बोले बिजनौर : समय पर हो भुगतान, 18 घंटे मिले बिजली
Bijnor News - जिले के गन्ना किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गन्ने की बीमारी, समय पर भुगतान न मिलना और बिजली की कमी किसानों के लिए चुनौती बन गई है। किसानों ने मांग की है कि उन्हें समय पर गन्ने का...

जिले में बड़ी संख्या में गन्ना किसान उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब वे समस्याओं के जाल से निकलेंगे। फिलहाल गन्ना किसान कई समस्याओं के साथ गन्ने की बीमारी के मकड़जाल में फंसे हैं। गन्ना किसान कभी भुगतान को लेकर तो कभी गन्ने की बीमारियों से जंग लड़ रहा है। 0238 गन्ना प्रजाति को छोड़ने के बावजूद भी गन्ने की बीमारी किसानों का पीछा नहीं छोड़ रही है। गन्ने की बीमारी के साथ कई समस्याएं किसानों को दर्द दे रही है। किसानों का कहना है कि चीनी मिल समय पर किसानों को बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करें और किसानों को गन्ने की फसल की सिंचाई के लिए शिफ्टों मे बिजली न मिले। दिन में या रात में किसानों को बिजली मिलें। अगर ऐसा होगा तो गन्ना किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
जिले में 2.55 लाख हेक्टेयर में गन्ने की फसल है और 3.55 लाख किसान चीनी मिलों को गन्ना बेचते हैं। गन्ना किसान एक नहीं कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। अक्षय चौधरी, हुकुम सिंह, शुभम चौधरी और राजनारायण सिंह किसानों ने कहा कि वर्तमान में गन्ना किसानों की सबसे बड़ी समस्या गन्ने की फसल पर लग रही बीमारी है। पायरिला और टॉप बोरर बीमारी गन्ने को नुकसान पहुंचा रही है। किसानों को कीटनाशक दुकानों से सस्ती और असली कीटनाशक दवाई मिलनी चाहिए। काफी किसान गन्ने को बीमारी से बचाने के लिए दवाई लगाते हैं, लेकिन दवाई असर नहीं करती है। ऐसी दवाई बेचने वालों पर सम्बंधित विभाग के अधिकारी कार्रवाई करें ताकि किसानों को राहत मिल सकें।
गन्ना किसानों ने कहा कि जिले की चीनी मिल किसानों को समय पर बकाया गन्ना मूल्य भुगतान मिलना चाहिए। आज भी चीनी मिल किसानों को भुगतान के नाम पर रुला रही है। बिलाई चीनी मिल किसानों को भुगतान देने को तैयार नहीं है। बिना भुगतान के किसानों की आर्थिक स्थिति लड़खड़ा रही है। किसानों ने कहा कि किसानों को शिफ्टों में बिजली मिल रही है। इससे किसानों का भला नहीं होगा। किसानों को शेड्यूल के मुताबिक एक साथ दिन या रात में बिजली मिले। शिफ्टों में बिजली मिलने से गर्मी के इस मौसम में किसानों की गन्ने की फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। निर्धारित घंटों के मुताबिक एक साथ बिजली मिलने पर किसानों का भला होगा। अनूप कुमार, संजीव कुमार, रवि चौधरी और हुकम सिंह ने कहा कि चीनी मिल किसानों को उन्नत गन्ना प्रजाति का बीज उपलब्ध कराए। शासन द्वारा निर्धारित गन्ने के दाम पर ही गन्ना किसानों को गन्ने का बीज उपलब्ध कराया जाए। किसानों को गन्ने का बीज काफी महंगा उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे किसानों का नुकसान हो रहा है। शासन के रेट पर ही किसानों को गन्ने का बीज चीनी मिल और गन्ना विभाग के अधिकारी उपलब्ध कराएं।
किसानों को सोसायटी के माध्यम से कीटनाशक दवाई मिलनी चाहिए। चीनी मिलों के माध्यम से गन्ना किसानों को दवाई नहीं मिलनी चाहिए। चीनी मिल भुगतान समय पर करें और किसानों के नलकूपों पर स्मार्ट मीटर नहीं लगने चाहिए। महंगाई को देखते हुए गन्ने के दाम बढ़ने चाहिए। गन्ने के दाम बढ़ने पर ही किसानों का भला होगा।
नहरों की टेल तक पहुंचे पानी
गन्ना किसानों ने कहा कि गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। गन्ने की फसल को जिंदा रखने के लिए सिंचाई की जरूरत है। नहरों में पानी तो हैं, लेकिन नहरों की टेल तक पानी पहुंचना चाहिए। नहरों की टेल तक पानी पहुंचने से गन्ना किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
18 घंटे गन्ना किसानों को मिले बिजली
जिले के किसानों की मुख्य फसल गेहूं, धान और गन्ना है। बड़े स्तर पर किसान गन्ने की खेती करते हैं और गन्ने का रकबा काफी अधिक है। गन्ना किसानों ने कहा कि किसानों को कम से कम 18 घंटे बिजली मिलनी चाहिए। इससे कम बिजली में किसानों का भला नहीं होगा। गर्मी के इस मौसम में 18 घंटे बिजली मिलने पर ही गन्ने की फसल को बचाया जा सकता है।
14 दिन के भीतर गन्ना किसानों को मिले भुगतान
किसानों ने कहा कि किसानों को गन्ना चीनी मिल में बेचने के बाद 14 दिन में भुगतान मिल जाना चाहिए। ऐसा होने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। जो चीनी मिल किसानों को भुगतान नहीं कर रही है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही कृषि वैज्ञानिक किसानों के गन्ने के खेतों की विजिट करें और किसानों को गन्ने की अच्छी फसल करने के लिए जानकारी दें।
