मनरेगा फर्जीवाड़ा की जांच में क्रिकेटर शमी के बहन-बहनोई को क्लीन चिट
Amroha News - मनरेगा फर्जीवाड़े की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी गई। जांच में लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है, जबकि क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन को राहत मिली है। ग्राम प्रधान गुले आयशा को पद से हटाया जाएगा और...

जिले की सुर्खियों में बने मनरेगा फर्जीवाड़े में आखिरकार जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गई। जांच के बाद जहां लापरवाह अफसर- कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है तो वहीं क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन-बहनोई को क्लीन चिट मिली है। हालांकि शमी की बहन शबीना की सास व मौजूदा ग्राम प्रधान गुले आयशा को जरूर अपनी प्रधानी गंवानी पड़ेगी। इसके साथ ही ग्राम प्रधान के सभी खाते सीज करने के अलावा उनसे आठ लाख 68 हजार 344 रुपये की रिकवरी भी की जाएगी। वहीं तीन तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ निलंबन संग एफआईआर व विभागीय कार्रवाई होगी। एक पंचायत सचिव को प्रतिकूल प्रविष्टी जारी की गई है। संबंधित मनरेगा कम्प्यूटर ऑपरेटर, एपीओ, लेखाकार व तकनीकी सहायक के खिलाफ भी निलंबन व एफआईआर संग विभागीय कार्रवाई होगी। मामले में बीडीओ प्रतिभा अग्रवाल के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को लिखा गया है।
गौरतलब है कि जिले के जोया ब्लॉक क्षेत्र के गांव पलौला में भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन शबीना का परिवार रहता है। शबीना की सास गुले आयशा पत्नी शकील अहमद गांव की प्रधान भी हैं। बीते दिनों शबीना व उनके पति गजनबी के मनरेगा में काम करे बिना ही मजदूरी लेने का मामला सामने आया था। जांच आगे बढ़ी तो इसमें उनके परिवार के आठ अन्य सदस्यों समेत कुल 18 लोगों की संलिप्तता पाई गई। इन सभी ने बिना काम करे ही मनरेगा में मजदूरी से लाखों रुपये की रकम हासिल कर ली। हाईप्रोफाइल मामले के सामने आने के बाद आला प्रशासनिक अफसरों तक हड़कंप मचा था। आनन फानन मामले में जांच बैठा दी गई। बुधवार को जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने कार्रवाई करते हुए ग्राम प्रधान के सभी खातों को सीज करने के साथ ही उन्हें पद से हटाने व आठ लाख 68 हजार 344 रुपये की रिकवरी करने का आदेश दिया। इसके अलावा तीन तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव उमा, अंजुम व पृथ्वी के खिलाफ निलंबन संग एफआईआर दर्ज कराने व विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया। एक अन्य ग्राम पंचायत सचिव को प्रतिकूल प्रविष्टी दी गई है। संबंधित मनरेगा कम्प्यूटर ऑपरेटर शराफत अली, मनरेगा एपीओ बृजभान सिंह, लेखाकार विजेंद्र सिंह व तकनीकी सहायक अजय निमेष के खिलाफ भी निलंबन संग एफआईआर व विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की। तत्कालीन रोजगार सेवक झम्मन लाल के खिलाफ भी एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी। मामले में बीडीओ प्रतिभा अग्रवाल के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए शासन स्तर पर संस्तुति की गई है। फिलहाल जांच के बाद जहां क्रिकेटर शमी की बहन व बहनोई समेत अन्य परिजनों को कानूनी कार्रवाई से राहत मिली है तो वहीं जिम्मेदार प्रशासनिक अफसर कार्रवाई की जद में घिर गए हैं। हालांकि शमी की बहन शबीना की सास गुले आयशा की प्रधानी की कुर्सी जरूर पूरे प्रकरण के उजागर होने के बाद हिल गई है। इसके साथ ही उनसे पूरी रकम की वसूली भी की जाएगी।
मनरेगा की जांच को चलेगा विशेष अभियान
अमरोहा। डीएम निधि गुप्ता ने बताया कि मनरेगा प्रकरण को लेकर जिले में विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत ऐसे लोगों की जांच की जाएगी, जिनके मस्टर रोल पर साइन हैं और मौके पर काम नहीं करते हैं। एक ही परिवार के एक से अधिक सदस्य मनरेगा में काम कर रहे हैं तो उनकी भी जांच की जाएगी। इसके अलावा अन्य सभी बिंदुओं पर भी जांच पड़ताल की जाएगी।
मामले में ग्राम प्रधान के खिलाफ रिकवरी नोटिस जारी किया गया है। इसके साथ ही उन्हें पद से हटाने की कार्रवाई भी पंचायती एक्ट के तहत अब की जाएगी।
अश्विनी कुमार मिश्रा, सीडीओ
-प्रकरण में जो भी अधिकारी-कर्मचारी दोषी मिले हैं, सभी को निलंबित करने के साथ ही विभागीय कार्रवाई की जा रही है। ग्राम प्रधान के खाते सीज करने के साथ ही उन्हें रिकवरी नोटिस भी जारी कर दिया गया है। पंचायती एक्ट के तहत भी उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। प्रकरण में एक बीडीओ का नाम भी शामिल है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर पत्र शासन को भेज दिया गया है।
निधि गुप्ता, डीएम
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