Bijnor Railway Station Upgraded but Still Lacks Train Services बोले बिजनौर : आधुनिक स्टेशन तो मिला, ट्रेनें कब मिलेंगी, Bijnor Hindi News - Hindustan
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बोले बिजनौर : आधुनिक स्टेशन तो मिला, ट्रेनें कब मिलेंगी

Bijnor News - बिजनौर रेलवे स्टेशन को 12.31 करोड़ में आधुनिक बनाया गया है, लेकिन यहां केवल छह ट्रेनों का स्टॉपेज है। जिले के लोग 40 वर्षों से मुंबई, हैदराबाद और अहमदाबाद के लिए ट्रेनों की मांग कर रहे हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरSat, 24 May 2025 03:08 AM
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बोले बिजनौर : आधुनिक स्टेशन तो मिला, ट्रेनें कब मिलेंगी

बिजनौर रेलवे स्टेशन भले ही विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस हो गया हो, लेकिन ट्रेनों के नाम पर अब भी बिजनौर रेलवे स्टेशन की झोली खाली चल रही है। जिले के लोग अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 12.31 करोड़ में पुनर्विकसित कराए गए बिजनौर रेलवे स्टेशन को जिले के लिए शान और पहचान बता रहे हैं। आधुनिक सुविधाएं मिलने के बाद भी बिजनौरवासी वर्षो की जा रही मांग को नहीं भूले हैं। लोगों का कहना है कि करोड़ों की लागत से बने बिजनौर रेलवे स्टेशन पर मात्र छह ट्रेनों का स्टापेज है। यदि बिजनौर रेलवे स्टेशन को नई ट्रेनें नहीं मिलती है तो करोड़ों की भव्य इमारत का कोई मायने नहीं है।

जनपद मुख्यालय का रेलवे स्टेशन अत्यआधुनिक हो गया और विश्वस्तरीय सुविधाओं वाला बन गया है। लेकिन ट्रेनों के नाम पर बरसों बाद भी बिजनौर रेलवे स्टेशन एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाया है। करोड़ों की लागत से भव्य इमारत व आधुनिक सुविधाओं को पाकर बिजनौरवासी फूले नहीं समां रहे हैं, लेकिन इस सबके बावजूद रेल मंत्रालय से की जा रही अपनी बरसों से की जा रही मांगों को भी उठाने से नहीं भूले है। लोगों का कहना है कि जिले की जनता बिजनौर से हस्तिनापुर तक रेलवे लाइन बिछाने, बिजनौर से मुंबई, अहमदाबाद व हैदराबाद तक ट्रेन चलाने की मांग करीब 40 वर्षों से उठ रही है जो अब भी अधूरी है। जिलेवासियों को उम्मीद है कि रेलवे स्टेशन के आधुनिक सुविधा वाला बनने के बाद उनकी ट्रेनों की मांग भी जल्द पूरी हो जाएगी। बिजनौर रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने में करीब 12.31 करोड़ का खर्च आया है। रेलवे स्टेशन आधुनिक हो गया, लेकिन जनपदवासियों की 40 वर्षों से चली आ रही मांग आज भी अधूरी है। जनपद मुख्यालय से हस्तिनापुर रेल मार्ग की मांग 40 वर्षों से चली आ रही है। कई बार सर्वें होने के बाद रेल मार्ग उम्मीदों में दिखाई दिया, लेकिन सर्वे के बाद फिर मांग ठंडे बस्ते में चली जाती है। इस रेल मार्ग के निर्माण से जनपद बिजनौर के लिए हस्तिानपुर, मवाना और मेरठवासियों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा नजीबाबाद से बिजनौर होते हुए मुबंई को सीधी ट्रेन चलाएं जाने की मांग भी 50 वर्षों से चली आ रही है। बिजनौर के हजारों लोग मुंबई, अहमदाबाद व हैदराबाद में कारोबार करते है। जो साल में कई बार जिले में आते रहते है। इसी तरह देश में अपनी पहचान रखने वाला