बोले आगरा: भीमनगरी आयोजन में तीन दिन बाकी, अभी काम होना है काफी
- Agra News - 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती है। इस उपलक्ष्य में भीमनगरी का आयोजन किया जाता है। बीते सालों में इस आयोजन में शहर ही नहीं, आसपास के जनपदों के लोगों की भी हिस्सेदारी रही।

14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती है। इस उपलक्ष्य में भीमनगरी का आयोजन किया जाता है। बीते सालों में इस आयोजन में शहर ही नहीं, आसपास के जनपदों के लोगों की भी हिस्सेदारी रही। इसकी तैयारियां पूरे एक साल चलती हैं। आयोजन मंडल संबंधित क्षेत्र की आवश्यकता के अनुसार मांग पत्र प्रशासन को सौंपता है। उनकी शिकायत है कि अभी तक विकास कार्यों को पूरा नहीं किया गया है। जबकि आयोजन में तीन दिन का समय शेष है।
आगरा में भीमनगरी आयोजन विशेष महत्व रखता है। हर साल भीमनगरी का आयोजन शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में किया जाता है। इस बार भीमनगरी का आयोजन डॉ भीमराव आंबेडकर की 134 वीं जयंती के उपलक्ष में किया जा रहा है। आयोजन सिकंदरा आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 1 से सेक्टर 16 क्षेत्र में किया जाएगा।
इस बार मुख्य मंच को नागपुर की दीक्षा भूमि में बने स्तूप का स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। मंच की लंबाई 12 फीट रहेगी। ऊंचाई 60 फीट और चौड़ाई 50 फीट रहेगी। मंच निर्माण की जिम्मेदारी कोलकाता से आए कारीगरों के कंधे पर है। कारीगर दिन रात मेहनत कर मंच को भव्य स्वरूप प्रदान करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
भीमनगरी का शुभारंभ 14 अप्रैल को होगा। संभावना जताई जा रही है कि 15 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भीमनगरी आयोजन में शामिल होने आ सकते हैं। 16 अप्रैल को पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट के जी बालाकृष्णनन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहेंगे। इसके अलावा आगरा एवं अन्य जिलों से डॉ. आंबेडकर के अनुयायी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आयोजन स्थल पर पहुंचेंगे। 17 अप्रैल को सम्मान समारोह के साथ आयोजन का समापन हो जाएगा।
भीमनगरी आयोजन समिति ने सभी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली है। लेकिन नगर निगम अधिकारियों के प्रति समिति पदाधिकारियों में नाराजगी है। पदाधिकारियों ने बताया कि आयोजन से पहले ही समिति पदाधिकारियों ने आयोजन से जुड़ी कॉलोनियों का स्थलीय निरीक्षण किया था। उसके आधार पर कार्ययोजना तैयार कर निगम अधिकारियों को दी थी।
जिलाधिकारी ने भी सभी विकास कार्यों को कराए जाने के लिए हरी झंडी दे थी। आरोप है कि इसके बाद निगम अधिकारियों ने यह कहकर विकास कार्यों में रोड़ा अटका दिया कि इतना बजट नहीं है। केवल दो करोड़ के विकास कार्य ही कराए जा सकते हैं। इसके बाद समिति पदाधिकारियों ने निगम अधिकारियों के मुताबिक 2 करोड़ के विकास कार्यों की सूची उपलब्ध करा दी है। इस पर 24 कार्यों की निविदा आमंत्रित कर 22 विकास कार्यों को स्वीकृत कर दिया गया।
पदाधिकारियों का आरोप है कि स्वीकृत किए गए कार्यों को अभी तक शुरु नहीं हो किया गया है। दो कार्यों की निविदा भी अभी तक नहीं हो पाई है। सवाल उठ रहे हैं कि भीमनगरी आयोजन की तिथि नजदीक आ गई है। फिर भी विकास कार्यों में तेजी नहीं लाई जा रही है। विकास कार्य लापरवाही और मनमाने ढ़ंग से किए जा रहे हैं।
भीमनगरी आयोजन स्थल पर नहीं हो पाया है समतलीकरण
जिस मैदान में भीमनगरी महोत्सव का मुख्य मंच बनाया जा रहा है। वह मैदान समतल नहीं है। जन समूह के एकत्रित होने लायक नहीं। मैदान में कई स्थानों पर गंदगी है। इसे लेकर डॉ आंबेडकर जयंती एवं भीमनगरी समारोह (केंद्रीय) समिति के पदाधिकारियों में नाराजगी है। पदाधिकारियों का कहना है कि आयोजन में कुछ दिन का समय ही शेष रह गया है।
इसके बाद भी मैदान के समतलीकरण का काम पूरा नहीं हो पाया है। काम बेहद धीमी रफ्तार से किया जा रहा है। पदाधिकारियों ने मैदान को जल्दी समतल किए जाने और साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग की है।
विधायक और सांसद निधि से नहीं कराए गए विकास कार्य
