सरकारी नौकरियों पर उमड़ी बेरोजगारों की भीड़; कंडक्टर और चतुर्थ श्रेणी भर्तियों में लाखों ने भरे फॉर्म
- बेरोजगार युवा हर मौके को अंतिम मौका मानकर आवेदन करने में जुटे हुए हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, कंडक्टर, एनएचएम और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती में 19 अप्रैल तक ही लाखों की संख्या में आवेदन सामने आ चुके हैं।

राजस्थान में चल रही विभिन्न सरकारी भर्तियों में बेरोजगार युवाओं का रुझान जबरदस्त देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां सरकार लगातार नौकरियों की घोषणाएं कर रही है, वहीं दूसरी ओर बेरोजगार युवा हर मौके को अंतिम मौका मानकर आवेदन करने में जुटे हुए हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, कंडक्टर, एनएचएम और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती में 19 अप्रैल तक ही लाखों की संख्या में आवेदन सामने आ चुके हैं।
कंडक्टर भर्ती 2025 के तहत अभी तक 63,808 बेरोजगारों ने आवेदन किया है। इस भर्ती की अंतिम तिथि 25 अप्रैल 2025 रखी गई है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC) की यह भर्ती लंबे समय बाद निकली है, जिस कारण युवाओं में इसे लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। परिवहन विभाग में नौकरी करने का सपना देख रहे युवाओं के लिए यह सुनहरा मौका माना जा रहा है।
वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) भर्ती 2025 में अब तक 72,089 आवेदन जमा हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की यह भर्ती भी युवाओं के लिए एक बड़ी उम्मीद बनकर आई है। भर्ती की अंतिम तिथि 1 मई 2025 है। खास बात यह है कि NHM में कई तरह की तकनीकी व गैर-तकनीकी पदों पर भर्ती निकाली गई है, जिससे हर वर्ग के अभ्यर्थी को आवेदन का अवसर मिला है।
लेकिन इन दोनों भर्तियों से भी ज्यादा भारी संख्या में आवेदन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती में देखने को मिले हैं। अब तक कुल 23,66,123 आवेदन भरे जा चुके हैं और इस भर्ती की अंतिम तिथि 19 अप्रैल ही है। इतनी बड़ी संख्या में आवेदन यह दर्शाता है कि प्रदेश में बेरोजगारी किस हद तक फैली हुई है और युवा किस कदर सरकारी नौकरी की आस लगाए बैठे हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो इतनी बड़ी संख्या में आवेदन यह बताता है कि रोजगार की कमी से जूझ रहे युवा हर उस अवसर को दोनों हाथों से लपकना चाहते हैं, जिसमें स्थायीत्व और सम्मान की उम्मीद हो। लेकिन यह भी सच है कि इतनी भारी संख्या में प्रतियोगिता के कारण चयन प्रक्रिया बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
सरकार को चाहिए कि केवल नौकरियों की संख्या बढ़ाने पर ही नहीं, बल्कि चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता, समयबद्धता और अभ्यर्थियों की योग्यता के अनुसार उपयुक्त अवसर देने पर भी जोर दे, ताकि राज्य के युवाओं को बेहतर भविष्य मिल सके।