महंगे पेस्टीसाइड सस्ते होने चाहिए
गन्ना किसानों ने कहा कि महंगाई को देखते हुए महंगे पेस्टीसाइड सस्ते होने चाहिए। पेस्टीसाइड सस्ते होने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। गन्ना किसानों ने कहा कि डीजल सस्ता होना चाहिए। काफी किसान इंजन से पानी देकर फसलों की सिंचाई करते हैं। किसानों को बिना ब्याज के लोन मिलना चाहिए। किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए।
बोले जिम्मेदार
जिले में 90 प्रतिशत बकाया गन्ना मूल्य भुगतान हो गया है। किसानों को शासन की निर्धारित दरों पर गन्ने का बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। कई गन्ना प्रजाति किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है। किसानों की समस्याओं का निस्तारण कराने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। किसानों को गन्ने पर लग रही बीमारियों को लेकर जागरुक करने को 90 मास्टर टे्रनर बनाए गए हैं। हर गन्ना परिषद में 10 मास्टर ट्रेनर है। मास्टर ट्रेनर किसानों को गन्ने की बीमारियों को लेकर जागरुक करेंगे। - प्रभु नरायन सिंह, डीसीओ बिजनौर
ये बोले किसान
किसानों को कीटनाशक दुकानों से सस्ती और असली कीटनाशक दवाई मिलनी चाहिए। जिससे किसान फसलों को बीमारी से बचा सके। -अक्षय चौधरी
----
कई बार किसानों को मानक के अनुसार दवाई नहीं मिलती है। जिससे दवाई असर नहीं करती है। ऐसी दवाई बेचने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। - हुकम सिंह
----
शुगर मिले समय पर किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं करती है। जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समय पर किसानों को भुगतान मिलना चाहिए। - शुभम चौधरी
---
किसानों को शिफ्टों में बिजली दी जा रही है, जोकि गलत है। किसानों को एकमुश्त बिजली दी जानी चाहिए। इससे किसानों को राहत मिलेगी और गन्ने की सिंचाई कर सकेंगे।-राजनारायण सिंह
----
चीनी मिल किसानों को उन्नत गन्ना प्रजाति का बीज उपलब्ध कराए, जिससे गन्ना का उत्पादन बढ़ेगा। शासन द्वारा निर्धारित दाम पर किसानों को गन्ने का बीज मिले।-अनूप कुमार
---
शिफ्टों में बिजली मिलने से गर्मी के मौसम में किसानों की गन्ने की फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। लगातार बिजली मिलनी चाहिए। -संजीव कुमार
---
किसानों को गन्ने का बीज काफी महंगा उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होता है। सरकार के रेट पर ही किसानों को गन्ने का बीज चीनी मिल दें।-रवि चौधरी
---
चीनी मिलों के माध्यम से किसानों को दवाई उपलब्ध कराई जाती है। सोसायटी के माध्यम से कीटनाशक दवाई मिलनी चाहिए। इससे किसानों को राहत मिलेगी। -हुकम सिंह
---
चीनी मिलों को गन्ने का समय से भुगतान करना चाहिए। जिससे किसान अपनी जरूरत पूरी कर सके। 14 दिन के भीतर किसानों को भुगतान मिलना चाहिए।-शैलेश चौधरी
----
महंगाई को देखते हुए गन्ने के दामों में हर साल इजाफा होना चाहिए। गन्ना के बहुत कम दाम दिये जाते है। किसान हित में गन्ने के दाम बढ़ाए जाए। -मुकेश कुमार
---
किसानों को निर्धारित घंटों के मुताबिक एक साथ बिजली मिलनी चाहिए। तभी किसानों को लाभ पहुंचेगा। पेस्टीसाइड सस्ता होना चाहिए। - अनुराग चौधरी
---
किसानों को परेशान करने के लिए स्मार्ट मीटर नलकूपों पर नहीं लगने चाहिए। चीनी मिल किसानों को उन्नत प्रजाति का गन्ने का बीज उपलब्ध कराए।-राजीव चौधरी
----
नहरों की टेल तक पानी आना चाहिए। जिससे किसान गन्ने की फसल को समय से सिंचाई कर सके। भुगतान समय पर मिले। -रूचिन कुमार
----
किसानों को समय पर चीनी मिल बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करें। इससे किसानों को राहत मिलेगी। फसलों की सिंचाई के लिए किसानों को पर्याप्त बिजली मिले। -हरमीत सिंह
----
सुझाव---
किसानों को समय पर बकाया गन्ना मूल्य भुगतान होना चाहिए।
किसानों को शिफ्टों में नहीं एकमुश्त बिजली मिलनी चाहिए।
किसानों को राहत देने के लिए पेस्टीसाइड सस्ता होना चाहिए।
नहरों की टेल तक पानी पहुंचना चाहिए।
गन्ने के दामों में इजाफा होना चाहिए।
------
शिकायतें---
समय पर किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं मिलता।
महंगाई के बावजूद गन्ने के दामों में नहीं हुआ इजाफा।
किसानों को शिफ्टों में बिजली मिलने से समय पर नहीं होगी सिंचाई।
महंगे पेस्टीसाइड के दामों में आए गिरावट।
महंगे दामों पर किसानों को मिल रहा गन्ने का बीज।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।