेस; जानिए गहलोत, जूली और डोटासरा समेत अन्य की मांग
- विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने सभा के बाहर धरना प्रदर्शन किया। धरना में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट आदि शामिल रहे। जानिए पूरा मामला।

राजस्थान विधानसभा से 6 विधायकों का निलंबन कर दिया गया है। इसके बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने सभा के बाहर धरना प्रदर्शन किया। धरना में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट आदि शामिल रहे।
निलंबित विधायकों से क्यों हुई धक्कामुक्की
बीते 5 दिनों से राजस्थान विधानसभा में गतिरोध चल रहा है। आज सभा में घुसने की कोशिश की तो निलंबित कांग्रेस विधायकों की सुरक्षाकर्मियों से धक्कामुक्की हो गई और अंत में उन्हें सुरक्षाकर्मियों द्वारा अंदर नहीं घुसने दिया गया। इसके बाद कांग्रेस विधायक बाहर बैठकर धरना प्रदर्शन करके नारेबाजी करने लगे।
विधायकों ने सदन के बाहर शुरू की नारेबाजी
सदन के बाहर बैठे कांग्रेस विधायकों ने जमकर नारेबाजी की। इंदिरा जी का ये अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान। संविधान के हत्यारों का नाश हो, नाश हो। लोकतंत्र के हत्यारों का नाश हो, नाश हो। तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी।
कल 4 बार सदन हुआ स्थगित, जानिए वजह
आपको बता दें कि कल सोमवार को राजस्थान विधानसभा 4 बार स्थगित की गई थी। इसके पीछे दो वजहें थीं, जिनके चलते कल पूरे दिन सदन में गतिरोध बना रहा। पहला मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ टिप्पणी करना और दूसरा कांग्रेस के 6 विधायकों का निलंबित हो जाना।
अशोक गहलोत ने एक्स पोस्ट में क्या कहा
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर धरना का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी पर भाजपा सरकार के मंत्री की आपत्तिजनक टिप्पणी एवं छह कांग्रेस विधायकों के निलंबन के विरोध में विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायकों के धरने में शामिल हुए।
जानिए धरना के जरिए कांग्रेस ने क्या मांग की
अब निलंबित विधायकों की बहाली और इंदिरा गांधी पर टिप्पणी मामले में मंत्री अविनाश गहलोत से माफी मंगवाने तक सदन नहीं चलने देने का फैसला किया है। इसी सिलसिले में आज भी कांग्रेस द्वारा विरोध किया गया। अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस आज भी सदन की कार्यवाही का बायकॉट कर सकती है।