पुलिस कस्टडी से छूटते ही किशोरी ने लगाई फांसी, 12 घंटे तक हिरासत में रही, प्रताड़ना का आरोप
अंबेडकरनगर में संदिग्ध परिस्थितियों में दो युवकों का शव मिलने के मामले में पुलिस की कार्रवाई से आहत किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। तीन किशोरियों को गुरुवार को करीब 12 घंटे थाने में रखा गया और रात में करीब एक बजे पुलिस ने घर छोड़ दिया था।

यूपी एक अंबेडकरनगर के अहिरौली थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व प्राथमिक विद्यालय भिउरा में संदिग्ध परिस्थितियों में दो युवकों का शव मिलने के मामले में पुलिस की कार्रवाई से आहत किशोरी ने शुक्रवार को फांसी लगाकर जान दे दी। तीन किशोरियों को गुरुवार को करीब 12 घंटे थाने में रखा गया और रात में करीब एक बजे पुलिस ने घर छोड़ दिया था। हालांकि एसपी केशव कुमार ने किशोरियो को प्रताड़ित करने की बात से इंकार किया है।
भिउरा गांव की 14 वर्षीय रिया पुत्री रामदेव राजभर ने बताया कि पुलिस उसे तथा उसकी बहन रुचि (15) तथा लक्ष्मी (16) पुत्री रामराज को गुरुवार को करीब 11 बजे पकड़कर ले गई थी। आरोप है कि जब उसके माता-पिता थाने पर पूछने के लिए आए तो पुलिस ने उन्हें मिलने नहीं दिया। रिया ने बताया कि थाने पर तीनों को अलग-अलग कमरों में रखकर पूछताछ की गई। पुलिस ने पिटाई के साथ उनके ऊपर अभद्र आरोप भी लगाए। घर पहुंचने पर तीनों बालिकाओं ने किसी तरह रात बिताई, परंतु पुलिसिया कार्रवाई से आहत लक्ष्मी ने घर के कमरे में दुपट्टे का फंदा बनाकर शुक्रवार को करीब 11 बजे फांसी लगा ली।
उसके माता पिता घर के बाहर काम करने गए थे। रुचि की मां ने बताया कि जब वह घर लौट कर आई तो अंदर से दरवाजा बंद था। उसने एक छोटी बच्ची सोनी को घर के पीछे के रास्ते से अंदर पहुंचा कर दरवाजा खुलवाया तो देखा कि रुचि का शव छत के हुक से लटक रहा था। सूचना पाकर ग्रामीणों का हुजूम लग गया। सभी लोग पुलिस के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे। सूचना पर थानाध्यक्ष सुनील कुमार पांडे दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए परंतु उन्हें ग्रामीणों के विरोध का जमकर सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने फांसी के फंदे से पुलिस को बालिका का शव उतारने से मना कर दिया।
सांसद ने ग्रामीणों को समझाया
ग्रामीणों की सूचना पर सांसद लालजी वर्मा और अकबरपुर विधायक राम अचल राजभर ने भिउरा गांव पहुंच कर पीड़ित परिजनों का हाल जाना तथा पुलिस पर कार्रवाई की मांग करते हुए ग्रामीणों को समझाया। सांसद के अनुरोध पर सीओ शुभम कुमार तथा अनूप कुमार सिंह की उपस्थिति में परिजनों ने शव पुलिस को सौंप दिया।
एक करोड़ मुआवजा और पुलिस पर कार्रवाई की मांग
सांसद लालजी वर्मा और अकबरपुर विधायक पूर्व मंत्री राम अचल राजभर ने परिवार के लोगों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा दिए जाने के साथ ही पुलिस प्रताड़ना की जांच कराते हुए अहिरौली पुलिस पर कार्रवाई की मांग की है। इस पर उन्होंने कहा कि पीड़िता के साथ अवश्य ही न्याय कराया जाएगा। उन्होंने पुलिस की कार्यवाही की निंदा करते हुए जिलाधिकारी से वार्ता कर पूरे अहिरौली थानाध्यक्ष और सिपाहियों को बर्खास्त करने की मांग की है। क्षेत्राधिकारी शुभम कुमार ने बताया कि पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। किशोरी के आरोपों की त्वरित जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। एसपी केशव कुमार ने किशोरियो को प्रताड़ित करने की बात से इंकार किया है।