बोले बुलंदशहर: ट्रंप के टैरिफ से सहमा पॉटरी उद्योग
Bulandsehar News - बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र में बनने वाले पॉटरी उत्पाद अमेरिका में ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ टैक्स से प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि अभी तक इन पर कोई टैरिफ लागू नहीं हुआ है, लेकिन उद्यमियों में चिंता...

बुलंदशहर। जनपद के खुर्जा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर बनने वाला पॉटरी उत्पाद देश के साथ विदेशों में भी जाते हैं। अमेरिका में जाने वाले उत्पादों पर ट्रंप की ओर से टैरिफ टैक्स लगाया गया है। इससे खुर्जा के पॉटरी उद्यमी सहमे हुए हैं। उन्हें पॉटरी उत्पादों पर टैरिफ लगने का डर है। हालांकि अभी तक पॉटरी उत्पादों पर ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ टैक्स का कोई असर नहीं दिख रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से अमेरिका जाने वाले उत्पादों पर टैरिफ टैक्स लगाया है। हालांकि अभी नया टैरिफ टैक्स पॉटरी उत्पादों पर लागू नहीं हुआ है। बावजूद इसके खुर्जा पॉटरी उद्यमी सहमे हुए हैं। उनका मानना है कि हाल फिलहाल में पॉटरी उत्पादों पर नया टैरिफ टैक्स नहीं लगा है, लेकिन अगले टैरिफ टैक्स स्लैब में पॉटरी उत्पादों के शामिल होने की आशंकाओं से उद्यमी सहमे हुए हैं। वहीं, कुछ उद्यमियों के अनुसार अगले टैरिफ टैक्स स्लैब में पॉटरी उत्पाद शामिल नहीं होंगे। इसका मुख्य कारण यह है कि अमेरिका में पॉटरी उद्योग नहीं हैं। पॉटरी कारोबारियों का मानना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने जिस प्रकार से टैरिफ टैक्स लगाने का निर्णय लिया है। इससे व्यापार पर काफी प्रभाव पड़ेगा। इस निर्णय से पॉटरी उद्योग पर काफी प्रभाव पड़ने की संभावना है। हालांकि अभी स्थिति पर कोई असर नहीं है, लेकिन जिस प्रकार से अलग-अलग उद्योगों पर अमेरिका के निर्णय का असर पड़ रहा है। इसमें कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में इसका असर पॉटरी उद्योग पर भी हो सकता है। गौरतलब है कि खुर्जा के पॉटरी उद्योग का देश ही नहीं अपितु विदेश में भी काफी चलन है। करोबारियों की मानें तो पॉटरी से ही करोड़ों रुपये का कारोबार होता है।
एक जिला एक उत्पाद में चयनित है पॉटरी
खुर्जा की पॉटरी उत्तर प्रदेश के एक जिला एक उत्पाद में चयनित है। टैरिफ टैक्स में पॉटरी के शामिल होने पर बिक्री पर असर पड़ सकता है। हालांकि अभी टैरिफ टैक्स स्लैब में पॉटरी उद्योग शामिल नहीं है।
पॉटरी उत्पाद पर लगता है 12 प्रतिशत जीएसटी
खुर्जा की पॉटरी देश ही नहीं विदेशों में काफी विख्यात है। यहां पर कप प्लेट, डिनर सेट, टी सेट सहित अन्य पॉटरी उत्पाद बनते हैं। पॉटरी उत्पादों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगती है। यदि टैरिफ टैक्स लगा, तो अमेरिका जाने वाला पॉटरी उत्पाद महंगा हो जाएगा। जिसको लेकर उद्यमियों के बीच चिंता है। उद्यमियों के अनुसार पॉटरी उत्पाद में सबसे ज्यादा टूट फूट होती है। जिससे मुनाफे पर असर पड़ता है।
सुझाव:
1-जीएसटी कम होने से उद्यमियों को मिलेगा लाभ, हाल फिलहाल में 12 प्रतिशत पॉटरी उत्पादों पर लग रही है जीएसटी।
2- पॉटरी वेस्ट मैटेरियल के डंपिंग यार्ड बनने से उद्योगों में मिलेगी अधिक जगह, होगा उद्यमियों को लाभ।
3-क्रॉकरी के उत्पादों की होती है अधिक टूट-फूट, टूट फूट को दोबारा प्रयोग में लाने के लिए लगनी चाहिए मशीनें।
4-बिक्री पर प्रभाव नहीं पड़े, इसके लिए कारोबारियों से समय-समय पर वार्ता कर इसके निस्तारण का प्रयास हो।
5-टैरिफ टैक्स बढ़ने से पॉटरी उत्पाद के महंगे होने की संभावना, इसका निस्तारण आवश्यक।
शिकायत:
1-पॉटरी पर लगने वाली जीएसटी को कम करने का होने चाहिए प्रयास।
2-पॉटरी वेस्ट मैटेरियल के डंपिंग यार्ड बनाने में क्या आ रही है दिक्कत।
3-पॉटरी में होने वाली टूटे-फूट को रोकने के लिए मशीन लगाने की हो व्यवस्था।
4-टैरिफ टैक्स बढ़ने पर होगा पॉटरी उत्पाद महंगा।
5-टैरिफ टैक्स बढ़ने से बिक्री पर पड़ने वाले प्रभाव को रोकने का किया जाए प्रयास।