आयोजन समिति पदाधिकारियों में निगम अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों के प्रति भी नाराजगी है। समिति पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने विधायकों और सांसदों से भीमनगरी में निधि से विकास कार्य कराए जाने की मांग की है। पदाधिकारियों का आरोप है कि विधायकों, सांसदों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
पदाधिकारियों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों ने अगर विकास कार्यों के लिए निधि आवंटित की होती तो विकास कार्यों की रफ्तार तेज होती। पूरे क्षेत्र में विकास कार्य हो गए होते। स्थानीय निवासियों की समस्या का भी समाधान हो गया होता।
मांग के बाद भी नहीं कराया गया है पार्कों का जीर्णोद्धार
भीमनगरी आयोजन को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए समिति पदाधिकारियों ने आयोजन स्थल के आसपास बने सभी पार्कों के सौंदर्यीकरण कराए जाने की मांग उठाई थी। पदाधिकारियों का आरोप है कि अधिकारियों ने उनकी इस मांग पर सुनवाई नहीं की है। अभी तक एक भी पार्क का सौंदर्यीकरण नहीं कराया गया है। पार्कों की हालत बदहाल है।
पार्कों में हरियाली का अभाव है। परिसर भी समतल नहीं है। पदाधिकारियों का कहना है कि आयोजन से पहले पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जाना जरूरी है। महोत्सव के दौरान जो लोग घूमने आएंगे। पार्क सही होंगे तो सहूलियत मिलेगी।
अभी तक नहीं हो पाए हैं सामूहिक विवाह के पंजीकरण
समिति पदाधिकारियों ने बताया कि भीमनगरी महोत्सव के तहत सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। इसके तहत समाज कल्याण विभाग को जोड़ों के फार्म ऑनलाइन पंजीकृत किए जाने थे। समिति पदाधिकारियों का आरोप है कि अब तक समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने काम पूरा नहीं किया है।
इससे अनिश्चय की स्थिति बन गई है। पदाधिकारियों ने मांग की है कि जो भी जोड़े पात्र हैं। उनके फार्म का ऑनलाइन पंजीकरण जल्दी किया जाए। जिससे सामूहिक विवाह समारोह में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न न हो।
नहीं हो पाया है नालियों और सड़कों का निर्माण कार्य
समिति पदाधिकारियों के मुताबिक उन्होंने आयोजन को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से क्षेत्र की सभी सड़कों, नालियों और सीवर की समस्या का समाधान किए जाने की मांग उठाई थी। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानों पर नालियों और सड़कों का निर्माण कार्य शुरु करा दिया गया है।
लेकिन काफी सड़कें और नालियों की मरम्मत का काम अब तक शुरु नहीं हो पाया है। इससे काफी दिक्कत है। लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पदाधिकारियों ने सभी प्रस्तावित विकास कार्यों को जल्दी पूरा कराए जाने की मांग अधिकारियों से की है।
आयोजन स्थल के पास लगाई जानी है स्ट्रीट लाइटें
भीमनगरी महोत्सव को रोशनी से जगमग रखने के लिए समिति पदाधिकारियों ने हाई मास्क और स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग की थी। पदाधिकारियों का आरोप है कि अब तक लाइटें नहीं लगाई गई हैं। निगम कर्मचारियों ने अभी तक लाइटें लगाने के लिए सर्वे कार्य भी नहीं किया है। उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर लगी लाइटें खराब हो चुकी हैं।
इससे निर्धारित स्थानों पर शाम ढलते ही अंधेरा हो जाता है। पदाधिकारियों ने लाइटों का काम जल्दी पूरा किए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि अधिकारी जिस तरह काम में लेटलतीफी कर रहे। उससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है।
14 अप्रैल को भीमनगरी महोत्सव का आयोजन किया जाना है। समिति ने विकास कार्यों की सूची अधिकारियों को सौंप दी है। इसके बाद भी काम बेहद धीमी रफ्तार से चल रहे हैं। काम जल्दी पूरे किए जाने चाहिए।
विजय सिंह कर्दम, समिति अध्यक्ष
निगम अधिकारियों के मुताबिक समिति पदाधिकारियों ने लगभग दो करोड़ रूपये के विकास कार्यों की सूची सौंपी थी। इसके बाद भी सभी विकास कार्य अभी तक शुरु नहीं हो पाए हैं। इसे लेकर काफी नाराजगी है।
इं. महेश चंद्र, समिति महासचिव
-जिस मैदान में मुख्य मंच का निर्माण किया जा रहा है। वहां जमीन काफी ऊबड़ खाबड़ है। जगह जगह गंदगी पड़ी हुई है। आयोजन में अब कुछ ही दिन का समय शेष रह गया है। समतलीकरण कार्य पूरा नहीं हुआ है।