शेरकोट के ब्रुश उद्योग, किरतपुर के कांच शीशी के कारोबार के सीधे संबंध मुंबई और हैदराबाद से जुड़े है। इसी तहर कपड़ा के कारोबारी गुजरात के अहमदाबाद से जुड़े है। जिसको लेकर बिजनौर से इन शहरों के लिए सीधी ट्रेन चलने की मांग वर्षों से चल आ रही है, लेकिन केन्द्र की सरकारें बदलती रही, लेकिन किसी ने जिले की पीड़ा को नहीं समझा। पूर्व चेयरमैन फरीद अहमद, राकेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिजनौर का स्टेशन आधुनिक बना दिया गया है। जो गर्व की बात है। लेकिन बिजनौर को ट्रेनों की सौगात कब मिलेगी। बिजनौर से लंबी दूरी की ट्रेनें बढ़नी चाहिए। जिससे रेलवे का राजस्व भी बढ़ेगा और जिलेवासियों को सहुलियत भी मिलेंगी। मात्र छह ट्रेनों के सहारे है बिजनौर स्टेशन बिजनौर रेलवे स्टेशन मात्र छह ट्रेनों के सहारे है। जो बाबा आदम के जमाने से चल रही हैं। जिनमें तीन ट्रेन मसूरी, सिद्वबली एक्सप्रेस दिल्ली के लिए, लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस व तीन ट्रेनें नजीबाबाद से मुरादाबाद के लिए पैसेंजर ट्रेन है। जिनके जाने का समय भी जिलेवासियों के लिए सही नहीं है। संसद में उठ चुका हस्तिनापुर रेलवे लाइन का मुद्दा बिजनौर से हस्तिनापुर होते हुए मेरठ रेलवे लाइन की मांग बरसों से चली आ रही है। बिजनौर सांसद चंदन चौहान ने संसद में मेरठ-दौराला-हस्तिनापुर से बिजनौर रेलवे लाइन का मुद्दा उठाया था। इसके साथ ही उन्होंने रेल मंत्री से मिलकर रेल संबंधित समस्याओं को दूर करने को कहा था। 40 वर्षों से मुंबई, हैदराबाद और अहमदाबाद के लिए ट्रेन की मांग जिले के शेरकोट का ब्रुश उद्योग, किरतपुर का कांच उद्योग से जुड़े कारोबारी लोग हैदराबाद व मुंबई में है। वहीं कपड़ा कारोबार से जुड़े लोग अहमदाबाद में आते जाते रहते हैं। जिनके चलते जिले के हजारों लोग मुंबई, हैदराबाद रहते हैं। करीब 40 वर्षों से मुंबई, हैदराबाद व अहमदाबाद के लिए बिजनौर से सीधी ट्रेन चलाने की मांग करते आ रहे हैं। नगीना मार्ग रेलवे क्रासिंग पर मिले ओवरब्रिज बिजनौर में नगीना मार्ग पर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज की मांग भी लंबे समय से उठ रही है। रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने अगस्त 22 में जिले का दो दिवसीय दौरा किया था। रेल मंत्री ने बिजनौर-हस्तिनापुर-मेरठ रेल लाइन पर जल्द काम शुरू कराने व नगीना मार्ग पर रेलवे क्रांसिंग 59बी पर ओवर ब्रिज का बनवाने का आश्वासन दिया था। करीब ढाई साल बीतने के बाद भी दोनों काम अधर में है। हमारी भी सुनो बात शेरकोट का ब्रुश कारोबार ज्यादातर हैदराबाद से जुड़ा है। हैदराबाद के लिए ट्रैन चलाई जाए ताकि कारोबारियों को बड़ी राहत मिल सकें।-मौ. इब्राहिम नगीना रोड पर ओवर ब्रिज बनना चाहिए। पिछले कई वर्षों से ओवरब्रिज बनने की मांग चली आ रही है। अगर यह बना तो जिले के लोगों को घंटों जाम में फंसना नहीं पड़ेगा। - अथर अली फारूकी बिजनौर से काफी लोग अहमदाबाद में कपड़ा कारोबार से जुड़े हैं। वहां के लिए सीधी ट्रेन चलनी चाहिए। इसे लेकर मांग भी की जा रही है। - नूरहसन। किरतपुर का कांच शीशी उद्योग का मुख्य काम मुम्बई में है। इस कारोबार को लेकर काफी लोग मुंबई जाते हैं। अगर मुंबई के लिए सीधी ट्रेन