कार्यस्थल पर भरा महिला का मस्टररोल, फोटो में नदारद
Basti News - बस्ती में मनरेगा में गड़बड़ी की खबर आई है। एक ग्राम पंचायत में पांच मस्टर रोल पर काम करने वाले मजदूरों की एक ही फोटो लगी है, जिसमें कोई महिला नहीं है। उपायुक्त श्रम रोजगार ने सचिवों को कारण बताओ नोटिस...

बस्ती, निज संवाददाता। मनरेगा में गड़बड़ी रूकने का नाम नहीं ले रही है। एक ग्राम पंचायत में पांच मस्टर रोल पर काम हो रहा है। पांचों स्थान पर काम करने वाले मजदूरों की एक ही फोटो लगी है। उनमें एक भी महिला नहीं है, जबकि मस्टररोल में महिलाओं की हाजिरी लगी है। एक ही दिन पांच स्थानों पर मजदूरों के काम करने की एक फोटो लगाने, स्त्री-पुरुष की फीड की गई संख्या में भिन्नता पाए जाने और सीआईबी बोर्ड के साथ कार्यस्थल की स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस पर उपायुक्त श्रम रोजगार ने दोनों ग्राम पंचायत के सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में जवाब मांगा है। मनरेगा के कार्यों की क्रास चेकिंग नरेगा मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) से हो रही है। मनरेगा के इस एप से मौके की स्थिति, फोटो, उपस्थिति की फीडिंग, महिला व पुरुष मजदूरों का विवरण आदि भरा जाता है। यह एप कमियों को फिल्टर कर सूचना देता है। डीएम मनरेगा बस्ती को मिली सूचना के अनुसार बस्ती सदर ब्लॉक के पांडेय डीह में दो अप्रैल 2025 को सात मस्टर रोल पर काम हुआ। पहले मस्टररोल में 10 मजदूरों ने काम किया। पहले में तीन, दूसरे में पांच, तीनरे में दो, चौथे में चार, पांचवें में एक, छठें में चार और सातवें छह महिलाओं को काम करना दिखाया गया। सभी मस्टर रोल के सापेक्ष मौके पर काम करने पहुंचे मजदूरों की जो फोटो अपलोड की गई, वह सभी एक ही है। इस फोटो में एक भी महिला मजदूर दिखाई नहीं दे रही हैं। इसी प्रकार कप्तानगंज विकास खंड के नरहरपुर गांव में दो मस्टररोल पर काम हुआ।
एक अप्रैल को हुए इन दोनों कामों में मस्टररोल संख्या पांच पर छह महिला और चार पुरुष और मस्टर रोल संख्या छह पर पांच महिला और पांच पुरुष काम करते फीड किए गए। जो फोटो लगाई गई, वह दोनों पर एक ही है। इस फोटो में केवल एक महिला काम करती पाई गई। डीसी मनरेगा संजय शर्मा ने बीडीओ सदर और कप्तानगंज के माध्यम से सचिव को भेजे कारण बताओ नोटिस में कहा कि कार्य स्थल पर कई मस्टररोल निकले हैं। कार्य के दौरान सभी मस्टररोल पर एक ही फोटो है। उसमें महिला और पुरुष की संख्या में काफी भिन्नता है। मौके पर सीआईबी बोर्ड नहीं दिखाई दे रहा है। कार्यस्थल का स्वरूप भी स्पष्ट नहीं हैं। ग्राम पंचायत सचिव का काम है कि वह मनरेगा कार्यस्थल का भ्रमण करता रहे। वहां पर मजदूरों की वास्तविक संख्या की भी जांच करे। इस बात का ध्यान रखे की एनएमएमएस स्वैप के मानकों का उल्लंघन नहीं हो। जबकि आप लोगों ने ऐसा नहीं किया है। सात दिन में इसका स्पष्टीकरण दें, अन्यथा की दशा में कार्रवाई प्रस्तावित कर दी जाएगी। इसकी सूचना डीएम और सीडीओ को भी दिया है।
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