वीरेंद्र चौधरी (प्रचार प्रमुख)
14 अप्रैल को भीमनगरी का आयोजन किया जाएगा। लाखों की संख्या में लोग भीमनगरी आयोजन में हिस्सा लेंगे। इन दिनों भीमनगरी आयोजन से जुड़ी तैयारियां तेजी से पूरी की जा रही हैं। सरकारी कार्यों में देरी हो रही है।
एसएन व्यास
15 अप्रैल को भीमनगरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आना प्रस्तावित है। इसके बाद भी ये हैरत वाली बात है कि विकास कार्यों में तेजी नहीं लाई जा रही है। विकास कार्यों को धीमी रफ्तार से पूरा किया जा रहा है।
अनिल कुमार
भीमनगरी महोत्सव में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। मेरी मांग है कि आयोजन के दौरान छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस बल की तैनाती रहनी चाहिए।
अनिल बौद्ध
सेक्टर 16 ए में कॉलोनी की सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। स्ट्रीट लाइटें भी खराब पड़ी हैं। मेरी यही मांग है कि आयोजन से पहले सड़क को सही किया जाए। जो भी स्ट्रीट लाइटें बंद हैं। उन्हें तुरंत सही किया जाए।
ऊषा चंद्रा- महिला विंग अध्यक्ष
निगम अधिकारी विकास कार्यों में लापरवाही दिखा रहे हैं। एक दिन में होने वाले काम को पूरा करने में सात दिन लगा रहे हैं। निगम अधिकारियों को इस तरफ भी ध्यान देना होगा। सभी कार्य समय से पूरे करने होंगे।
डॉ. मुन्ना लाल भारतीय , समिति उपाध्यक्ष
इस बार मुख्य मंच को नागपुर महाराष्ट्र की दीक्षा भूमि के प्रतीक स्तूप का स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। मंच की लंबाई 12 फीट रहेगी। ऊंचाई 60 फीट और चौड़ाई 50 फीट रहेगी। आयोजन सेक्टर 1 से सेक्टर 16 में होगा।
राजेंद्र टाइटलर
-भीमनगरी का शुभारंभ 14 अप्रैल को होगा। 15 अप्रैल को मुख्यमंत्री आ सकते हैं। 16 अप्रैल को पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट के जी बालाकृष्णनन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहेंगे। 17 अप्रैल को सम्मान समारोह होगा।
सुरेश बाबू, समिति उपाध्यक्ष
सेक्टर सात में सीवर की विकराल समस्या है। सीवर पूरी तरह ओवर फ्लो हो रहा है। मल सड़कों पर बह रहा है। इससे स्थानीय लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। सीवर की समस्या का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए।
इं जेपी सिंह, समिति उपाध्यक्ष
भीमनगरी आयोजन की तिथि नजदीक आ गई है। स्वीकृत किए गए कार्यों को अभी तक काम शुरु नहीं हो पाया है। दो कार्यों की निविदा भी नहीं हो पाई है। रफ्तार देखते हुए लग रहा है। काम समय से कैसे पूरे होंगे।
इं. शीतल प्रसाद गौतम, समिति उपाध्यक्ष
भीमनगरी महोत्सव के तहत सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। जोड़ों के फार्म ऑनलाइन पंजीकृत किए जाने थे। समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी जोड़ों के पंजीकरण का काम नहीं कर पाए हैं।
गजेंद्र पिप्पल, समिति कोषाध्यक्ष- पार्षद
सेंट्रल पार्क के नजदीक सेक्टर दो में सीवर की दिक्कत है। सीवर का पानी ओवर फ्लो होकर नजदीकी पार्क में भर जाता है। इससे पार्क आने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। काफी दिक्कत होती है।
रमेश चंद
सेक्टर 11 बीएमआईजी में 32 नंबर से 76 नंबर तक सड़क खराब है। जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी होती है। मेरी यही मांग है कि इस समस्या का जल्दी समाधान होना चाहिए।
हाकिम सिंह, समिति उपाध्यक्ष
भीमनगरी महोत्सव में हाई मास्क और स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग की थी। अब तक लाइटें नहीं लगाई गई हैं। हालात ये है कि निगम कर्मचारी अब तक सर्वे करने नहीं पहुंचे हैं। ये कार्य जल्दी पूरा किया जाना चाहिए।
रामजी लाल, संरक्षक
कुछ स्थानों पर नालियों और सड़कों का निर्माण कार्य शुरु करा दिया गया है। लेकिन काफी सड़कें और नालियों की मरम्मत का काम अब तक शुरु नहीं हो पाया है। इससे काफी दिक्कत है। अधिकारी इस पर ध्यान दें।
मुन्ना लाल बौद्ध
समिति पदाधिकारियों ने आयोजन स्थल के आसपास बने सभी पार्कों के सौंदर्यीकरण कराए जाने की मांग उठाई थी। अब तक पार्कों के सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। पार्कों का सौंदर्यीकरण जल्दी किया जाए।
ध्रुव कुमार, समिति सचिव
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