दूसरे की जगह परीक्षा देता था टीचर, SOG ने कसा शिकंजा; गिरफ्तार
- राजस्थान पुलिस की एसओजी टीम ने एक सरकारी टीचर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार टीचर पर आरोप है कि उसने सरकारी नौकरी की भर्ती में दूसरे की जगह पर परीक्षा दी है।

राजस्थान पुलिस ने एक सरकारी स्कूल के टीचर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए टीचर पर आरोप है कि वो कई सरकारी नौकरी की भर्तियों में असली अभ्यर्थी की जगह बैठकर परीक्षा देता था। बुधवार को राजस्थान पुलिस की एसओजी टीम ने उसे गिरफ्तार किया है। आरोपी टीचर उम्मेद सिंह राजस्थान के पाली जिले का रहने वाला है। बुधवार को जब वह सिरोही में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को रिपोर्ट कर रहा था, तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले की जानकारी देते हुए एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आरोपी टीचर उम्मेद सिंह ग्रेड-2 का टीचर था। उन्होंने बताया कि जां में उसका नाम सामने आने पर आरोपी छिप गया और उसको इस बात का डर सताने लगा कि कहीं उसकी सरकारी नौकरी ना चली जाए। इस दौरान वह अपनी अटेंडेंस लगाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचा तो उसे वहीं गिरफ्तार कर लिया गया। सिंह ने बताया कि आरोपी टीचर ने 2021 में एसआई परीक्षा भी पास की थी, लेकिन ट्रेनिंग में शामिल नहीं हुआ।
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि मामले सामने आने के बाद ही उसे निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि उम्मेद सिंह के ऊपर कई हाई प्रोफाइल परीक्षाओं में प्रॉक्सी अभ्यर्थी के रूप में शामिल होने का आरोप है। एसओजी के अनुसार, साल 2018 और 2021 में हुई सब-इंस्पेक्टर की भर्ती परीक्षा, साल 2022 की ग्रेड-2 शिक्षक भर्ती परीक्षा, 2020 और 22 की प्रथम श्रेणी हिन्दी व्यख्याता परीक्षा, 2022 की शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में उम्मेद सिंह ने डमी कैंडिडेट के रूप में एग्जाम दिया था।
वीके सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि उसने सरकारी परीक्षाओं में प्रॉक्सी उम्मीदवार के रूप में बैठने के लिए कई लाख रुपए लिए। पुलिस ने बताया कि उम्मेद सिंह ने गारंटीड रिजल्ट के बदले लोगों से मोटी रकम वसूली थी। पुलिस के अनुसार, अब तक उसके सात परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट के रूप में एग्जाम देने का पता चल पाया है, लेकिन आशंका है कि उसने और भी परीक्षाओं में बैठकर एग्जाम दिया है।