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कोट-
जीएसटी 12 प्रतिशत लगती है। जिससे पॉटरी उद्यमियों को कम लाभ होता है। साथ ही पॉटरी उत्पाद की कीमत भी बढ़ जाती है। एसे में अगर अमेरिका का नया टैरिफ टैक्स पॉटरी उत्पादों पर लगता, तो बिक्री काफी प्रभावित होती
-रवि राणा, अध्यक्ष, केपीएमए, खुर्जा
किसी भी प्रकार का टैक्स उत्पादों की कीमत को बढ़ा देता है। अभी पॉटरी उत्पादों पर टैरिफ टैक्स नहीं बढ़ा है। यह उद्यमियों के लिए सहुलियत है।
-मोहम्मद अनस, उद्यमी
पॉटरी उत्पादों पर बढ़ता हुआ टैरिफ टैक्स नहीं लगा है। अमेरिका में पॉटरी उत्पाद नहीं बनते हैं। उम्मीद है कि जिससे पॉटरी उत्पादों पर टैरिफ नहीं बढ़ेगा।
-नमन दादू, उद्यमी
अमेरिका की ओर से टैरिफ टैक्स बढ़ाने की घोषणा के बाद टेंशन बढ़ गई थी, लेकिन पॉटरी उत्पादों पर टैरिफ टैक्स नहीं बढ़ने से राहत मिली है।
-पवन अग्रवाल, उद्यमी
पॉटरी उत्पादों में टूट-फूट अधिक होती है। जिसके बाद भी 12 प्रतिशत टैक्स लगता है। एसे में यदि बढ़ता हुआ टैरिफ टैक्स पॉटरी उत्पादों पर लगता, तो पॉटरी कारोबार प्रभावित हो सकता था।
-गुरुदत्त सिंह सैनी, उद्यमी
गनीमत है कि अमेरिका में जाने वाले पॉटरी उत्पादों पर लगने वाला टैरिफ टैक्स नहीं बढ़ा है। इससे उद्यमियों को लाभ है।
-चमन, उद्यमी
पॉटरी उत्पादों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगती है। इस टैक्स को कम कराने के लिए उद्यमी लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं। वहीं यदि अमेरिका जाने वाला पॉटरी उत्पादों पर टैरिफ टैक्स लगता, तो उद्यमियों को काफी नुकसान हो सकता था।
-अनिल बाटला, उद्यमी
गनीमत है कि पॉटरी उत्पादों पर ट्रंप का टैरिफ टैक्स नहीं लगा है। यह पॉटरी उद्योग के लिए अच्छी बात है। बढ़ता हुआ टैरिफ टैक्स लगने पर पॉटरी उद्योग काफी प्रभावित होता।
-विजय खुराना, उद्यमी
अमेरिका में जाने वाले पॉटरी उत्पादों पर बढ़ने वाले टैरिफ टैक्स लगने उत्पाद महंगे हो जाते। जिससे बिक्री पर प्रभाव पड़ता। उम्मीद है कि पॉटरी उत्पादों को बढ़ते हुए टैरिफ टैक्स से अलग रखा जाए।
-दुष्यंत कुमार सिंह, उद्यमी
टैक्स के लगने पर उत्पाद महंगे हो जाते हैं। हाल फिलहाल में जीएसटी भी 12 प्रतिशत लग रही है। जिससे उद्यमियों को नुकसान हो रहा है। पिछले कई वर्षों से टैक्स कम करने की मांग सरकार से लगातार की जा रही है। एसे में टैरिफ टैक्स के बढ़ने पर पॉटरी उद्योग काफी प्रभावित हो सकता था। गनीमत है कि अमेरिका का बढ़ता हुआ टैरिफ टैक्स पॉटरी उत्पादों पर नहीं लग रहा है।
-गोपाल कृष्ण, उद्यमी
पॉटरी उत्पादों में टूट-फूट का अधिक डर रहता है। वहीं जीएसटी भी 12 प्रतिशत लगती है। इससे उद्यमियों को कम लाभ मिलता है। गनीमत है कि पॉटरी उत्पादों पर टैरिफ टैक्स नहीं लगा है।
-हबीब अहमद, उद्यमी
चाइना में बनने वाले पॉटरी उत्पादों पर अमेरिका में टैरिफ टैक्स लगा है। हमारे देश में बनने वाले पॉटरी उत्पादों पर बढ़ते टैरिफ का कोई प्रभाव नहीं है। इससे कारोबार में वृद्धी होगी।
-राजीव बंसल, उद्यमी
टैरिफ टैक्स में अभी पॉटरी उद्योग को शामिल नहीं किया है। शामिल होने पर अमेरिका जाने वाले उत्पाद महंगे हो जाएंगे। जिससे पॉटरी कारोबार प्रभावित हो सकता है।
-निखिल पौद्दार, पॉटरी उद्यमी
विदेशों तक पॉटरी उत्पादों की मांग है। अमेरिका में अपने खुर्जा से पॉटरी उत्पाद जाते हैं। पॉटरी उत्पादों पर नया टैरिफ टैक्स नहीं लगने से उद्यमियों को अमेरिका से कारोबार बढ़ाने का अच्छा अवसर मिला है।
-जोनू, उद्यमी
उद्यमी पहले से लगातार जीएसटी को 12 प्रतिशत से कम कर 5 प्रतिशत कराने की मांग कर रहे हैं। इसके संबंध में मुख्यमंत्री को भी अवगत कराकर जीएसटी को 5 प्रतिशत कराने की मांग की है। ऐसे में यदि अमेरिका का टैरिफ टैक्स पॉटरी उत्पादों पर लागू होता, तो उद्योग पर प्रभाव पड़ता। आगामी वर्षों में टैरिफ पॉटरी उद्योग पर लागू हो, उससे पहले जीएसटी को कम कराकर 5 प्रतिशत कराने का प्रयास है। जिससे उद्यमियों को लाभ मिल सके।
-मीनाक्षी सिंह, विधायक, खुर्जा
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