कमजोर समूहों के खिलाफ भेदभाव को दूर करता है यूसीसी : मनु गौड़
Bijnor News - विवेक विश्वविद्यालय में सामाजिक चिंतक मनु गौड़ ने विद्यार्थियों को यूनिफार्म सिविल कोड पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह संविधान का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भेदभाव को खत्म करना और...

विवेक विश्वविद्यालय में देश के जाने माने सामाजिक चिंतक तथा उत्तराखंड यूनिफार्म सिविल कोड के सदस्य मनु गौड़ ने यूनिफार्म सिविल कोड पर विद्यार्थियों को संबोधित किया। कहा कि भारतीय संविधान में निदेशक सिद्धांतों के अनुच्छेद 44 का उद्देश्य कमजोर समूहों के खिलाफ भेदभाव को दूर करना और देश भर में विविध सांस्कृतिक समूहों में सामंजस्य स्थापित करना है। डॉ. बीआर आंबेडकर ने संविधान को बनाते समय कहा था कि यूनिफॉर्म सिविल कोड जरुरी है। समान नागरिक संहिता अब उत्तराखंड में लागू हो चुकी है और इसका क्रियान्वयन शुरू हो गया है। यह एक ऐतिहासिक कदम है जो पूरे देश के लिए मिसाल बनेगा। जल्द ही इसे पूरे भारत में लागू किया जाना चाहिए।
कुलपति एनके गुप्ता ने कहा कि संवैधानिक विषयों पर इस तरह के संवाद हमारे विद्यार्थियों को जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनने में मदद करते हैं। संस्था के चेयरमैन अमित गोयल ने कहा कि हम आभारी हैं कि इतनी प्रतिष्ठित हस्तियों ने विवेक विश्वविद्यालय में आकर छात्रों को मार्ग दर्शन दिया। कार्यक्रम ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को समान नागरिक संहिता की वास्तविकता, प्रभाव और भविष्य की संभावनाओं को समझने का सशक्त मंच प्रदान किया।
विधायक सुचि चौधरी ने कहा कि विवेक विश्वविद्यालय केवल अकादमिक नहीं, सामाजिक चेतना और राष्ट्र निर्माण में भी अग्रणी है। शुभारंभ मुख्य अतिथि सुचि चौधरी सदर विधायक, विशिष्ठ अतिथि जसजीत कौर जिलाधिकारी, अभिषेक झा एसपी, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान (बाबी), भाजपा के वरिष्ठ नेता मौसम चौधरी, जिला बार एसोशिएशन के अध्यक्ष यशपाल सिंह, संस्था के अध्यक्ष अमित गोयल कुलपति, प्रोफेसर एनके गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया। सभी अतिथियों ने विश्वविद्यालय के प्रयास की सराहना की।
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