राजस्थान में आसमान से बरस रही आग के बीच बदलेगा मौसम, अगले 4 दिन इन जिलों में होगी बारिश
- बीते दिन के मौसम की बात करें तो राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। जबकि राज्य में न्यूनतम तापमान सिरोही में 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजस्थान में आसमान से आग बरसना शुरू हो गई है, और ज्यादातर शहरों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच रहा है। इस दौरान 15 जिलों में तो अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा पहुंच चुका है। सबसे ज्यादा तापमान बाड़मेर में 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि एक तरफ प्रदेश में आसमान से झुलसाने वाली गर्मी बरस रही है, तो वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने आने वाले चार दिनों में प्रदेश का मौसम एकबार फिर सुहावना होने की संभावना जताई है। इस दौरान एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के कुछ भागों में अगले चार दिन दोपहर बाद तेज बादल गरजने और इसके साथ ही आंधी व बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में अधिकतम तापमान में भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की कमी आने की उम्मीद है। गुरुवार को एकबार फिर बीकानेर, जयपुर व भरतपुर संभाग में दोपहर बाद आंधी व हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से 11-12 अप्रैल को प्रदेश के कई हिस्सों में आंधी चलने व बारिश होने की उम्मीद है।
बीते दिन के मौसम की बात करें तो राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। जबकि राज्य में न्यूनतम तापमान सिरोही में 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक बीते 24 घंटों के दौरान को राज्य के कई हिस्सों में बारिश भी दर्ज की गई, इस दौरान सबसे ज्यादा पानी पूर्वी राजस्थान के कामा में गिरा, यहां पर 11 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा पूर्वी राजस्थान के फतेहपुर में 7 मिमी, धौलपुर में 2.5 मिमी, झुंझुनूं में 1.5 मिमी और कहीं-कहीं पर इससे भी कम बारिश दर्ज की गई। वहीं पश्चिमी राजस्थान के खेतड़ी में 6 मिमी, बीकानेर में 1.8 मिमी, चुरू में 0.2 मिमी और कई स्थानों पर 1.5 मिमी से भी कम वर्षा दर्ज की गई।
अगले चार दिन प्रदेश के इन इलाकों में पानी गिरने की संभावना
10 अप्रैल को प्रदेश के गंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ़, चुरू, झुंझुनूं, सीकर, अलवर, जयपुर, भरतपुर, दौसा, अजमेर और धौलपुर जिलों में दोपहर बाद आंधी व हल्की बारिश की संभावना है।
11 अप्रैल को बीकानेर, जोधपुर, अजमेर और जयपुर संभाग व शेखावाटी क्षेत्र में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलने व बारिश होने की प्रबल संभावना है। इसके अलावा गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू, झुंझुनूं, सीकर, नागौर, जोधपुर, अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, भरतपुर, दौसा, टोंक, भीलवाड़ा, राजसमंद, बूंदी, सवाई माधौपुर, करौली और धौलपुर में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।
12 अप्रैल को उदयपुर, अजमेर, जयपुर, कोटा, भरतपुर संभाग के कुछ भागों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज अंधड़ व हल्की मध्यम बारिश होने की जोरदार संभावना है। इसके अलावा झुंझुनूं, सीकर, अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, राजसमंद, भरतपुर, दौसा, टोंक, भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, बूंदी, कोटा, झालावाड़, बारां, सवाई माधौपुर, धौलपुर और करौली जिले में बारिश की संभावना है।
13 अप्रैल को प्रदेश के अधिकांश भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने तथा तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
राजस्थान में बुधवार को सबसे अधिक तापमान वाले शहर
बाड़मेर- 44.3 डिग्री
वनस्थली- 44.2 डिग्री
पिलानी- 43.9 डिग्री
फलौदी- 43.8 डिग्री
जैसलमेर- 43.6 डिग्री
चुरू- 43.5 डिग्री
बीकानेर- 43.4 डिग्री
कोटा- 43.2 डिग्री
चित्तौड़गड़- 43.1 डिग्री
अलवर- 43 डिग्री
जयपुर- 43 डिग्री
जोधपुर सिटी- 42.8 डिग्री
गंगानगर- 42.6 डिग्री
भीलवाड़ा- 42.2 डिग्री
नागौर- 42 डिग्री
जवाई डैम (पाली)- 41.8 डिग्री
अजमेर- 41.8 डिग्री
डाबोक- 41.4 डिग्री
सीकर- 41 डिग्री
मुख्य मौसम तंत्र का हाल
पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तर पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में बना हुआ है, जिसकी धुरी औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है और अब यह मोटे तौर पर देशांतर 68° पूर्व और अक्षांश 28° उत्तर के उत्तर में चल रहा है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण पंजाब और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर बना हुआ है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पाकिस्तान से सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और अब यह औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर देखा जा सकता है। पश्चिमी राजस्थान से मध्य प्रदेश होते हुए उत्तर-पश्चिम विदर्भ तक बनी हुई गर्त अब पश्चिमी राजस्थान से पश्चिमी मध्य प्रदेश होते हुए मराठवाड़ा तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर बनी हुई है। मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है, मोटे तौर पर देशांतर 77° पूर्व और अक्षांश 21° उत्तर के उत्तर में चलती है। पश्चिमी राजस्थान और आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण कम हो गया है। कम परिसंचरण विशेषताओं के साथ-साथ आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के तहत, 10 अप्रैल से दिल्ली से हीट वेव की स्थिति कम होने की संभावना है। सापेक्ष आर्द्रता में वृद्धि और वातावरण में अस्थिरता के साथ, दिल्ली में आंधी-तूफान के विकास के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हो रही हैं।
अगले सात के मौसम का हाल
10 अप्रैल- जयपुर, अजमेर, भरतपुर और बीकानेर संभागों में कहीं-कहीं पर हल्की वर्षा की संभावना है।
11 अप्रैल- जयपुर, अजमेर, भरतपुर और बीकानेर संभागों में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश की संभावना है।
12 अप्रैल- जयपुर, अजमेर, भरतपुर संभागों में कहीं-कहीं पर हल्की वर्षा की संभावना है। जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
13 अप्रैल- पूरे राजस्थान का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
14 अप्रैल- पूरे राजस्थान का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
15 अप्रैल- पूरे राजस्थान का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
16 अप्रैल- पूरे राजस्थान का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।