शुरू हो तो कारोबारियों को बड़ी राहत मिलें। - उत्सव बिजनौर से हस्तिनापुर रेलवे लाइन बिछनी चाहिए। यह मांग काफी समय से चली आ रही है। उम्मीद है कि जल्द ही यह मांग पूरी होगी। हजारों की संख्या में यात्रियों को सुविधा मिलेगी। - उदित बिजनौर के लोगों को रोजाना लखनऊ जाना होता है। बिजनौर से केवल एक ही ट्रेन लखनऊ जाती है। बिजनौर से लखनऊ के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़नी चाहिए। - मयंक मुरादाबाद और कोटद्वार के बीच में पैसेंजन ट्रेन की संख्या बढाई जाए। इससे यात्रियों को लाभ पहुंचेंगा। यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा मिलनी चाहिए। - तरुण 12 करोड़ 31 लाख से रेलवे स्टेशन का विकास हुआ है। इससे बिजनौर को दूर पहचान मिली है। अधिक से अधिक सुविधा भी यात्रियों को मिलनी चाहिए। - फहीम व्यापारियों को ट्रेन की सुविधा मिलनी चाहिए। एक ट्रेन सुबह दिल्ली तक चले जो छह बजे चलकर दस बजे दिल्ली पहुंचा दें। इससे व्यापार करना काफी सरल हो जाएगा। - मंसूर अली नगीना रोड पर रेलवे फाटक पर आए दिन ट्रेन शंटिंग करती है। ट्रेन के आने पर फाटक बंद कर दिया जाता है। गन्ने के सीजन में घंटों जाम लगता है। ओवरब्रिज बनना बेहद जरूरी है। - राकेश कुमार अग्रवाल 12 करोड़ 31 लाख रुपये में शानदार रेलवे स्टेशन बना है। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की सुविधा भी शानदार होनी चाहिए। अधिक से अधिक ट्रेन बिजनौर से चलनी चाहिए। रेल यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। - बसंत लाल बोले जनप्रतिनिधि बिजनौर को रेलवे लाइन को डबल लाइन किया जाए। डबल लाइन होने से कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। मुंबई के लिए बिजनौर से ट्रेन का चलाया जाना बेहद जरूरी है। जिले के लोग मुंबई जाने के लिए दिल्ली व मेरठ से ट्रेन पकड़ते है। बिजनौर के लिए टेªनों का बढ़ना जरूरी है। - शेख मौ. जाकिर जिलाध्यक्ष सपा। बिजनौर के लिए ट्रेनों का बढ़ाया जाना जरूरी है। बिजनौर के काफी लोग राजधानी लखनऊ आते-जाते है। बिजनौर से लखनऊ जाने के लिए मात्र एक ट्रेन है। लखनऊ के लिए एक-दो ट्रेन और चलाया जाना जरूरी है। - दिलीप कुमार उर्फ पिंटू जिलाध्यक्ष बसपा। बिजनौर से लंबी दूरी की ट्रेनों की काफी समय से मांग की जा रही है। दिल्ली व लखनऊ के लिए नई ट्रेनें चलाई जानी चाहिए। बिजनौर-हस्तिनापुर रेलवे लाइन पर भी काम कराया जाना जरूरी है। - हेनरिता सिंह जिलाध्यक्ष कांग्रेस। सुझाव--- - बिजनौर को डबल रेलवे लाइन किया जाए - मुंबई, हैदराबाद व अहमदाबाद के लिए चलाई ट्रेनें - दिल्ली के लिए सुबह सवेरे चलाई जाए ट्रेन - जल्द तैयार की जाए बिजनौर-हस्तिनापुर रेलवे लाइन - लखनऊ के लिए बढ़ाई जाए ट्रेन शिकायतें - बरसों से मात्र तीन पैंसेजर व तीन एक्सप्रेस ट्रेन का स्टापेज है बिजनौर स्टेशन पर - बरसों मांग के बाद भी मुंबई, हैदराबाद व अहमदाबाद के लिए नहीं दी गई ट्रेनें - दिन में दिल्ली के लिए ट्रेन न होने से व्यापारियों को नहीं मिलता लाभ - बिजनौर-हस्तिनापुर रेलवे लाइन नहीं बिछने से नहीं मिल रहा लाभ - बिजनौर-नगीना रोड पर रेलवे क्रासिंग 59 बी पर नहीं किया गया ओवर ब्रिज का निर्माण

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