सारी मर्यादा भूल गए प्रोफेसर, छात्रा से वीडियो कॉल कर की अश्लील हरकतें, बोले-कपड़े उतारो
यूपी के मुजफ्फरनगर एक प्रोफेसर पर छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। युवती का कहना है कि प्रोफेसर उसे अश्लील मैसेज करते हैं साथ ही विरोध करने पर धमकी भी देते हैं। वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने के लिए कहते हैं।

यूपी के मुजफ्फरनगर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक प्रोफेसर पर छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। युवती का कहना है कि प्रोफेसर उसे अश्लील मैसेज करते हैं साथ ही विरोध करने पर धमकी भी देते हैं। साथ ही वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने के किए कहते हैं। युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने शनिवार को प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, इसे लेकर जाट महासभा ने विरोध प्रदर्शन भी किया।
शामली की रहने वाली छात्रा जिले के चौधरी छोटूराम डिग्री कॉलेज में बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा है। उसने पैथोलॉजी के एक संकाय सदस्य पर लगातार यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। युवती का कहना है कि प्रोफेसर दुष्यंत कुमार देर रात उसे फोन करके भद्दी टिप्पणियां कर रहे थे। वीडियो कॉल के दौरान बद्दतमीजी भी की। जब उसने विरोध किया तो उसे धमकी दी।
युवती के कहा, "प्रोफेसर दुष्यंत कुमार मुझे रात में बुलाते थे और अश्लील बातें करते थे। उसने वीडियो कॉल के दौरान मुझ पर कपड़े उतारने का दबाव डाला। जब मैंने जवाब नहीं दिया, तो उसने मुझे प्रैक्टिकल में फेल करने की धमकी दी। मेरे पास सबूत के तौर पर रिकॉर्डिंग और स्क्रीनशॉट हैं। शुरू में अपनी पढ़ाई पूरी करने की उम्मीद में चुप रहना चुना था। सोचती रही कि यह मेरा अंतिम वर्ष है और मुझे बस इससे निकल जाना चाहिए। लेकिन उसका व्यवहार बढ़ता ही गया।"
यह घटना तब सामने आई जब छात्रा ने अपने परिवार और जाट महासभा के सदस्यों से संपर्क किया। उसकी शिकायत के बाद कॉलेज में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसके कारण पुलिस ने हस्तक्षेप किया। इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक राजू कुमार ने प्रोफेसर कुमार को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है। साथ उन्होंने बताया कि बीएनएस की धारा 75 (2) के तहत यौन उत्पीड़न और 352 (1) के तहत जानबूझकर अपमान करने के लिए मामला दर्ज किया गया है, जिसका उद्देश्य शांति भंग करना है, आगे की जांच जारी है।
जाट महासभा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर बाल्यान ने चेतावनी दी कि अगर त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो आगे और विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर दो दिनों के भीतर सख्त कार्रवाई शुरू नहीं की जाती है, तो हम एसएसपी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। ऐसे व्यक्तियों को भविष्य के अपराधों को रोकने के लिए सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
वहीं, इस मामले में कॉलेज के प्रधानाध्यापक केपी सिंह ने बताया कि छात्रा ने 21 मई को महिला हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा, "हमें सूचित किया गया था और हमने एक आंतरिक जांच समिति का गठन किया है। प्रोफेसर ने महिला थाने में अपना बयान दिया है। इस मामले को विश्वविद्यालय के मानदंडों के अनुसार संभाला जाएगा।"