Dust Crisis in Aligarh Residents Struggle with Pollution Amid Construction Chaos सांसों पर भारी पड़ रहा धूल का गुबार, Aligarh Hindi News - Hindustan
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सांसों पर भारी पड़ रहा धूल का गुबार

Aligarh News - फोटो, (पांच स्थान, पांच रिपोर्टर) -मुख्य मार्गों पर उड़ती धूल से लोग बेहाल, सफाई

Newswrap हिन्दुस्तान, अलीगढ़Tue, 13 May 2025 11:11 PM
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सांसों पर भारी पड़ रहा धूल का गुबार

फोटो, (पांच स्थान, पांच रिपोर्टर) -मुख्य मार्गों पर उड़ती धूल से लोग बेहाल, सफाई न पानी छिड़काव -रामघाट रोड, जीटी रोड पर निर्माण कार्यों व ट्रैफिक से हाल-बेहाल -तपती दोपहरी में धूल और धुएं ने किया आमजन का जीना मुश्किल -राहगीरों की आंखों में जलन और गले में खराश आम समस्या बनी अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। सड़कों पर धूल का कहर सांसों पर भारी पड़ रहा है। मुख्य मार्गों और व्यस्त चौराहों पर उड़ती धूल ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। निर्माण कार्य, टूटी सड़कें और ट्रैफिक की अधिकता से हालात बद से बदतर हो गए हैं। चिंताजनक यह है कि सफाई और पानी के छिड़काव जैसे जरूरी उपाय नहीं किए जा रहे।

तपती दोपहर में यह स्थिति और भी भयावह हो जाती है। राहगीरों की आंखों में जलन, गले में खराश और सीने में भारीपन आम हो चला है। शहर के अस्पतालों में सीओपीडी, अस्थमा और सांस संबंधी मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिम्मेदार विभागों के बीच जिम्मेदारी तय न होने की वजह से समस्या बनी हुई है। .... हर सांस में घुल रहा जहर मैरिस रोड पर चल रहे निर्माण कार्यों और तेज ट्रैफिक के चलते लगातार धूल का गुबार उड़ता है। राहगीर मास्क लगाकर भी राहत नहीं महसूस कर पा रहे हैं। क्षेत्रीय निवासी इरफान खान बताते हैं, सुबह से शाम तक यहां धूल ही धूल उड़ती है, न कोई पानी छिड़कता है, न सफाई होती है। बच्चे और बुजुर्ग खांसी-जुकाम से परेशान हैं। दुकानदार भी ग्राहक न आने की वजह से नुकसान झेल रहे हैं। सबसे बड़ी शिकायत नगर निगम और ठेकेदारों की लापरवाही को लेकर है। धूप के समय यह मार्ग धूल के बादल में गुम हो जाता है, जिससे दोपहिया वाहन चालकों को खासा दिक्कत होती है। कई बार हादसे भी हो चुके हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि निर्माण कार्य को व्यवस्थित किया जाए और नियमित पानी का छिड़काव सुनिश्चित हो। ....... व्यापार और स्वास्थ्य दोनों पर मार क्वार्सी कृषि फार्म से होकर गुजर रही सड़क पर जगह-जगह हो रही मरम्मत ने इलाके को धूल से ढक दिया है। तेज रफ्तार वाहनों से उड़ती मिट्टी लोगों की आंखों और फेफड़ों में जा घुसती है। मेडिकल स्टोर संचालक आरिफ बताते हैं, हर दिन मरीज आते हैं, जिन्हें आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायत होती है। सड़क के दोनों ओर दुकानें धूल से सजी रहती हैं, ग्राहक कम आते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि घरों की खिड़कियां बंद रखने पर भी धूल भीतर आ जाती है। जिम्मेदार विभागों से शिकायत करने पर जवाब मिलता है कि काम चल रहा है, सहन करें। लोगों की मांग है कि धूल नियंत्रण के उपाय किए जाएं ताकि जनस्वास्थ्य को बचाया जा सके। ..... धूल के साथ ट्रैफिक भी मुसीबत क्वार्सी चौराहे पर पुल निर्माण और सड़क चौड़ीकरण के चलते लगातार काम हो रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में धूल का गुबार छाया रहता है। स्थानीय निवासी नीरज कुमार कहते हैं, बच्चों को स्कूल भेजने में डर लगता है, कई बार उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी है। ट्रैफिक जाम के दौरान धूल सीधे वाहनों में बैठी सवारियों पर गिरती है। पैदल चलना भी चुनौती बन गया है। चौराहे से आगे निर्माण सामग्री खुले में पड़ी है, जिससे हालात और बिगड़ रहे हैं। लोगों का कहना है कि संबंधित ठेकेदार और विभाग बिना पानी छिड़काव के निर्माण करवा रहे हैं। आसपास कई अस्पताल हैं। चिकित्सकों का कहना है कि यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो बच्चों और बुजुर्गों में श्वसन रोगों का खतरा गंभीर हो जाएगा। ..... टूटी सड़कें और उड़ती धूल जीटी रोड पर माल गोदाम व अन्य स्थानों पर सड़क उखड़ गई है। वाहनों का आवागमन अधिक रहता है। हर गुजरने वाला वाहन धूल का बादल खड़ा कर देता है। क्षेत्रीय दुकानदार कहते हैं, दुकान की सफाई रोज करना पड़ती है लेकिन फिर भी धूल से राहत नहीं। यहां से गुजरने वाले लोग नाक और मुंह ढककर चलते हैं। स्कूली वाहन भी गुजरते हैं। बच्चों में खांसी-जुकाम की शिकायतें बढ़ने का खतरा है। ऑटो चालकों ने बताया कि उन्हें दिन में कई बार गाड़ी साफ करनी पड़ती है। लोगों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि सड़क की मरम्मत कराई जाए, पानी का छिड़काव नियमित हो। सड़क किनारे वाहनों की पार्किंग बंद करने की मांग भी की है। नाक-मुंह ढककर गुजरते राहगीर एटा चुंगी पर सड़क जगह-जगह से उखड़ रही है। भारी वाहनों की आवाजाही से वहां धूल के गुबार उठते हैं, जिससे आस-पास की आबादी में भी धूल पहुंच रही है। ठेला चलाने वाले रामविलास ने कहा, धूल से आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी हो रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं। यहां न कोई निर्माण कार्य चल रहा है, न कोई सुधार का प्रयास। सड़क की खस्ताहाली के चलते दुर्घटनाओं का खतरा भी बना हुआ है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक धूल के कारण दुकान के पास भी नहीं रुकते। लोगों ने मांग की है कि सड़क की मरम्मत कराई जाए। क्षेत्र में नियमित सफाई व पानी का छिड़काव हो।

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