तीन अर्थियां एक साथ उठीं, तिनके-सा बिखर गया परिवार
Bareily News - फतेहगंज पूर्वी की गिहार बस्ती में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत ने सभी को झकझोर दिया। बनारसी उर्फ जितेंद्र, उनके बेटे सिद्धार्थ और चार साल के वीर की एक साथ मौत के बाद पूरा मोहल्ला सन्नाटे में डूब...

फतेहगंज पूर्वी की गिहार बस्ती बुधवार को पूरी तरह थम गई। सैकड़ों लोग खामोशी से तीन शवों को निहारते रहे, जिन्हें एक ही घर से अंतिम यात्रा के लिए निकाला गया था। बनारसी उर्फ जितेंद्र, उनके बेटे सिद्धार्थ और चार साल के मासूम वीर (स्थानीय लोग बाबू को वीर कहकर जानते थे) की एक साथ मौत ने हर किसी को झकझोर दिया। बनारसी उर्फ जितेंद्र रोजाना टेंपो चलाकर अपने बच्चों के लिए जिंदगी के सपने बुनते थे। कुछ दिन की छुट्टी लेकर पत्नी रंजना और बच्चों के साथ अपने साले के घर मदनापुर गए थे, लेकिन लौटते वक्त जिंदगी उनका साथ छोड़ गई।
हादसे की खबर जैसे ही मोहल्ले में पहुंची, सबसे पहले उनकी बूढ़ी मां बेसुध हो गईं। पड़ोसियों ने किसी तरह उन्हें संभाला, लेकिन पूरा परिवार शब्दहीन था। बुधवार दोपहर जब तीनों शव एंबुलेंस से पहुंचे तो गिहार बस्ती की गलियों में सन्नाटा पसरा था। महिलाएं छतों से आंसू पोंछती रहीं और पुरुष गमगीन निगाहों से शवयात्रा में शामिल हुए। मोहल्ले के कई घरों में चूल्हे नहीं जले। बच्चे सहमे हुए थे। घर में अब केवल एक छोटी बच्ची बची है, जो मां रंजना की गंभीर हालत के बीच चुपचाप कोने में बैठी रही। न कुछ बोली, न किसी की तरफ देखा। पूरा मोहल्ला यही कहता रहा भगवान किसी को ऐसा दिन न दिखाए। इस हादसे ने एक नहीं, कई घरों के दिल तोड़े हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।