रस्सी में फंसे किशोर को भैंस ने 200 मीटर तक घसीटा, इलाज के दौरान मौत
बाराबंकी में खूंटे से बंधी भैंस को खोलकर किशोर उसे नाद तक ले जा रहा था। इसी दौरान भैंस भड़क गई और उसे घसीटते हुए 200 मीटर तक इधर-उधर भागने लगी। परिजन किसी तरह रस्सी से युवक को छुड़वाया। लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।
यूपी के बाराबंकी से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां खूंटे से बंधी भैंस को खोलकर किशोर उसे नाद तक ले जा रहा था। इसी दौरान भैंस भड़क गई। युवक उसकी रस्सी में फंस गया। भैंस उसे घसीटते हुए 200 मीटर तक इधर-उधर भागती लगी। परिजन किसी तरह रस्सी से युवक को छुड़वाया। लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। सीएचसी पर डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देख उसे लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान रेफर किया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला देव थाना क्षेत्र के मुजफ्फरमऊ गांव का है।
देवा कोतवाली क्षेत्र के मुजफ्फरमऊ गांव के रहने वाले उमेश यादव का 19 साल का बेटा सरविंद यादव मंगलवार की सुबह रोजाना की भांति नाद में भैंस का चारा लगाया और फिर भैंस को खूंटे से खोलने के लिए गया। सरविंद ने भैंस को खूंटे से खोला इसी दौरान भैंस भड़क गई। भैंस की रस्सी में सरविंद फस गया। भैंस उसे लेकर कभी इधर तो कभी उधर दौड़ने लगी। वह चीखने चिल्लाने लगा। भैंस में करीब 200 मीटर तक उसे घसीटा। उसकी आवाज सुनकर परिजन और ग्रामीण दौड़े और भैंस को काबू किया। सरविंद को रस्सी से छुड़ाया लेकिन तब तक वह लहुलुहान हो गया था। घसीटने के कारण उसके शरीर के कई स्थान पर चोटे थी।
गंभीर रूप से घायल सरविंद को परिजन आनन-फानन में देवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत गंभीर देख उसे लोहिया अस्पताल लखनऊ के लिए रेफर किया। गंभीर हालत में सरविंद को परिवारजन राममनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया मगर कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। डॉक्टर ने बताया कि अधिक खून अधिक बहने के कारण किशोर की मौत हो गई। इस हादसे को लेकर पूरा गांव स्तब्ध है। वहीं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।